बाड़मेर में शिक्षा का नया अध्याय: स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर कल से खुलेंगेबाड़मेर में शिक्षा का नया अध्याय: स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर कल से खुलेंगे

बाड़मेर में 13 मई 2025 से स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर फिर से खुलेंगे। स्कूलों में टाइम टेबल के अनुसार परीक्षाएं होंगी, कॉलेज और स्टेट ओपन की परीक्षाएं शुरू होंगी, और कोचिंग सेंटरों में पढ़ाई की रौनक लौटेगी। जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिंह ने इसकी जानकारी दी।

May 12, 2025 - 18:52
बाड़मेर में शिक्षा का नया अध्याय: स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर कल से खुलेंगेबाड़मेर में शिक्षा का नया अध्याय: स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर कल से खुलेंगे

बाड़मेर जिले में शिक्षा के क्षेत्र  में लंबे समय के बाद, जिला प्रशासन ने स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को 13 मई 2025 से फिर से खोलने का फैसला किया है। इस निर्णय की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिंह ने दी है। यह कदम न केवल छात्रों और शिक्षकों के लिए राहत भरा है, बल्कि जिले की शैक्षिक गतिविधियों को भी नई गति प्रदान करेगा।

स्कूलों में टाइम टेबल के अनुसार होंगी परीक्षाएं

जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार, स्कूलों में पढ़ाई और परीक्षाएं टाइम टेबल के अनुसार आयोजित की जाएंगी। यह सुनिश्चित किया गया है कि शैक्षणिक सत्र में देरी को कम करने के लिए पाठ्यक्रम को व्यवस्थित ढंग से पूरा किया जाए। स्कूलों में कक्षाएं नियमित रूप से शुरू होंगी, और छात्रों को उनके निर्धारित समय के अनुसार परीक्षाओं में शामिल होने का अवसर मिलेगा। इससे न केवल शैक्षिक नुकसान की भरपाई होगी, बल्कि छात्रों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

कॉलेज और स्टेट ओपन की परीक्षाओं का रास्ता साफ

कॉलेज और स्टेट ओपन परीक्षाओं को लेकर भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिला प्रशासन ने कॉलेजों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार कक्षाएं और परीक्षाएं शुरू करें। स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी के छात्रों के लिए भी यह खबर राहत भरी है, क्योंकि उनकी परीक्षाएं अब निर्धारित समय पर होंगी। इस कदम से उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी गतिविधियां सामान्य होने की उम्मीद है।

कोचिंग सेंटरों में लौटेगी रौनक

बाड़मेर के कोचिंग सेंटर, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण हैं, भी कल से अपने दरवाजे खोलेंगे। कोचिंग सेंटरों में फिर से रौनक लौटने की उम्मीद है, क्योंकि छात्र अब अपनी पढ़ाई को गति दे सकेंगे। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कोचिंग सेंटरों को सभी आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा, जिसमें सामाजिक दूरी, स्वच्छता, और अन्य सुरक्षा उपाय शामिल हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी की भूमिका

जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिंह ने इस निर्णय की घोषणा करते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य छात्रों के हित में शैक्षिक गतिविधियों को जल्द से जल्द सामान्य करना है। सभी स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों को आवश्यक दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा ताकि सुरक्षित और सुचारू रूप से पढ़ाई शुरू हो सके।" उनके इस बयान से स्पष्ट है कि प्रशासन शिक्षा को प्राथमिकता दे रहा है और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

चुनौतियां और समाधान

हालांकि, इस निर्णय के साथ कुछ चुनौतियां भी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट और बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण कुछ छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं में दिक्कत हो सकती है। इसके लिए जिला प्रशासन ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे ऑफलाइन कक्षाओं पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त संसाधन उपलब्ध कराएं। इसके अलावा, कोचिंग सेंटरों को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके पास पर्याप्त बुनियादी ढांचा और शिक्षक उपलब्ध हों।

निष्कर्ष

बाड़मेर में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटरों का फिर से खुलना न केवल शैक्षिक क्षेत्र के लिए एक सकारात्मक कदम है, बल्कि यह जिले के युवाओं के भविष्य को भी उज्जवल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। जिला शिक्षा अधिकारी कृष्ण सिंह के नेतृत्व में प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी संस्थान सुरक्षा और नियमों का पालन करते हुए अपनी गतिविधियां शुरू करें। छात्रों और अभिभावकों में इस खबर को लेकर उत्साह है, और उम्मीद है कि यह निर्णय बाड़मेर के शैक्षिक परिदृश्य को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ