बाड़मेर का लाल रावत मल बना इसरो का वैज्ञानिक: मरुधरा की मिट्टी से अंतरिक्ष तक का सफर

राजस्थान के रेतीले धोरों में बसा एक छोटा सा गाँव आदर्श ऊण्डखा आज गर्व और खुशी से झूम रहा है। इस गाँव के सपूत रावत मल पुत्र जोगा राम जी सुथार ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक/इंजीनियर (सिविल) के रूप में चयनित होकर न केवल अपने परिवार और गाँव, बल्कि पूरे बाड़मेर जिले और मरुधरा का नाम रोशन किया है।

Apr 3, 2025 - 16:52
बाड़मेर का लाल रावत मल बना इसरो का वैज्ञानिक: मरुधरा की मिट्टी से अंतरिक्ष तक का सफर

रिपोर्ट/जसवंत सिंह शिवकर - बाड़मेर, राजस्थान के रेतीले धोरों में बसा एक छोटा सा गाँव आदर्श ऊण्डखा आज गर्व और खुशी से झूम रहा है। इस गाँव के सपूत रावत मल पुत्र जोगा राम जी सुथार ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में वैज्ञानिक/इंजीनियर (सिविल) के रूप में चयनित होकर न केवल अपने परिवार और गाँव, बल्कि पूरे बाड़मेर जिले और मरुधरा का नाम रोशन किया है। यह उपलब्धि उनके अथक परिश्रम, लगन और शिक्षा के प्रति समर्पण का जीवंत प्रमाण है। आज, 3 अप्रैल 2025 को रावत मल ने इसरो के अहमदाबाद सेंटर में अपनी नई पारी की शुरुआत की है, जिससे क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। 

साधारण शुरुआत से असाधारण उपलब्धि तक

रावत मल का सफर किसी प्रेरणादायक कहानी से कम नहीं है। उनके पिता जोगा राम एक साधारण कारपेंटर हैं, जिन्होंने मजदूरी कर अपने बेटे को पढ़ाया और शिक्षा के महत्व को समझते हुए उसे हर संभव सहारा दिया। रावत मल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से प्राप्त की और 10वीं कक्षा में मेरिट हासिल कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। इसके बाद 12वीं के साथ-साथ उन्होंने देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज, NIT सूरत में दाखिला लिया और सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की। उनकी मेहनत और प्रतिभा का सिलसिला यहीं नहीं थमा। वर्तमान में वह मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस (MES) में जूनियर इंजीनियर (JEN) के पद पर कार्यरत थे, और अब इसरो में ग्रुप A गैजेटेड ऑफिसर के रूप में चयनित हुए हैं।

शिक्षा और मेहनत का फल

रावत मल की इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और परिवार का समर्थन प्रमुख रहा है। सरकारी स्कूल से पढ़ाई शुरू करने वाले इस युवा ने अपनी लगन से NIT जैसे संस्थान में जगह बनाई और फिर इसरो जैसे प्रतिष्ठित संगठन तक का सफर तय किया। उनके पिता की मेहनत और बेटे की जिद ने यह साबित कर दिया कि संसाधनों की कमी सपनों को रोक नहीं सकती। आज उनकी यह उपलब्धि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है जो सीमित साधनों के बावजूद बड़े लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं।

बाड़मेर और मरुधरा के लिए गौरव का क्षण

रावत मल का इसरो में चयन न केवल उनके गाँव आदर्श ऊण्डखा या बाड़मेर जिले के लिए, बल्कि पूरे राजस्थान और मरुधरा के लिए गर्व का विषय है। इसरो, जो अपनी लागत प्रभावी तकनीकों और अंतरिक्ष मिशनों के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है, अब इस मरुधरा के लाल की प्रतिभा का साक्षी बनेगा। उनकी इस उपलब्धि ने यह संदेश दिया है कि प्रतिभा किसी क्षेत्र या परिस्थिति की मोहताज नहीं होती।

अहमदाबाद में नई शुरुआत

आज रावत मल ने इसरो के अहमदाबाद सेंटर में अपनी जॉइनिंग पूरी की है। यह उनके करियर का एक नया अध्याय है, जिसमें वह देश के अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में योगदान देंगे। उनकी इस सफलता पर गाँव और जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। लोग इसे एक ऐतिहासिक पल मान रहे हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहे हैं।

शुभकामनाओं का तांता

रावत मल की इस उपलब्धि पर उन्हें चारों ओर से बधाइयाँ मिल रही हैं। हमारी ओर से भी उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ। यह कामना है कि वह अपने कार्य से देश का नाम और ऊँचा करें और मरुधरा की मिट्टी को गौरवान्वित करते रहें। बाड़मेर का यह लाल अब अंतरिक्ष की ऊँचाइयों को छूने के लिए तैयार है, और उसका यह सफर हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। 

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ