ट्रक ने स्कूली छात्र को कुचला, मौत; CM दौरे के बीच 3 साथी गंभीर घायल
रेजिडेंसी रोड पर अज्ञात वाहन ने स्कूली छात्र लोकेंद्र सिंह को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने हिट एंड रन के इस मामले में जांच शुरू कर दी है, जबकि गुस्साए परिजनों ने हंगामा किया।

राजस्थान के जोधपुर शहर में स्वतंत्रता दिवस के दिन एक दुखद और दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। रेजिडेंसी रोड पर सुबह के वक्त एक अज्ञात वाहन ने स्कूल जा रहे 13 वर्षीय छात्र लोकेंद्र सिंह को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हिट एंड रन की घटना ने न केवल एक परिवार का चिराग बुझा दिया, बल्कि शहर में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए।
मासूम की जान ले गया तेज रफ्तार वाहन
यह दर्दनाक हादसा शुक्रवार सुबह एयरपोर्ट थाना क्षेत्र में हुआ, जब लोकेंद्र अपने दो अन्य साथियों के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर बरकतुल्लाह खान स्टेडियम की ओर जा रहा था। स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने के लिए उत्साहित ये छात्र उस समय अनजान थे कि उनकी यह यात्रा अधूरी रह जाएगी। वीसी हाउस के पास एक तेज रफ्तार भारी वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि लोकेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके दो साथी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद अज्ञात वाहन चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस के अनुसार, यह एक हिट एंड रन का मामला है, और टक्कर मारने वाले वाहन की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी गई है। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। सड़क पर बिखरे खून और क्षतिग्रस्त बाइक के अवशेषों को हटाने का काम तुरंत शुरू किया गया, क्योंकि उसी मार्ग से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को शहीद स्मारक के लिए गुजरना था।
घायल छात्रों की स्थिति: अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग
हादसे में घायल दो अन्य छात्रों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। एक छात्र को महatma गांधी अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसका ऑपरेशन चल रहा है। दूसरे छात्र को MDM अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। अस्पताल अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित ने बताया कि घायल छात्रों की स्थिति स्थिर है, लेकिन एक की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। मृतक लोकेंद्र का शव पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी में रखा गया है।
परिवारजनों का आक्रोश: पुलिस पर उठे सवाल
हादसे की खबर सुनते ही लोकेंद्र के परिजन मौके पर पहुंचे और गुस्से में पुलिस से उलझ गए। उनका आरोप था कि मुख्यमंत्री के दौरे के कारण ट्रैफिक को वन-वे किया गया था, जिसके चलते भारी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक नहीं लगाई गई। परिजनों ने पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए न्याय की मांग की। मौके पर पहुंचे डीसीपी अमित जैन और एडीसीपी वीरेंद्र सिंह ने परिवारजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन गुस्साए परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़ी मशक्कत की और परिवारजनों को शांत करवाया।
मुख्यमंत्री का दौरा और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
यह हादसा उस समय हुआ, जब कुछ ही दूरी पर शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले थे। गुरुवार शाम से ही मुख्यमंत्री जोधपुर में थे, और उनके दौरे को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। लेकिन इस हादसे ने पुलिस की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए। स्थानीय लोगों और परिजनों का कहना है कि अगर भारी वाहनों पर सख्ती बरती गई होती, तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।
एयरपोर्ट थाना के थानाधिकारी राम कृष्ण टाडा ने बताया कि पुलिस ने अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य साक्ष्यों की मदद से चालक को जल्द से जल्द पकड़ने की कोशिश की जा रही है।