"राजसमंद में पुलिस नाके तोड़कर भागे दो बदमाश गिरफ्तार: नेगड़िया टोल पर थार गाड़ी से मचाया हंगामा"

Oct 19, 2025 - 10:44
"राजसमंद में पुलिस नाके तोड़कर भागे दो बदमाश गिरफ्तार: नेगड़िया टोल पर थार गाड़ी से मचाया हंगामा"

राजसमंद जिले में पुलिस नाके को तोड़कर भागे दो अपराधी गिरफ्तार: नेगड़िया टोल पर थार गाड़ी से हंगामा मचाने का मामला

राजस्थान के राजसमंद जिले में अपराधियों की धरपकड़ के लिए की गई नाकाबंदी को तोड़कर भागने की कोशिश करने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने अंततः दबोच लिया है। यह घटना नेगड़िया टोल प्लाजा पर तब घटी जब ये आरोपी अपनी थार गाड़ी से तेज रफ्तार में नाके पर पहुंचे और हंगामा मचाते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। स्थानीय पुलिस की त्वरित और साहसिक कार्रवाई से न केवल अपराधियों को पकड़ा गया, बल्कि इलाके में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने का संदेश भी दिया गया।

घटना की शुरुआत: टोल पर उत्पात

 18 अक्टूबर की रात को राजसमंद-उदयपुर हाईवे पर स्थित नेगड़िया टोल प्लाजा के पास पुलिस ने रूटीन चेकिंग के तहत नाकाबंदी की थी। इसी दौरान दो संदिग्ध युवक अपनी महिंद्रा थार एसयूवी में सवार होकर तेज गति से वहां पहुंचे और नाके पर फायरिंग की। नाके पर रुकने के निर्देश दिए जाने पर उन्होंने न केवल पुलिसकर्मियों को धमकाया, बल्कि गाड़ी को तेजी से आगे बढ़ाकर बैरिकेड्स को तोड़ दिया। इस दौरान टोल कर्मचारियों और पुलिस वाहनों को नुकसान पहुंचा, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। गवाहों के अनुसार, आरोपी चिल्ला-पुकार मचाते हुए गाली-गलौज कर रहे थे और हथियारों का भी इस्तेमाल करने की धमकी दे रहे थे। यह हंगामा करीब 10-15 मिनट तक चला, जिसमें आसपास के वाहन चालकों को भी खतरा महसूस हुआ।

पुलिस का पीछा: सतर्कता से भरा सफर

घटना की सूचना मिलते ही राजसमंद जिले की पुलिस ने तुरंत अलर्ट जारी कर दिया। एसपी कार्यालय से निर्देश पर विशेष टीमों का गठन किया गया, जिसमें स्थानीय थाना प्रभारी, आरएएफ जवान और ट्रैफिक पुलिस शामिल थे। आरोपी थार गाड़ी हाईवे पर ही दौड़ाते हुए राजसमंद शहर की ओर भागे, लेकिन पुलिस की वायरलेस सेटों से लगातार संपर्क बनाए रखने वाली टीमें उनके पीछे लग गईं। लगभग 20 किलोमीटर के पीछा के दौरान आरोपी कई बार रास्ता बदलने की कोशिश करते रहे, लेकिन जीपीएस ट्रैकिंग और स्थानीय मुखबिरों की मदद से उनकी लोकेशन पकड़ ली गई।इस दौरान कोई गोलीबारी या बड़ा संघर्ष नहीं हुआ, लेकिन पुलिस ने सावधानी बरतते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी थी। भागते हुए आरोपी ने एक जगह पर गाड़ी रोककर पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश भी की, लेकिन यह नाकाम रही।

गिरफ्तारी का क्षण: न्याय की जीत

पीछा करते हुए पुलिस ने आरोपी गाड़ी को राजसमंद के बाहरी इलाके में घेर लिया। वहां पहुंचते ही थार गाड़ी को रोक लिया गया और दोनों बदमाशों को हिरासत में ले लिया गया। उनकी पहचान प्रतपसिंह रावत (उम्र 25 वर्ष) और देवेंद्र सेन (उम्र 22 वर्ष) के रूप में हुई, जो स्थानीय स्तर पर छोटे-मोटे अपराधों में लिप्त रहने वाले युवक बताए जा रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे नशे के नशे में थे और नाके पर रुकना उन्हें बर्दाश्त नहीं हुआ। पुलिस ने उनके कब्जे से अवैध शराब की बोतलें, चाकू जैसी वस्तुएं और गाड़ी के कागजात बरामद किए। दोनों को हंगामा मचाने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिसकर्मियों को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया है।

जांच और आगे की कार्रवाई

पुलिस जांच में पता चला कि ये आरोपी पहले भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर चुके हैं और संभवतः किसी बड़े गिरोह से जुड़े हो सकते हैं। "ऐसी घटनाओं से हमारी सतर्कता कम नहीं होगी। हम हाईवे पर नाकाबंदी को और सख्त करेंगे ताकि अपराधी फरार न हो सकें।" पीड़ित टोल कर्मचारियों को चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है, जबकि क्षतिग्रस्त बैरिकेड्स को ठीक करने का काम शुरू हो गया है। जिला प्रशासन ने सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि आने वाले दिनों में विशेष चेकिंग अभियान चलाए जाएं। यह घटना न केवल पुलिस की दक्षता को दर्शाती है, बल्कि स्थानीय लोगों में सुरक्षा के प्रति विश्वास भी

बढ़ा रही है।