विधानसभा में पहले दिन हंगामा: कांग्रेस का 'वोट चोर' नारा, भाजपा का 'गाली बाज राहुल' पलटवार, खेजड़ी बचाओ की गूंज

राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र हंगामे के साथ शुरू, कांग्रेस-भाजपा विधायकों की नारेबाजी और निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी की खेजड़ी संरक्षण कानून की मांग चर्चा में रही। सदन की कार्यवाही बुधवार तक स्थगित, कोचिंग सेंटर रेगुलेशन बिल पर प्रवर समिति की रिपोर्ट पेश।

Sep 1, 2025 - 12:05
विधानसभा में पहले दिन हंगामा: कांग्रेस का 'वोट चोर' नारा, भाजपा का 'गाली बाज राहुल' पलटवार, खेजड़ी बचाओ की गूंज

राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हुआ, लेकिन पहले ही दिन सदन हंगामे की भेंट चढ़ गया। कांग्रेस और भाजपा विधायकों के बीच तीखी नारेबाजी और तख्तियों के प्रदर्शन ने सत्र की शुरुआत को गरमागरम बना दिया। इस बीच, निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने खेजड़ी संरक्षण कानून की मांग को लेकर सुर्खियां बटोरीं।

कांग्रेस विधायकों ने "वोट चोर, गद्दी छोड़" के नारे लगाए

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने "वोट चोर, गद्दी छोड़" के नारे लगाए और तख्तियां लहराकर विरोध जताया। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरोप लगाया कि भाजपा ने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में वोट चोरी की, विशेष रूप से जयपुर ग्रामीण में गड़बड़ी कर जीत हासिल की। जवाब में, भाजपा विधायकों ने "गाली बाज राहुल गांधी" के नारे लगाकर पलटवार किया।

विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी ने दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन हंगामा थमने का नाम नहीं लिया। नाराज स्पीकर ने कहा, "सदन की गरिमा बनाए रखें। यह बाजार या चौराहा नहीं है।" उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें सदन की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए और अनुचित शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हंगामे के बीच, सदन की कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि मंगलवार को अवकाश रहेगा।

खेजड़ी संरक्षण की मांग ने पकड़ा जोर

सत्र के पहले दिन निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने खेजड़ी संरक्षण कानून की मांग को लेकर जोरदार तरीके से अपनी बात रखी। "खेजड़ी बचाओ" के पोस्टर लेकर विधानसभा पहुंचे भाटी ने कहा, "कंपनियों के नाम पर हजारों खेजड़ी पेड़ काटे जा रहे हैं। अगर सरकार समय रहते खेजड़ी संरक्षण कानून लागू नहीं करती, तो हम मजबूती से इसका विरोध करेंगे।" उनकी यह मांग पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर एक नई बहस को जन्म दे सकती है।

कोचिंग सेंटर रेगुलेशन बिल पर चर्चा

सत्र के दौरान कोचिंग सेंटर रेगुलेशन बिल पर प्रवर समिति की रिपोर्ट सदन में पेश की गई। प्रवर समिति के सभापति और उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने यह रिपोर्ट प्रस्तुत की। मार्च में बजट सत्र के दौरान इस बिल को बहस के बाद प्रवर समिति को सौंपा गया था। समिति ने अपनी सिफारिशों के साथ नया "राजस्थान कोचिंग सेंटर नियंत्रण और विनियम बिल" तैयार किया है, जिसे इस सत्र में पारित करने की तैयारी है।

दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि

सदन में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, पूर्व राज्यपाल ला. गणेसन, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंदन, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास, कर्नल सोनाराम, पूर्व विधायक मदन कौर, सोहन सिंह और किसनाराम नाई को श्रद्धांजलि दी गई। इसके अलावा, पहलगाम के बेसरन घाटी में आतंकी हमले, अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना, उत्तराखंड के धरौली में बादल फटने और हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश व भूस्खलन से मृतकों को दो मिनट का मौन रखकर याद किया गया।

कार्य सलाहकार समिति की बैठक

सत्र के कामकाज को तय करने के लिए सोमवार दोपहर को स्पीकर की अध्यक्षता में कार्य सलाहकार समिति (BAC) की बैठक होगी। इस बैठक में सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले बिलों, उनकी तारीखों और सत्र की अवधि पर फैसला लिया जाएगा। संभावना है कि 12 सितंबर तक का कार्य-योजना तैयार की जाएगी।

Yashaswani Journalist at The Khatak .