ट्रैफिक पुलिस की अनोखी गलती: बाइक सवार को काटा हेलमेट का चालान, रसीद में लिख दिया 'सीट बेल्ट' नहीं लगाया
ट्रैफिक पुलिस ने बाइक सवार खेताराम का बिना हेलमेट का चालान काटा, लेकिन रसीद में गलती से 'सीट बेल्ट' नहीं लगाने की बात लिख दी, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। थानाधिकारी ने इसे क्लेरिकल मिस्टेक बताया, जबकि खेताराम ने 1000 रुपये जुर्माना भरा।

राजस्थान के जालोर जिले में ट्रैफिक पुलिस की एक ऐसी भूल ने सबको हैरान कर दिया है, जो अब सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा का विषय बनी हुई है। मामला है एक बाइक सवार युवक का, जिसे बिना हेलमेट पहने पकड़ा गया था। पुलिस ने चालान तो हेलमेट का काटा, लेकिन रसीद में गलती से 'सीट बेल्ट' नहीं लगाने का उल्लेख कर दिया। सीट बेल्ट तो कार में लगता है, बाइक पर कहां से आ गया? यह सवाल लोगों के मन में घूम रहा है, और रसीद की तस्वीरें अब वायरल हो रही हैं। घटना शनिवार की है, जब करड़ा कस्बे का एक युवक रोजमर्रा की भागदौड़ में फंस गया।
बात शुरू होती है करड़ा थाना इलाके से। शनिवार को करड़ा कस्बे के निवासी खेताराम पुत्र जबराराम अपनी बाइक (आरजे-46एसके6014) पर थाने के सामने से गुजर रहे थे। उस वक्त वहां ट्रैफिक चेकिंग चल रही थी। करड़ा थानाधिकारी कमलेश ने उन्हें रोक लिया, क्योंकि खेताराम ने हेलमेट नहीं पहना हुआ था। नियमों के मुताबिक, मोटर वाहन अधिनियम 194 के तहत 1000 रुपये का जुर्माना लगाया गया और चालान काट दिया गया। लेकिन असली ट्विस्ट यहां आया- चालान काटने के बाद दी गई जुर्माने की रसीद में लिखा था कि 'वाहन चालक ने सीट बेल्ट नहीं लगाया था'। अब यह रसीद सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर हो रही है, और लोग पुलिस की इस 'कारनामे' पर हंसते हुए कमेंट्स कर रहे हैं। कोई कह रहा है 'बाइक पर सीट बेल्ट कहां लगाते हैं?', तो कोई इसे सिस्टम की लापरवाही बता रहा है।
इस पूरे मामले पर करड़ा थानाधिकारी कमलेश ने सफाई दी। उन्होंने कहा, "ये चालान मैंने ही काटा था। बाइक सवार को बिना हेलमेट पाया गया था, और चालान में हेलमेट की बात स्पष्ट रूप से लिखी हुई है। सोशल मीडिया पर जो पोस्ट शेयर की जा रही है, वह चालान नहीं बल्कि ट्रैफिक नियम उल्लंघन की जुर्माना रसीद है। रसीद में चालान का एसआर नंबर 0191731 लिखा हुआ है।" कमलेश का कहना है कि यह एक छोटी-सी क्लेरिकल मिस्टेक है, जो हो जाती है, लेकिन मूल चालान में सब सही है।
वहीं, बाइक चालक खेताराम ने भी अपनी तरफ से पूरी कहानी बताई। उन्होंने कहा, "मेरा चालान बिना हेलमेट का ही कटा था। मैंने 1000 रुपये का जुर्माना भर दिया। हेलमेट का चालान है, सीट बेल्ट का नहीं। रसीद में सीट बेल्ट की बात गलती से लिखी गई होगी।" खेताराम ने यह भी जिक्र किया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रहा है, जिसमें 1200 रुपये लेने की बात कही जा रही है, लेकिन उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। "मैंने तो सिर्फ 1000 रुपये ही दिए थे," उन्होंने स्पष्ट किया। खेताराम की बातों से लगता है कि वह इस गलती से थोड़े परेशान हैं, लेकिन जुर्माना भरकर आगे बढ़ चुके हैं।
यह घटना कोई पहली बार नहीं है जब पुलिस की ऐसी छोटी-मोटी गलतियां सुर्खियां बटोरती हैं। लेकिन सोशल मीडिया के जमाने में ऐसी चीजें जल्दी वायरल हो जाती हैं, और लोग इसे मनोरंजन का जरिया बना लेते हैं। जालोर जैसे छोटे शहरों में ट्रैफिक नियमों का पालन करवाना जरूरी है, लेकिन ऐसी लापरवाहियां सिस्टम पर सवाल खड़े करती हैं। क्या यह सिर्फ एक इंसानी भूल है, या ट्रेनिंग की कमी? फिलहाल, पुलिस ने मामले को ज्यादा तूल नहीं दिया है, लेकिन स्थानीय लोग इस पर खूब चुटकी ले रहे हैं। उम्मीद है कि आगे से ऐसी गलतियां न हों, ताकि ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए लोग हंसते-खेलते रहें।