अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत ट्रेन की ऊंटों से टक्कर, इंजन का कैटल गार्ड टूटा, 20 मिनट रुकी ट्रेन
अहमदाबाद से जोधपुर जा रही वंदे भारत ट्रेन पाली जिले में दो ऊंटों से टकरा गई, जिससे इंजन का कैटल गार्ड टूट गया और ट्रैक पर खून बिखर गया। हादसे से यात्रियों में दहशत फैली, और ट्रेन 20 मिनट तक रुकी रही। रेलवे ने जांच शुरू की, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

पाली, राजस्थान: अहमदाबाद से जोधपुर की ओर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के साथ राजस्थान के पाली जिले में एक दुखद हादसा हुआ। ट्रेन की दो ऊंटों से टक्कर हो गई, जिसके कारण ट्रेन के इंजन का अगला हिस्सा, जिसे कैटल गार्ड (सामने का कवच) कहा जाता है, पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना के बाद रेलवे ट्रैक पर खून बिखर गया, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। हादसे के कारण ट्रेन को करीब 20 मिनट तक रोकना पड़ा।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, यह हादसा पाली जिले के एक रेलवे ट्रैक पर हुआ, जब अहमदाबाद से जोधपुर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी रफ्तार में थी। अचानक ट्रैक पर दो ऊंट आ गए, और तेज गति के कारण ट्रेन उनसे टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रेन के इंजन का कैटल गार्ड पूरी तरह टूट गया।टक्कर के बाद रेलवे ट्रैक पर खून और मलबा फैल गया, जिससे स्थिति और भयावह हो गई।
यात्रियों में दहशत, ट्रेन 20 मिनट रुकी
हादसे के समय ट्रेन में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। तेज आवाज और ट्रेन के अचानक रुकने से यात्री डर गए। रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत स्थिति को संभाला और क्षतिग्रस्त कैटल गार्ड की जांच की। ट्रेन को करीब 20 मिनट तक रोका गया, ताकि ट्रैक को साफ किया जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि ट्रेन आगे की यात्रा के लिए सुरक्षित है। इस दौरान यात्रियों को शांत किया गया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।
वंदे भारत ट्रेन और पहले भी हादसे
वंदे भारत एक्सप्रेस, जो अपनी हाई-स्पीड और आधुनिक सुविधाओं के लिए जानी जाती है, पहले भी कई बार मवेशियों या अन्य बाधाओं से टकराने की घटनाओं का शिकार हो चुकी है। उदाहरण के लिए, मुंबई-अहमदाबाद मार्ग पर यह ट्रेन तीन बार मवेशियों से टकरा चुकी है, जिससे इसके अगले हिस्से को नुकसान पहुंचा था। इसी तरह, 2023 में आगरा-दिल्ली मार्ग पर भी एक गाय से टक्कर के कारण ट्रेन का कैटल गार्ड क्षतिग्रस्त हुआ था। इन घटनाओं से यह सवाल उठता है कि रेलवे ट्रैक पर पशुओं की आवाजाही को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
रेलवे की प्रतिक्रिया और जांच
हादसे के बाद रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ऊंट रेलवे ट्रैक पर कैसे पहुंचे। रेलवे ट्रैक के आसपास बाड़ लगाने और अन्य सुरक्षा उपायों को लागू करने की प्रक्रिया पहले से चल रही है, लेकिन ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन के इंजन को हुए नुकसान की मरम्मत की जाएगी, और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे।
यह हादसा एक बार फिर रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और पशुओं की आवाजाही पर सवाल खड़े करता है। वंदे भारत जैसी हाई-स्पीड ट्रेनों के लिए ट्रैक की सुरक्षा और बाड़बंदी को और मजबूत करने की जरूरत है। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे को इस दिशा में तत्काल कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। इस घटना में कोई यात्री घायल नहीं हुआ, जो राहत की बात है, लेकिन ट्रेन के इंजन को हुए नुकसान ने रेलवे प्रशासन के सामने एक नई चुनौती पेश की है।