बाड़मेर में गुंडों की परेड, दिनदहाड़े मारपीट के बाद पुलिस ने सिखाया सबक"

चार दिन पहले जसराज अपनी गाड़ी से जा रहा था, तभी सवाई सिंह और शंभु सिंह नामक दो युवकों ने उसकी गाड़ी रुकवाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। डंडों और लाठियों से किए गए इस हमले में जसराज बुरी तरह घायल हो गया, जिसके बाद उसे बाड़मेर से जोधपुर रेफर करना पड़ा। इस वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी थी और लोगों में दहशत का माहौल बन गया था।

Apr 3, 2025 - 14:39
बाड़मेर में गुंडों की परेड, दिनदहाड़े मारपीट के बाद पुलिस ने सिखाया सबक"

रिपोर्टर/राजेंद्र सिंह: बाड़मेर जिले में कानून का इकबाल बुलंद करते हुए पुलिस ने एक बार फिर सख्ती का परिचय दिया। चार दिन पहले चोहटन रोड पर OS मोटर्स के पास हाथीतला निवासी जसराज नामक युवक के साथ दिनदहाड़े मारपीट करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने न सिर्फ गिरफ्तार किया, बल्कि उनकी शहर में पैदल परेड भी निकाली। यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए राहत की बात है, बल्कि अपराधियों के लिए एक सख्त चेतावनी भी साबित हुई।  

घटना के अनुसार, चार दिन पहले जसराज अपनी गाड़ी से जा रहा था, तभी सवाई सिंह और शंभु सिंह नामक दो युवकों ने उसकी गाड़ी रुकवाकर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। डंडों और लाठियों से किए गए इस हमले में जसराज बुरी तरह घायल हो गया, जिसके बाद उसे बाड़मेर से जोधपुर रेफर करना पड़ा। इस वारदात ने इलाके में सनसनी फैला दी थी और लोगों में दहशत का माहौल बन गया था।

लेकिन बाड़मेर पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान दुधवा गांव से दोनों आरोपियों, सवाई सिंह और शंभु सिंह, को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने न सिर्फ इन्हें हिरासत में लिया, बल्कि एक अनोखा कदम उठाते हुए आरोपियों का पैदल मार्च निकाला। यह मार्च घटनास्थल से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से गुजरता हुआ सदर थाने तक पहुंचा। इस दौरान लोगों की भीड़ ने पुलिस की इस कार्रवाई को देखा और तारीफ की।

सदर थाना पुलिस के इस कदम से जहां एक ओर अपराधियों में खौफ पैदा हुआ, वहीं आम जनता में सुरक्षा का भरोसा जगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाते रहेंगे। जसराज के परिवार ने भी पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, हालांकि उनका दर्द अभी कम नहीं हुआ है, क्योंकि जसराज जोधपुर में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।

यह घटना बाड़मेर में बढ़ते अपराध को नियंत्रित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। पुलिस की यह अनूठी पहल न केवल कानून का पालन करवाने में मददगार साबित होगी, बल्कि समाज में यह संदेश भी देगी कि अपराध का अंजाम भुगतना ही पड़ता है।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ