तीन शवों के पास सल्फास का पाउच, सामूहिक आत्महत्या या कुछ और?
एक महिला, युवक और 12 साल के बच्चे के शव सड़क किनारे मिले, पुलिस ने जहर से सामूहिक आत्महत्या की आशंका जताई। जांच जारी है।

शनिवार की सुबह भरतपुर जिले के कंजौली गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक दुकान के बाहर सड़क किनारे एक महिला, एक युवक और एक 12 साल के बच्चे के शव पाए गए। शवों के पास एक पाउडर का पैकेट भी मिला है, जिसे पुलिस जहर मान रही है। प्रारंभिक जांच में पुलिस ने इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला माना है।
तीन दिन से लापता थे मृतक
पुलिस के अनुसार, शव शनिवार सुबह करीब 6:30 बजे कंजौली गांव में एक दुकान के बाहर मिले। मृतकों की पहचान अनिता (26), उनके 12 वर्षीय बेटे और उनके भांजे शुभम (26) के रूप में हुई है। अनिता के भाई दिगंबर ने बताया कि ये तीनों पिछले तीन दिनों से घर से लापता थे। परिवार ने 1 अगस्त को हिंडौन सिटी (करौली) थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शवों की पहचान शनिवार सुबह भरतपुर के RBM हॉस्पिटल में दिगंबर ने की।
परिवार और पृष्ठभूमि की जानकारी
दिगंबर ने बताया कि अनिता का ससुराल हिंडौन सिटी के खेड़ा जमालपुर गांव में है। अनिता का पति देवेंद्र वर्तमान में मैसूर, कर्नाटक में रहता है। अनिता के चार बच्चे थे—तीन बेटियां और एक बेटा। इस घटना में उनके 12 साल के बेटे की भी मौत हो गई है। वहीं, शुभम, जो अनिता का भांजा था, हिंडौन सिटी का निवासी था और भरतपुर में नौकरी करता था।
पुलिस की जांच और बयान
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद ने बताया कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और मौत के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। शवों के पास मिले पाउडर पैकेट की भी जांच की जा रही है ताकि यह पुष्टि हो सके कि यह जहर है या नहीं। पुलिस इस मामले में हर संभव पहलू की जांच कर रही है, जिसमें आत्महत्या के कारणों और परिस्थितियों का पता लगाना शामिल है।
सामूहिक आत्महत्या की आशंका
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामूहिक आत्महत्या की आशंका जताई गई है, लेकिन अभी तक आत्महत्या के पीछे के कारण स्पष्ट नहीं हो सके हैं। परिवार और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह समझा जा सके कि आखिर क्या परिस्थितियां थीं जिन्होंने इन तीनों को इतना बड़ा कदम उठाने के लिए मजबूर किया।