आसिम मुनीर की परमाणु धमकी पर भारत का करारा जवाब: पाकिस्तान को बताया ‘गैर-जिम्मेदार परमाणु देश’

पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने अमेरिका में भारत के खिलाफ परमाणु धमकी दी, जिसे भारत ने “गैर-जिम्मेदार” करार दिया। सरकारी सूत्रों ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार गैर-राज्य तत्वों के हाथ पड़ सकते हैं। मुनीर ने सिंधु जल संधि पर भी भारत को धमकाया, जिसके जवाब में भारत ने सख्त रुख अपनाया।

Aug 11, 2025 - 16:58
आसिम मुनीर की परमाणु धमकी पर भारत का करारा जवाब: पाकिस्तान को बताया ‘गैर-जिम्मेदार परमाणु देश’
पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर द्वारा अमेरिका में भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों की धमकी देने पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। सरकारी सूत्रों ने पाकिस्तान को “परमाणु हथियारों वाला गैर-जिम्मेदार देश” करार देते हुए चेतावनी दी कि वहां परमाणु हथियार गैर-राज्य तत्वों के हाथों में पड़ सकते हैं। यह बयान मुनीर के उस दावे के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यदि पाकिस्तान को भारत से अस्तित्व का खतरा हुआ, तो वह “आधी दुनिया को साथ ले डूबूँगा।

मुनीर की धमकी और भारत का जवाब

मुनीर ने टाम्पा, फ्लोरिडा में एक निजी रात्रिभोज में कहा, “हम एक परमाणु शक्ति हैं। अगर हमें लगता है कि हम खत्म हो रहे हैं, तो हम आधी दुनिया को अपने साथ ले जाएंगे।” उन्होंने भारत के सिंधु जल संधि को निलंबित करने के फैसले पर भी हमला बोला और धमकी दी कि अगर भारत ने सिंधु नदी पर बांध बनाया, तो पाकिस्तान “10 मिसाइलों से उसे नष्ट कर देगा”। भारत के विदेश मंत्रालय ने इसे “परमाणु तलवारबाजी” करार देते हुए कहा कि यह बयान पाकिस्तान की सैन्य-आतंकवादी गठजोड़ की मानसिकता को दर्शाता है।

परमाणु हथियारों का खतरा

भारत ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान का सैन्य शासन और उसकी अस्पष्ट परमाणु नीति वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा है। सूत्रों ने कहा, “जब भी अमेरिका पाकिस्तानी सेना का समर्थन करता है, वे अपने असली रंग दिखाते हैं।” स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के अनुसार, पाकिस्तान के पास 170 परमाणु हथियार हैं, जबकि भारत के पास 172 हैं। भारत की ‘नो फर्स्ट यूज’ नीति के विपरीत, पाकिस्तान की नीति अस्पष्ट है, जो क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता को जोखिम में डालती है।

सिंधु जल संधि पर विवाद

मुनीर ने दावा किया कि भारत का सिंधु जल संधि को निलंबित करना 25 करोड़ लोगों को भुखमरी की ओर धकेल सकता है। उन्होंने कहा, “सिंधु नदी भारत की निजी संपत्ति नहीं है।” भारत ने जवाब में कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद संधि को निलंबित करना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जरूरी था। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा और अपनी सुरक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।

सियासी और सैन्य प्रतिक्रियाएं

भारत में नेताओं ने मुनीर के बयान की कड़ी आलोचना की है। शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इसे “कायरतापूर्ण धमकी” बताया, जबकि बीजेपी नेता गौरव वल्लभ ने कहा, “नया भारत आतंकवाद के खिलाफ सख्त नीति अपनाता है।” रिटायर्ड मेजर जनरल पीके सहगल ने चेतावनी दी कि अगर पाकिस्तान ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल किया, तो यह “उसके लिए आत्मघाती होगा”। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मुनीर की फील्ड मार्शल पदोन्नति का मजाक उड़ाते हुए कहा, “पाकिस्तानी सोचते हैं कि उनका सेनापति फील्ड मार्शल बना, तो वे जीत गए।”

वैश्विक चिंता

मुनीर की धमकी अमेरिकी धरती से किसी तीसरे देश के खिलाफ दी गई पहली परमाणु धमकी है, जिसने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंतित किया है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) से पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा की जांच की मांग की है। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान का सैन्य शासन और आतंकवादी समूहों से उसका गठजोड़ वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा है।