बाड़मेर में सियासी घमासान: 'ऑपरेशन सिंदूर' पर उम्मेदाराम बेनीवाल के बयान के खिलाफ कैलाश चौधरी का तीखा पलटवार
बाड़मेर में कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सवाल उठाने वाले बयान ने सियासी विवाद खड़ा कर दिया। पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने इसे 'पाकिस्तानी बोली' करार देते हुए कांग्रेस पर देश को कमजोर करने का आरोप लगाया।यह विवाद बाड़मेर की सियासत में नया मोड़ ला सकता है।

बाड़मेर : बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल के 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर दिए गए बयान ने राजस्थान की सियासत में हलचल मचा दी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता कैलाश चौधरी ने बेनीवाल के बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कांग्रेस पर 'पाकिस्तानी बोली' बोलने का आरोप लगाया है। चौधरी ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के सबूत मांगने वाले कांग्रेस नेता देश की बहनों के सत्य को नकारते हैं, जिससे पाकिस्तान को भारत के खिलाफ बोलने का मौका मिलता है।
'ऑपरेशन सिंदूर' भारत की ओर से पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान के खिलाफ की गई सैन्य कार्रवाई है, जिसे भारत ने 2025 में अंजाम दिया। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया और पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया। बीजेपी नेताओं ने इसे भारत की ताकत का प्रतीक बताया, जबकि विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस, ने इसकी सफलता पर सवाल उठाए और सबूत मांगे।
उम्मेदाराम बेनीवाल का बयान
कांग्रेस सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, जो 2024 में बाड़मेर-जैसलमेर सीट से कैलाश चौधरी के खिलाफ चुनाव जीते थे, ने 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को इसकी पारदर्शिता सुनिश्चित करनी चाहिए। बेनीवाल ने पहलगाम हमले के सबूतों की मांग की और ऑपरेशन की विश्वसनीयता पर संदेह जताया।
कैलाश चौधरी का पलटवार
पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बेनीवाल के बयान को 'देशद्रोही' करार देते हुए कहा, "कांग्रेस के नेता पाकिस्तानी बोली बोलते हैं। पहलगाम में हमारे जवानों और नागरिकों पर हमला हुआ, और ये सबूत मांगते हैं? ये कौन होते हैं हमारी बहनों के झूठा बताने वाले? उनका कहना ही सत्य है।" चौधरी ने आगे कहा कि कांग्रेस के ऐसे बयान पाकिस्तान को भारत के खिलाफ बोलने का अवसर देते हैं और देश की एकता को कमजोर करते हैं। उन्होंने कांग्रेस से माफी की मांग की। उन्होंने कहा, "कांग्रेस के नेता जिस तरह से सेना की कार्रवाई पर सवाल उठाते हैं, वह देश को कमजोर करने वाला है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद को करारा जवाब दिया, लेकिन कांग्रेस इसे विवाद का मुद्दा बनाकर देश का मनोबल तोड़ना चाहती है।" कमलेश ने भी कांग्रेस से सार्वजनिक माफी की मांग की।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
-
बीजेपी: बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना को बधाई दी और कांग्रेस को 'आतंकवाद समर्थक' करार दिया।
-
कांग्रेस: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुरुआत में ऑपरेशन पर सवाल उठाए, लेकिन बाद में सर्वदलीय बैठक में सरकार को समर्थन देने की बात कही। राहुल गांधी ने भी सेना की कार्रवाई का समर्थन किया, लेकिन पारदर्शिता की मांग दोहराई।
-
अन्य दल: विपक्षी दलों ने सर्वदलीय बैठक में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई, लेकिन कुछ नेताओं ने ऑपरेशन के राजनीतिक इस्तेमाल पर चिंता जताई।
बाड़मेर-जैसलमेर सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में उम्मेदाराम बेनीवाल ने कैलाश चौधरी को हराया था। इस विवाद ने दोनों नेताओं के बीच पुरानी सियासी रंजिश को फिर से हवा दी है। बीजेपी इस मुद्दे को आगामी स्थानीय चुनावों में भुनाने की कोशिश कर सकती है, जबकि कांग्रेस अपने समर्थकों को एकजुट करने के लिए 'पारदर्शिता' के मुद्दे को उठा रही है।
'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बाड़मेर में छिड़ा सियासी युद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीतिक वफादारी के सवालों को उजागर करता है। कैलाश चौधरी और कमलेश चौधरी के तीखे हमलों ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है,।