बाड़मेर की बेटी निधि जोशी ने रचा इतिहास: 12वीं में 98.2% अंकों के साथ जिला टॉपर
बाड़मेर जिले की निधि जोशी ने एक बार फिर अपनी मेहनत और लगन से इतिहास रच दिया है। विज्ञान वर्ग में 98.2 प्रतिशत अंकों के साथ निधि ने न केवल जिला टॉपर का खिताब हासिल किया, बल्कि लगातार दूसरी बार बोर्ड परीक्षा में जिले में शीर्ष स्थान प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है

बाड़मेर, 13 मई 2025: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं कक्षा के परिणाम जारी कर दिए हैं, और राजस्थान के बाड़मेर जिले की निधि जोशी ने एक बार फिर अपनी मेहनत और लगन से इतिहास रच दिया है। विज्ञान वर्ग में 98.2 प्रतिशत अंकों के साथ निधि ने न केवल जिला टॉपर का खिताब हासिल किया, बल्कि लगातार दूसरी बार बोर्ड परीक्षा में जिले में शीर्ष स्थान प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। निधि बाड़मेर की पहली छात्रा हैं, जिन्होंने दो बोर्ड परीक्षाओं (10वीं और 12वीं) में जिला टॉपर बनने का गौरव हासिल किया।
12 घंटे की कठिन मेहनत का नतीजा
बाड़मेर में मेडिकल व्यवसाय से जुड़े प्रेम जोशी की बेटी निधि जोशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी अनुशासित दिनचर्या और कठिन परिश्रम को दिया। परीक्षा की तैयारी के दौरान निधि रोजाना 12 घंटे तक पढ़ाई में डूबी रहती थीं। उनकी मेहनत का नतीजा उनके शानदार अंकों में दिखा। निधि ने बायोलॉजी और रसायन विज्ञान जैसे कठिन विषयों में 100 में से 100 अंक हासिल किए, जो उनकी गहन तैयारी और समर्पण का प्रमाण है। कुल 98.2 प्रतिशत अंकों के साथ उन्होंने न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया।
दो साल पहले भी बनी थीं जिला टॉपर
निधि जोशी का यह पहला कारनामा नहीं है। दो साल पहले 10वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में भी उन्होंने बाड़मेर जिले में टॉप किया था। तब से ही वे जिले की होनहार बेटी के रूप में चर्चा में थीं। 12वीं में भी शीर्ष स्थान हासिल कर निधि ने साबित कर दिया कि मेहनत और लगन से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनकी इस उपलब्धि ने बाड़मेर के लिए गर्व का क्षण पैदा किया है।
यूपीएससी क्रैक कर बनेंगी प्रशासक
निधि का सपना केवल अकादमिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। वे भविष्य में देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा यूपीएससी को क्रैक कर एक कुशल प्रशासक बनना चाहती हैं। निधि का कहना है, "मैं अपने देश की सेवा करना चाहती हूं और एक अच्छा प्रशासक बनकर समाज में बदलाव लाना चाहती हूं।" उनकी इस महत्वाकांक्षा ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे बाड़मेर को उन पर गर्व करने का मौका दिया है।
परिवार और शिक्षकों का मिला साथ
निधि की इस उपलब्धि में उनके परिवार और शिक्षकों का अहम योगदान रहा है। उनके पिता प्रेम जोशी, जो एक मेडिकल व्यवसायी हैं, ने निधि की पढ़ाई के लिए हर संभव सहयोग किया। निधि ने अपने स्कूल के शिक्षकों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें कठिन विषयों को समझने और बेहतर प्रदर्शन करने में मदद की।
बाड़मेर के लिए प्रेरणा बनी निधि
निधि जोशी की इस उपलब्धि ने बाड़मेर के छात्रों, खासकर बेटियों के लिए एक मिसाल कायम की है। सरहदी जिले बाड़मेर में शिक्षा के क्षेत्र में यह उपलब्धि न केवल निधि की व्यक्तिगत जीत है, बल्कि यह उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को पूरा करने का जज्बा रखते हैं।
निधि की इस कामयाबी पर पूरे बाड़मेर में खुशी का माहौल है। उनकी उपलब्धि न केवल उनके परिवार और शिक्षकों के लिए, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है। निधि की यह कहानी हर उस स्टूडेंट्स के लिए प्रेरणा है जो मेहनत और लगन के साथ अपने लक्ष्यों को हासिल करना चाहता है।