अजमेर:ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह के आसपास अतिक्रमण पर प्रहार,250 अवैध दुकानें ढहाईं, भारी पुलिस बल तैनात.

अजमेर की विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह के आसपास अंदरकोट, मीठा नीम और बड़े पीर मार्ग पर बनी 250+ अवैध दुकानों को वन विभाग और जिला प्रशासन ने बुलडोजर से ढहा दिया। 500 पुलिसकर्मियों और 250 वनकर्मियों की मौजूदगी में क्षेत्र को छावनी में बदला गया। यह कार्रवाई श्रद्धालुओं की सुविधा और वन भूमि की सुरक्षा के लिए कानूनी रूप से शुरू की गई, जो देर रात तक चलेगी।

Aug 2, 2025 - 16:26
अजमेर:ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह के आसपास अतिक्रमण पर प्रहार,250 अवैध दुकानें ढहाईं, भारी पुलिस बल तैनात.

अजमेर, 2 अगस्त 2025: विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के आसपास के क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए शनिवार सुबह एक बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया। अजमेर के अंदरकोट, मीठा नीम और बड़े पीर मार्ग पर बनी 250 से अधिक अवैध दुकानों को वन विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त कार्रवाई में ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई को सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से अंजाम देने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जिसने पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया।

कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक इंतजाम 

इस अभियान में करीब 500 पुलिसकर्मियों के साथ-साथ 250 वनकर्मी, विशेष कार्य बल (एसटीएफ), थानाधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड़ और अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (सिटी) गजेंद्र सिंह राठौड़ मौके पर मौजूद रहे। कानून-व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए अजमेर के अलावा टोंक, भीलवाड़ा और नागौर जिलों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। हथियारबंद जवान क्षेत्र में तैनात किए गए, और सुरक्षा व्यवस्था हालांकि, प्रशासन ने कार्रवाई के फोटो और वीडियो जारी किए, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।

क्यों शुरू हुआ यह अभियान? 

प्रशासन के अनुसार, यह कार्रवाई वर्षों से चली आ रही अवैध दुकानों और अतिक्रमण को हटाने के लिए शुरू की गई। इन दुकानों के कारण दरगाह आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी असुविधा हो रही थी। वन विभाग की जमीन पर बने इन अवैध निर्माणों की शिकायतें लंबे समय से मिल रही थीं। प्रशासन ने बताया कि यह अभियान पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है, और इसका मकसद वन भूमि की सुरक्षा के साथ-साथ श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा प्रदान करना है।

तोड़फोड़ की कार्रवाई में बुलडोजर का इस्तेमाल 

शनिवार सुबह शुरू हुई इस कार्रवाई में वन विभाग की टीमें बुलडोजर लेकर अंदरकोट, मीठा नीम और बड़े पीर मार्ग पर पहुंचीं। एक-एक कर अवैध दुकानों को ढहाया गया। यह अभियान देर रात तक चलने की संभावना है। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं।

श्रद्धालुओं के लिए राहत की उम्मीद 

ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है। यहां प्रतिदिन हजारों लोग जियारत के लिए आते हैं। अतिक्रमण के कारण पैदल रास्तों पर आवागमन में बाधा उत्पन्न हो रही थी, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। इस कार्रवाई से इन रास्तों को खाली करवाकर श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करने की उम्मीद है।

प्रशासन का बयान: कानूनी और पारदर्शी कार्रवाई 

जिला प्रशासन और वन विभाग ने संयुक्त बयान में कहा कि यह कार्रवाई पूरी तरह से कानून के दायरे में की जा रही है। अवैध निर्माणों को हटाने से पहले सभी आवश्यक नोटिस जारी किए गए थे। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि इस अभियान का मकसद किसी भी समुदाय को निशाना बनाना नहीं, बल्कि सार्वजनिक हित और वन भूमि की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।यह कार्रवाई न केवल अजमेर की कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में एक कदम है, बल्कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह को और अधिक सुगम और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाजनक बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।