मानसून सत्र में तनाव: फसलों की बर्बादी और कानून व्यवस्था पर कांग्रेस का हल्ला
राजस्थान विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस विधायक फसल क्षति और बिगड़ती कानून व्यवस्था पर हंगामा करेंगे, जबकि मत्स्य क्षेत्र संशोधन और रिम्स जयपुर विधेयक पारित होंगे।

राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार को फिर गहमागहमी भरा होने वाला है। कांग्रेस विधायक शून्यकाल के दौरान भारी बारिश से प्रदेश भर में खराब हुई फसलों का मुद्दा जोर-शोर से उठाएंगे। प्रभावित किसानों के लिए मुआवजे और राहत उपायों पर सरकार से जवाब मांगने की तैयारी है। बीते 5 सितंबर को भी इस मुद्दे पर भारी हंगामा हुआ था, जब कांग्रेस विधायकों ने सदन के वेल में आकर नारेबाजी की थी, जिसके बाद तीन विधेयकों को पारित कर कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।
कानून व्यवस्था पर कांग्रेस का हंगामा
प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुद्दा भी सत्र में छाया हुआ है। कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर में बढ़ते अपराधों के खिलाफ नारों वाले पोस्टरों के साथ प्रदर्शन किया। मानसून सत्र के दौरान हर दिन किसी न किसी मुद्दे पर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी है, और आज भी इस मुद्दे पर हंगामे के आसार हैं।
दो महत्वपूर्ण विधेयक होंगे पारित
विरोध प्रदर्शनों के बीच, सदन में आज दो महत्वपूर्ण विधेयकों को पारित किया जाएगा:
- मत्स्य क्षेत्र संशोधन विधेयक: इस विधेयक में अवैध मछली शिकार के लिए जुर्माने को बढ़ाने का प्रावधान है। पहली बार अपराध करने पर जुर्माना ₹500 से बढ़ाकर ₹25,000 किया गया है, जबकि दूसरी बार अपराध करने पर जुर्माना ₹1,000 से बढ़ाकर ₹50,000 होगा। यह कदम अवैध मछली शिकार को रोकने और जलीय संसाधनों की रक्षा के लिए उठाया गया है।
- राजस्थान आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) जयपुर विधेयक: यह विधेयक रिम्स को एम्स की तर्ज पर स्वायत्त दर्जा देगा। इसके तहत राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (RUHS) और कैंसर इंस्टीट्यूट का रिम्स में विलय होगा। रिम्स की गवर्निंग काउंसिल के अध्यक्ष मुख्य सचिव होंगे, और इसे सरकार से सालाना अनुदान मिलेगा।
फसल क्षति पर सरकार का जवाब
फसल क्षति के मुद्दे पर प्रभारी मंत्रियों ने प्रभावित जिलों का दौरा किया था और आज वे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। सरकार की ओर से इस मुद्दे पर सदन में जवाब दिए जाने की संभावना है। शुक्रवार को आपदा राहत मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने फसल क्षति पर जवाब देने की कोशिश की थी, लेकिन हंगामे के कारण बात अधूरी रह गई थी। कांग्रेस इस मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाने को तैयार है।
मानसून सत्र में तनाव का माहौल
मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक हर दिन किसी न किसी मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे हैं, चाहे वह फसल क्षति हो या कानून व्यवस्था। आज भी सदन में तीखी बहस और हंगामे की संभावना है, क्योंकि विपक्ष अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है और सरकार से ठोस कदमों की उम्मीद कर रहा है।