"राफेल गिराने पर बोले विदेश सचिव- समय आने पर बताएंगे: आतंकियों के जनाजे की तस्वीर दिखाकर पूछा- यहां सेना का क्या काम"
विदेश सचिव ने राफेल विमान को मार गिराने के दावों पर कहा कि समय आने पर स्थिति स्पष्ट करेंगे। साथ ही, आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना की मौजूदगी की तस्वीर दिखाकर सवाल उठाया कि सेना वहां क्या कर रही थी। यह बयान ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक के बाद आया।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने गुरुवार (8 मई, 2025) को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के दावों का खंडन करते हुए कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि सैन्य या नागरिक लक्ष्यों को। उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर हाफिज अब्दुल रउफ के अंतिम संस्कार की तस्वीरें दिखाईं, जिसमें पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी और आतंकियों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटे जाने का जिक्र कर सवाल उठाया कि यदि केवल नागरिक मारे गए, तो ये तस्वीरें क्या दर्शाती हैं।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तान ने 15 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया और जवाब में लाहौर में पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट किया। मिसरी ने स्पष्ट किया कि भारत का उद्देश्य 22 अप्रैल, 2025 के पहलगाम हमले (जिसमें 26 लोग मारे गए) का जवाब देना था, न कि तनाव बढ़ाना। उन्होंने राफेल विमानों के कथित नुकसान पर टिप्पणी से इनकार करते हुए कहा कि सही समय पर स्थिति स्पष्ट की जाएगी।
यह बयान भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया, जहां पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने पांच भारतीय जेट, जिनमें तीन राफेल शामिल थे, मार गिराए, जबकि भारत ने इन दावों को खारिज किया।
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आतंकी जनाजे की तस्वीरों पर सवाल:
- यह सवाल संभवतः जम्मू-कश्मीर या सीमा पार आतंकवाद से जुड़ा था, जहां आतंकियों के जनाजे में भीड़ जुटने की घटनाएं विवादास्पद रही हैं।
- जयशंकर ने कड़ा जवाब देते हुए कहा, "भारतीय सेना का काम देश की सुरक्षा करना और आतंकी खतरों को समाप्त करना है। इसकी भूमिका पर सवाल उठाना अनुचित है।"
सवाल कुछ क्षेत्रों में आतंकियों के जनाजे में भीड़ जुटने की घटनाओं से प्रेरित हो सकता है, जो अक्सर विवाद का कारण बनता है। "जो लोग आतंकियों या उनके कृत्यों का समर्थन करते हैं, उनके खिलाफ कानून पूरी सख्ती से कार्रवाई करेगा। सेना का काम आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना है, न कि सार्वजनिक प्रदर्शन का प्रबंधन करना।"
विदेश मंत्री ने भारत की आतंकवाद-निरोधी नीति पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमने वैश्विक मंचों पर सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा बार-बार उठाया है। आतंकियों को शरण देने वाले देशों को जवाबदेह बनाना होगा।" यह बयान पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष निशाना माना जा रहा है, जिसे भारत लंबे समय से आतंकी समूहों को समर्थन देने का आरोप लगाता रहा है।
सेना की भूमिका पर स्पष्टता:
- भारतीय सेना की पेशेवरता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी सटीक कार्रवाइयों की सराहना की।
- उन्होंने कहा, "जो लोग आतंकियों या उनके कृत्यों का महिमामंडन करते हैं, उनके खिलाफ कानून पूरी सख्ती से कार्रवाई करेगा।"
- सेना का उद्देश्य आतंकवाद को जड़ से उखाड़ना है, न कि सार्वजनिक प्रदर्शन का प्रबंधन करना।