बाड़मेर साइबर पुलिस का बड़ा खुलासा: मोबाइल हैक कर 1.95 लाख ठगने वाला गुजरात से गिरफ्तार

बाड़मेर साइबर थाना पुलिस ने साइबर फ्रॉड के मामले में गुजरात के अहमदाबाद से सेंधाभाई (27) को गिरफ्तार किया। आरोपी ने सुरा जागीर निवासी भाखर सिंह के मोबाइल को हैक कर नेट बैंकिंग के जरिए 1.95 लाख रुपए की ठगी की।

Jun 25, 2025 - 12:26
बाड़मेर साइबर पुलिस का बड़ा खुलासा: मोबाइल हैक कर 1.95 लाख ठगने वाला गुजरात से गिरफ्तार

बाड़मेर जिले की साइबर थाना पुलिस ने साइबर फ्रॉड के एक बड़े मामले का पर्दाफाश करते हुए गुजरात के अहमदाबाद से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने मोबाइल हैकिंग के जरिए नेट बैंकिंग से अलग-अलग ट्रांजैक्शन कर पीड़ित के बैंक खाते से 1 लाख 95 हजार रुपए उड़ा लिए थे। पुलिस ने तकनीकी जांच और संदिग्ध बैंक खातों के रिकॉर्ड के आधार पर आरोपी तक पहुंचकर उसे धर दबोचा। फिलहाल, आरोपी से पूछताछ जारी है, ताकि उसके अन्य साथियों और ठगी के अन्य मामलों का खुलासा हो सके।

पीड़ित की शिकायत पर शुरू हुई जांच

मामला सुरा जागीर गांव के निवासी भाखर सिंह पुत्र सवाई सिंह से जुड़ा है, जिन्होंने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। भाखर सिंह ने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके मोबाइल को हैक कर लिया और उनके बैंक खाते से नेट बैंकिंग के माध्यम से कई ट्रांजैक्शन कर 1 लाख 95 हजार रुपए निकाल लिए। शिकायत के आधार पर साइबर थाना पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

साइबर पुलिस की तकनीकी जांच ने दिलाई सफलता

बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र सिंह मीना ने साइबर फ्रॉड के मामलों की गहन जांच के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों के तहत साइबर थाना प्रभारी हनुवंत सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर संदिग्ध बैंक खातों का रिकॉर्ड खंगाला। इस दौरान फ्रॉड में इस्तेमाल हुए बैंक खातों की जानकारी इकट्ठा की गई और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर मुख्य आरोपी की पहचान की गई।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई और तकनीकी विशेषज्ञता के दम पर आरोपी सेंधाभाई (27) पुत्र मोतीभाई, निवासी ठाकुरवास, पीराना रोड, गोपालपुरा, सेजपुर, थाना नारोल, अहमदाबाद, गुजरात को गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे दी ठगी को अंजाम

पुलिस जांच में सामने आया कि साइबर अपराधी ने परिवादी के मोबाइल को हैक कर उनके बैंक खाते तक पहुंच बनाई। इसके बाद नेट बैंकिंग के जरिए कई छोटे-बड़े ट्रांजैक्शन कर कुल 1 लाख 95 हजार रुपए विभिन्न खातों में ट्रांसफर कर लिए। इस तरह की ठगी में अपराधी अक्सर पीड़ित के मोबाइल में मैलवेयर या फिशिंग लिंक के जरिए अनधिकृत पहुंच बनाते हैं और फिर नेट बैंकिंग का दुरुपयोग करते हैं।

पूछताछ में और खुलासे की उम्मीद

पुलिस वर्तमान में गिरफ्तार आरोपी सेंधाभाई से गहन पूछताछ कर रही है। इस दौरान उसके अन्य साथियों और इस तरह की ठगी के अन्य मामलों की जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में साइबर ठगी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।

कार्रवाई में शामिल रही पुलिस टीम

इस सफल कार्रवाई में साइबर थाना प्रभारी हनुवंत सिंह के साथ हेड कॉन्स्टेबल रमझाराम, कॉन्स्टेबल देरामाराम, देवाराम और जोगाराम ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने साइबर अपराध के खिलाफ जिले में एक मजबूत संदेश दिया है।

साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए सतर्कता जरूरी

यह मामला साइबर अपराधों के बढ़ते खतरे को दर्शाता है। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे अनजान लिंक पर क्लिक करने, संदिग्ध ऐप डाउनलोड करने और अपनी नेट बैंकिंग जानकारी साझा करने से बचें। साथ ही, किसी भी साइबर फ्रॉड का शिकार होने पर तुरंत नजदीकी साइबर थाने या पुलिस हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करें।