गांव में करंट की चपेट में आने से विधवा महिला, बेटी और दामाद की दर्दनाक मौत, दूसरी बेटी गंभीर
अजमेर जिले के बिसुन्दनी गांव में मकान की तराई के दौरान बिजली के करंट की चपेट में आने से विधवा महिला प्रेमी देवी, उनकी बेटी माया देवी और दामाद कंवरलाल की मौत हो गई। दूसरी बेटी तारा देवी गंभीर रूप से झुलस गई, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसा बुधवार सुबह सावर थाना क्षेत्र में हुआ। पुलिस जांच कर रही है, और बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल उठ रहे हैं।

अजमेर, 4 जून 2025: राजस्थान के अजमेर जिले के केकड़ी क्षेत्र के सावर थाना इलाके में स्थित बिसुन्दनी गांव में बुधवार सुबह एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें मकान की तराई के दौरान बिजली के करंट की चपेट में आने से एक विधवा महिला, उनकी बेटी और दामाद की मौत हो गई। इस हादसे में परिवार की एक अन्य बेटी गंभीर रूप से झुलस गई है, जिसका इलाज अस्पताल में चल रहा है। इस घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है।
### हादसे का विवरण
जानकारी के अनुसार, बिसुन्दनी गांव निवासी प्रेमी देवी (60) के मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। प्रेमी देवी के पति लादूराम की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी, और वह अपनी पांच बेटियों के साथ अकेले जीवनयापन कर रही थीं। निर्माण कार्य में मदद के लिए उनकी बेटी माया देवी (45) और दामाद कंवरलाल (50), जो कादेड़ा (केकड़ी) के निवासी थे, उनके पास आए थे। बुधवार सुबह करीब 7 बजे, मकान की तराई का काम चल रहा था। इस दौरान प्रेमी देवी, माया देवी, कंवरलाल और उनकी दूसरी बेटी तारा देवी (22) मकान के ऊपर से गुजर रही 11 केवी बिजली लाइन के संपर्क में आ गए।
बिजली के तारों में करंट दौड़ रहा था, जिसके कारण चारों लोग बुरी तरह झुलस गए। हादसे की सूचना पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को तुरंत सावर के राजकीय अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में चिकित्सकों ने प्रेमी देवी, माया देवी और कंवरलाल को मृत घोषित कर दिया। तारा देवी की हालत गंभीर बनी हुई है, और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर किया गया है।
### पुलिस और प्रशासन का त्वरित एक्शन
हादसे की सूचना मिलते ही सावर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक जांच में पता चला कि मकान के ऊपर से गुजर रही 11 केवी की हाईटेंशन लाइन के तारों में करंट था, जो इस हादसे का कारण बना। सावर थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, और बिजली विभाग से भी इस संबंध में जानकारी मांगी गई है कि आखिर इतनी ऊंची वोल्टेज की लाइन मकान के इतने करीब कैसे थी।
### परिवार पर दुख का पहाड़
यह हादसा प्रेमी देवी के परिवार के लिए एक बड़ा आघात है। प्रेमी देवी, जो पहले ही अपने पति को खो चुकी थीं, अपनी बेटियों के सहारे जीवन बिता रही थीं। उनकी पांच बेटियों में से एक बेटी माया देवी और दामाद कंवरलाल की इस हादसे में मौत हो गई, जबकि दूसरी बेटी तारा देवी जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है। गांव में मातम का माहौल है, और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रेमी देवी का परिवार मेहनती और मिलनसार था, और इस हादसे ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।
### बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल
इस हादसे ने एक बार फिर बिजली विभाग की लापरवाही को उजागर किया है। ग्रामीणों का आरोप है कि मकान के इतने करीब से हाईटेंशन लाइन गुजर रही थी, जिसके तार काफी नीचे झूल रहे थे। ऐसी स्थिति में बिजली विभाग को पहले ही सुरक्षा के उपाय करने चाहिए थे। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की गहन जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा प्रदान करने की मांग भी उठ रही है।
### सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रिया
हादसे की खबर फैलते ही स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने घटनास्थल का दौरा किया। कुछ सामाजिक संगठनों ने भी परिवार को सहायता देने का वादा किया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बिजली लाइनों की नियमित जांच और रखरखाव सुनिश्चित किया जाए।
### बिजली हादसों का बढ़ता सिलसिला
यह घटना राजस्थान में बिजली के करंट से होने वाली मौतों की एक और कड़ी है। हाल के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां हाईटेंशन लाइनों की लापरवाही या अवैध हुकिंग के कारण लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली लाइनों की ऊंचाई और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण इस तरह के हादसे बार-बार हो रहे हैं।
### निष्कर्ष
बिसुन्दनी गांव में हुआ यह हादसा न केवल एक परिवार की त्रासदी है, बल्कि यह समाज और प्रशासन के लिए एक चेतावनी भी है। बिजली विभाग को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने और सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, प्रेमी देवी के परिवार के लिए यह एक असहनीय क्षति है, और तारा देवी की सलामती के लिए सभी प्रार्थना कर रहे हैं।