स्मैक तस्करी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 24.37 ग्राम स्मैक के साथ दो गिरफ्तार, बाइक जब्त

पुलिस ने 24.37 ग्राम स्मैक के साथ दो तस्करों, दिनेश कुमार और शेरूखान, को गिरफ्तार किया। एक बाइक जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज, जांच जारी।

Aug 8, 2025 - 12:29
स्मैक तस्करी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 24.37 ग्राम स्मैक के साथ दो गिरफ्तार, बाइक जब्त

राजस्थान के बाड़मेर जिले में नशे के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी है। इसी कड़ी में सेड़वा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 24.37 ग्राम स्मैक के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में पुलिस ने एक बाइक भी जब्त की है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान दिनेश कुमार और शेरूखान के रूप में हुई है। दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गहन जांच शुरू कर दी गई है।

नाकाबंदी के दौरान मिली सफलता

बाड़मेर जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सेड़वा थाना क्षेत्र के गांव बाधा में नाकाबंदी की गई थी। इस दौरान आने-जाने वाले वाहनों और लोगों की तलाशी ली जा रही थी। नाकाबंदी के दौरान एक बाइक पर सवार दो संदिग्ध व्यक्तियों, दिनेश कुमार पुत्र हरीराम (निवासी बाधा) और शेरूखान पुत्र हासम खान (निवासी पांचरलाल बाखासर), को रोका गया। पूछताछ में दोनों के जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनकी तलाशी ली गई।

तलाशी के दौरान दिनेश कुमार के कब्जे से 24.37 ग्राम स्मैक बरामद हुई। पुलिस ने तुरंत मादक पदार्थ और बाइक को जब्त कर दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई में कॉन्स्टेबल पवन कुमार की अहम भूमिका रही, जिनके प्रयासों से तस्करों को पकड़ने में सफलता मिली।

एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज, हनुमानाराम की तलाश

पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ सेड़वा थाने में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने यह स्मैक हनुमानाराम (निवासी माणकी) से खरीदी थी। पुलिस अब हनुमानाराम की तलाश में जुट गई है और पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। एसपी मीना ने बताया कि नशे के सौदागरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और इस नेटवर्क के अन्य लोगों को भी जल्द पकड़ा जाएगा।

दिनेश कुमार का आपराधिक इतिहास

जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी दिनेश कुमार का पहले से आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ पहले भी एनडीपीएस एक्ट के तहत एक मामला दर्ज है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह स्मैक कहां से लाई गई और इसे आगे कहां सप्लाई किया जाना था। इस कार्रवाई से क्षेत्र में नशे के कारोबार पर बड़ा असर पड़ने की उम्मीद है।

पुलिस की सख्ती, समाज में जागरूकता की जरूरत

बाड़मेर जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस का यह अभियान न केवल तस्करों के लिए चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी एक संदेश है। नशा न केवल व्यक्ति को बर्बाद करता है, बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है। पुलिस की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में भी जागरूकता बढ़ी है। लोग अब इस तरह के अपराधों के खिलाफ पुलिस का सहयोग करने के लिए आगे आ रहे हैं।

सेड़वा पुलिस की इस कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने सराहना की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पुलिस की सख्ती से नशे का कारोबार करने वालों में डर पैदा होगा। हम चाहते हैं कि हमारे क्षेत्र में युवा पीढ़ी को नशे से बचाया जाए।”

एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने कहा कि बाड़मेर पुलिस नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। जिले में मादक पदार्थों की तस्करी को पूरी तरह खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं। उन्होंने आम जनता से भी अपील की कि अगर उन्हें नशे की तस्करी या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।

पुलिस की इस कार्रवाई से नशे के कारोबारियों में हड़कंप मच गया है। बाड़मेर पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से न केवल अपराधियों पर नकेल कसी जा रही है, बल्कि समाज को नशे के जाल से बचाने की दिशा में भी सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।

Yashaswani Journalist at The Khatak .