बालोतरा में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई: ऑपरेशन विषभंजन में दो तस्कर गिरफ्तार, 322 ग्राम एमडी, अफीम दूध और डोडा पोस्ट सहित लाखों का माल जब्त
बालोतरा में ऑपरेशन विषभंजन के तहत कल्याणपुर और जसोल पुलिस ने दो तस्करों को पकड़ा; 322 ग्राम एमडी, 280 ग्राम अफीम दूध, 661 ग्राम डोडा पोस्ट और 81 ग्राम अफीम दूध जब्त; होटल की आड़ में सप्लाई, नकदी-बाइक भी सीज।
बाड़मेर, 8 नवंबर 2025:
राजस्थान के बालोतरा जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस ने 'ऑपरेशन विषभंजन' के तहत जोरदार कार्रवाई की है। कल्याणपुर और जसोल थाना पुलिस की संयुक्त टीमों ने दो प्रमुख तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके कब्जे से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ, नकदी और एक बाइक जब्त की गई है। एक आरोपी होटल के कारोबार की आड़ में नशीले पदार्थों की सप्लाई कर रहा था, जबकि दूसरे के घर से ड्रग्स का स्टॉक बरामद हुआ। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है, जिसमें तस्करी के नेटवर्क और अन्य संलिप्त लोगों का पता लगाया जा रहा है।
कल्याणपुर पुलिस की दबिश: घर से बरामद हुए 322 ग्राम एमडी और 280 ग्राम अफीम दूध कल्याणपुर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि ग्राम डोली कला निवासी मनफूल उर्फ भैणा (पिता: धीमाराम) अपने घर में बड़ी मात्रा में अवैध मादक पदार्थों का स्टॉक छिपाकर रखे हुए है। मनफूल लंबे समय से ड्रग्स की तस्करी में लिप्त बताया जा रहा है और स्थानीय स्तर पर सप्लाई चेन का हिस्सा है।सूचना पर हरकत में आई कल्याणपुर पुलिस ने तत्काल छापेमारी की योजना बनाई। एक विशेष टीम के नेतृत्व में थानाध्यक्ष ने आरोपी के घर पर धावा बोल दिया।
तलाशी के दौरान पुलिस को निम्नलिखित जब्ती मिली:322 ग्राम मेथिल डाइऑक्सी मेथामफेटामाइन (एमडी): यह एक अत्यंत खतरनाक सिंथेटिक ड्रग है, जो युवाओं के बीच लोकप्रिय है और इसके सेवन से मानसिक विकार, हृदय संबंधी समस्याएं और मौत तक हो सकती है। बाजार मूल्य के हिसाब से इसकी कीमत लगभग 3-4 लाख रुपये बताई जा रही है। 280 ग्राम अफीम दूध: अफीम से बनी यह सामग्री तस्करों द्वारा आसानी से ले जाने और बेचने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसका मूल्य करीब 50-60 हजार रुपये आंका गया है। आरोपी मनफूल को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह पड़ोसी जिलों और स्थानीय बाजारों में ड्रग्स की सप्लाई करता था। पुलिस ने उसके घर से नकदी भी बरामद की है, जिसकी गिनती की जा रही है। इसके अलावा, तस्करी में इस्तेमाल एक बाइक भी जब्त की गई, जो आरोपी के फरार होने या सामान ले जाने के लिए उपयोग की जाती थी।
जसोल पुलिस का ऑपरेशन: होटल की आड़ में छिपा था ड्रग्स का जखीरा दूसरी ओर, जसोल थाना पुलिस को इंडस्ट्रियल एरिया के चतुर्थ चरण में स्थित एक होटल के बारे में टिप मिली थी। सूचना थी कि होटल मालिक जेठाराम (पिता: सत्ता राम, निवासी: गंगाला, चौहटन जिला बाड़मेर) अपने कारोबार की आड़ में मादक पदार्थों की तस्करी और वितरण कर रहा है। यह होटल ट्रक ड्राइवरों और यात्रियों के बीच एक हॉटस्पॉट था, जहां ड्रग्स की डील आसानी से हो जाती थी।पुलिस टीम ने होटल पर अचानक दबिश दी।
तलाशी अभियान में होटल के विभिन्न कमरों, स्टोर रूम और छिपे हुए स्थानों से निम्नलिखित सामग्री बरामद हुई: 661 ग्राम डोडा पोस्ट: यह अफीम का एक रूप है, जो स्मगलर्स द्वारा लोकप्रिय है। इसका बाजार मूल्य लगभग 1.5-2 लाख रुपये है। डोडा पोस्ट का सेवन सिरदर्द, उल्टी और लंबे समय में कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बनता है। 81 ग्राम अफीम दूध: यह सामग्री तस्करी के लिए कॉम्पैक्ट रूप में तैयार की जाती है। इसका मूल्य करीब 15-20 हजार रुपये है। जेठाराम को तुरंत हिरासत में ले लिया गया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह बाड़मेर और जोधपुर क्षेत्र से ड्रग्स मंगवाकर होटल के माध्यम से वितरित करता था। पुलिस ने होटल से नकदी के अलावा कुछ अन्य सामान भी जब्त किया है, जो तस्करी के सबूत के रूप में उपयोगी साबित हो सकता है।
ऑपरेशन विषभंजन: नशीले पदार्थों के खिलाफ राजस्थान पुलिस का अभियान यह कार्रवाई 'ऑपरेशन विषभंजन' का हिस्सा है, जो राजस्थान पुलिस द्वारा मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए चलाया जा रहा विशेष अभियान है। इस ऑपरेशन के तहत पिछले कुछ महीनों में बालोतरा, बाड़मेर और जोधपुर जैसे सीमावर्ती जिलों में कई छापेमारी की गई हैं। इन क्षेत्रों में पाकिस्तान सीमा के निकट होने के कारण ड्रग्स तस्करी का खतरा हमेशा बना रहता है।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जब्त माल का कुल मूल्य 5-6 लाख रुपये से अधिक है। दोनों आरोपी NDPS एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटांस एक्ट) के विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किए गए हैं। कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड लिया जाएगा, ताकि तस्करी के बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हो सके।