वृक्ष लगाकर मनाया जन्मदिन: कैलाश चौधरी ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश
पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी का 52वां जन्मदिन बाड़मेर में वृक्षारोपण और सामाजिक गतिविधियों के साथ धूमधाम से मनाया गया। पर्यावरण संरक्षण और जनसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को सराहा गया।

पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री और बाड़मेर से लोकसभा सांसद कैलाश चौधरी का आज 52वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर उनके समर्थकों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने बाड़मेर के परिवहन कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। यह कार्यक्रम न केवल उनके जन्मदिन का उत्सव था, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी और पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
वृक्षारोपण कार्यक्रम में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए
कैलाश चौधरी के जन्मदिन के अवसर पर बाड़मेर परिवहन कार्यालय में आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम में विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र में हरियाली को बढ़ावा देना और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम में स्थानीय प्रशासन, परिवहन विभाग के कर्मचारी, और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ता शामिल हुए। चौधरी ने स्वयं कई पौधे रोपे और उपस्थित लोगों से पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने की अपील की।
उन्होंने कहा, "वृक्ष हमारे जीवन का आधार हैं। यह न केवल हमें ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, बल्कि पर्यावरण को संतुलित रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मेरा जन्मदिन इस तरह के सामाजिक कार्यों के साथ मनाना मेरे लिए गर्व की बात है।"
एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व
कैलाश चौधरी का जन्म 20 सितंबर 1973 को राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतू कस्बे में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था। ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले चौधरी ने खेती और ग्रामीण जीवन की चुनौतियों को नजदीक से देखा और समझा, जिसने उन्हें किसानों और ग्रामीण समुदायों के हितों के लिए समर्पित राजनेता बनने के लिए प्रेरित किया।
वे 2013 से 2018 तक बायतू विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे और 2019 में बाड़मेर से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके बाद, वे दूसरी मोदी सरकार में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री बने, जहां उन्होंने किसानों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू करने में योगदान दिया। उनकी सादगी, ईमानदारी और जनसेवा के प्रति समर्पण ने उन्हें "किसानों का मसीहा" की उपाधि दिलाई।
जन्मदिन पर सामाजिक गतिविधियाँ
परिवहन कार्यालय में वृक्षारोपण के अलावा, चौधरी के जन्मदिन के अवसर पर बाड़मेर और आसपास के क्षेत्रों में कई सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। बालोतरा में 19-20 सितंबर को उनके सम्मान में एक डे-नाइट ओपन वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसके अतिरिक्त, विभिन्न सामाजिक संगठनों ने रक्तदान शिविर और गरीबों के लिए भोजन वितरण जैसे सेवा कार्य भी किए।
नई दिल्ली में भी उनके निवास पर जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने पहुंचकर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई केंद्रीय नेताओं ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें बधाई दी।
कार्यकर्ताओं और समर्थकों का उत्साह
कार्यक्रम में शामिल बीजेपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने कैलाश चौधरी के नेतृत्व और जनसेवा की भावना की जमकर प्रशंसा की। एक कार्यकर्ता ने कहा, "कैलाश जी न केवल एक नेता हैं, बल्कि हमारे लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। उनका जन्मदिन हम सभी के लिए सामाजिक कार्यों में योगदान देने का अवसर है।"
कैलाश चौधरी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर बाड़मेर और राजस्थान के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि वे किसानों, युवाओं और ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे। पर्यावरण संरक्षण, शिक्षा, और बुनियादी ढांचे के विकास को उनकी प्राथमिकताओं में शामिल बताया गया।