डीएसपी पर हेड कॉन्स्टेबल से मारपीट का गंभीर आरोप, थप्पड़कांड के बाद APO
बाड़मेर के चौहटन डीएसपी जीवनलाल खत्री पर हेड कॉन्स्टेबल रामूराम मेघवाल ने थप्पड़ मारने का आरोप लगाया, जिसके बाद डीएसपी को APO नियुक्त किया गया और जांच जारी है।

राजस्थान के बाड़मेर जिले के चौहटन में डिप्टी एसपी (डीएसपी) जीवनलाल खत्री पर उनके ड्राइवर और हेड कॉन्स्टेबल रामूराम मेघवाल ने मारपीट का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है, जिसके बाद पुलिस मुख्यालय ने डीएसपी खत्री को तत्काल प्रभाव से APO (Awaiting Posting Order) नियुक्त कर दिया है। डीजीपी राजीव शर्मा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई, और ADG कार्मिक सचिन मित्तल ने आदेश जारी किए। अब खत्री को पुलिस मुख्यालय में हाजिरी देनी होगी।
ऑडियो लीक से शुरू हुआ विवाद
11 सितंबर 2025 की रात को हेड कॉन्स्टेबल रामूराम मेघवाल का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने डीएसपी खत्री पर थप्पड़ मारने और जबरन ड्यूटी करने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया। रामूराम ने ऑडियो में कहा, “थप्पड़ खाकर ड्यूटी थोड़ी करेंगे।” इस ऑडियो के वायरल होने के बाद बाड़मेर एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और रामूराम का ट्रांसफर उनकी इच्छा के अनुसार पुलिस लाइन में कर दिया।
एसपी ने की जांच, रीडर ने मानी गलती
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया कि 11 सितंबर की रात 9:15 बजे रामूराम ने उनसे फोन पर संपर्क कर डीएसपी द्वारा मारपीट की शिकायत की थी। मीना ने तुरंत डीएसपी खत्री से बात की, लेकिन खत्री ने ऐसी किसी घटना से इनकार किया। इसके बावजूद, एसपी ने डीएसपी को फटकार लगाते हुए अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ अच्छा व्यवहार करने की हिदायत दी।
जांच के दौरान डीएसपी के रीडर गोपीकिशन ने एसपी से फोन पर बातचीत में थप्पड़ मारने की घटना की पुष्टि की। गोपीकिशन ने बताया कि घटना के समय वह मौके पर मौजूद थे और उन्होंने डीएसपी को रोकने की कोशिश भी की थी। इस मामले में डीएसपी, रीडर और हेड कॉन्स्टेबल तीनों ने लिखित में अपनी गलती स्वीकार की है।
रामूराम की शिकायत: शोषण और टॉर्चर का आरोप
हेड कॉन्स्टेबल रामूराम ने अपनी शिकायत में कहा, “मैंने 26 साल तक बेदाग नौकरी की, लेकिन अब मुझे पुलिस की प्रताड़ना और शोषण से तंग किया जा रहा है। मेरा पहले एक्सीडेंट हो चुका है और ऑपरेशन भी हुआ है, लेकिन अधिकारी मेरी समस्या को नहीं समझ रहे। डीएसपी साहब ने धनाऊ से चौहटन आते समय मुझे थप्पड़ मारा।”
रामूराम ने आगे बताया कि 12 सितंबर को वह एसपी कार्यालय पहुंचे, लेकिन एसपी मीटिंग में व्यस्त थे। 13 सितंबर को एसपी ने उनकी पूरी बात सुनी और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। रामूराम ने कहा, “एसपी साहब के भरोसे पर मुझे विश्वास है। अब मेरा ट्रांसफर पुलिस लाइन की एमटी शाखा में हो गया है, और मुझे न्याय की उम्मीद है।”
जांच के लिए ASP को जिम्मेदारी
एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने मामले की जांच के लिए ASP जसाराम बोस को नियुक्त किया है। उन्हें दो दिन में जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। एसपी ने कहा, “जांच के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, और पूरी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजी जाएगी।”
डीएसपी खत्री पर कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी जीवनलाल खत्री को APO किया है। अब खत्री को पुलिस मुख्यालय में नियमित रूप से हाजिरी देनी होगी। इस घटना ने पुलिस विभाग में अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ व्यवहार को लेकर कई सवाल खड़े किए हैं।