जालौर स्टेशन के पास साबरमती एक्सप्रेस के आगे युवक ने की आत्महत्या: दर्दनाक घटना से रेल यातायात प्रभावित
जालौर स्टेशन से 500-700 मीटर दूर अहमदाबाद से जोधपुर आ रही साबरमती ट्रेन के आगे एक युवक ने आत्महत्या कर ली, जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ।
जालौर, 16 नवंबर 2025: राजस्थान के जालौर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सुबह-सुबह सबको स्तब्ध कर दिया। अहमदाबाद से जोधपुर की ओर आ रही साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन के आगे एक युवक ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। घटना जालौर रेलवे स्टेशन से लगभग 500 से 700 मीटर दूर एक सुनसान रेल पटरी पर हुई, जहां ट्रेन की तेज रफ्तार ने युवक को तुरंत अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे से ट्रेन को रोका गया और स्थानीय रेल यातायात करीब एक घंटे तक प्रभावित रहा।
घटना का विवरण: कैसे हुई यह दर्दनाक वारदात? सुबह करीब 8:30 बजे साबरमती एक्सप्रेस, जो अहमदाबाद से रवाना होकर जोधपुर पहुंचने वाली थी, जालौर स्टेशन के पास से गुजर रही थी। ट्रेन के लोको पायलट ने अचानक पटरी पर किसी व्यक्ति को देखा और इमरजेंसी ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन ट्रेन की गति (लगभग 80-90 किमी/घंटा) के कारण वह रुक नहीं सकी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक ने ट्रेन को देखते ही पटरी पर लेटने या छलांग लगाने जैसा कदम उठाया, जो आत्महत्या का स्पष्ट संकेत माना जा रहा है। हादसे के बाद ट्रेन के इंजन के नीचे युवक का शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया।रेलवे के सरकारी रिकॉर्ड और स्थानीय जीआरपी (गवर्नमेंट रेलवे पुलिस) के प्रारंभिक जांच के मुताबिक, यह घटना स्टेशन से 600 मीटर दूर एक घुमावदार ट्रैक पर घटी, जहां रेलवे की निगरानी कैमरे नहीं पहुंच पाते। ट्रेन में सवार सैकड़ों यात्रियों में हड़कंप मच गया, और कई लोगों को सदमे की स्थिति में देखा गया। लोको पायलट ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी, जिसके बाद ट्रेन को जालौर स्टेशन पर रोका गया।
मृतक की पहचान और संभावित कारण; मृतक की पहचान अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार वह 25-30 वर्षीय स्थानीय निवासी था, जो जालौर जिले के आसपास के किसी गांव से संबंधित हो सकता है। उसके पास से मिले दस्तावेजों या मोबाइल फोन से पहचान की कोशिश की जा रही है। जीआरपी इंस्पेक्टर ने बताया, "शव बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण पोस्टमार्टम के बाद ही सटीक पहचान संभव होगी। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, क्योंकि कोई संघर्ष या बाहरी हिंसा के निशान नहीं मिले।"स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, युवक मानसिक तनाव में था। संभावित कारणों में पारिवारिक कलह, आर्थिक परेशानियां या नौकरी संबंधी दबाव शामिल हो सकते हैं। जालौर क्षेत्र में हाल ही में किसानों की फसल खराब होने और बेरोजगारी की बढ़ती समस्या के कारण युवाओं में अवसाद के मामले बढ़े हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "यह इलाका रेल पटरी के पास बसा है, और कभी-कभी परेशान लोग यहां आकर गलत कदम उठा लेते हैं। प्रशासन को जागरूकता अभियान चलाने चाहिए।"
ट्रेन का संचालन और यात्रियों पर प्रभाव; इस घटना के कारण साबरमती एक्सप्रेस को जालौर स्टेशन पर 45 मिनट से अधिक समय तक रोके रखा गया। ट्रेन में सवार यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर उतारकर सुरक्षा जांच की गई। कुछ यात्री जोधपुर के लिए आगे बढ़ना चाहते थे, उन्हें वैकल्पिक लोकल ट्रेनों से भेजा गया। रेलवे ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि कोई अन्य हादसा नहीं हुआ और ट्रेन दोपहर 12 बजे जोधपुर पहुंच गई। हालांकि, इस घटना से जोधपुर-अहमदाबाद रूट पर अन्य ट्रेनों का शेड्यूल भी प्रभावित हुआ, जिसमें 2-3 घंटे की देरी दर्ज की गई।रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के कार्यालय से अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन रेलवे बोर्ड ने जालौर डिवीजन को सख्त निर्देश दिए हैं कि पटरी क्षेत्र में निगरानी बढ़ाई जाए। जीआरपी ने बताया कि इस साल राजस्थान में रेल पटरी पर 150 से अधिक आत्महत्या के मामले दर्ज हो चुके हैं, जो एक चिंताजनक प्रवृत्ति दर्शाता है।
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी और स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शव को पोस्टमार्टम के लिए जालौर जिला अस्पताल भेज दिया गया है। एसपी जालौर ने कहा, "हम परिवार की तलाश कर रहे हैं और आत्महत्या के कारणों की गहन जांच कर रहे हैं। अगर कोई आपराधिक साजिश सामने आती है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।" साथ ही, रेलवे ने पटरी के आसपास के क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है और हेल्पलाइन नंबर (182) के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य सहायता की अपील की है।