जीने की ज़िद: खुले बाड़े में मिला नवजात, प्लास्टिक में लिपटा, सीने पर रखा था पत्थर — 3 घंटे बारिश में भीगता रहा, फिर भी जिंदा बचा

एक नवजात शिशु को प्लास्टिक में लपेटकर, सीने पर पत्थर रखकर लावारिस छोड़ दिया गया, लेकिन बारिश में भी उसकी जिजीविषा ने उसे जिंदा रखा। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

Jul 27, 2025 - 12:56
जीने की ज़िद: खुले बाड़े में मिला नवजात, प्लास्टिक में लिपटा, सीने पर रखा था पत्थर — 3 घंटे बारिश में भीगता रहा, फिर भी जिंदा बचा

डीडवाना-कुचामन जिले के मकराना क्षेत्र के बोरावड़ कस्बे में रविवार की सुबह एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया। गणेश डूंगरी के पास एक खुले बाड़े में नवजात शिशु को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया। नवजात को प्लास्टिक में लपेटकर कपड़े में बांधा गया था और उसके नन्हे सीने पर एक भारी पत्थर रखा गया था। लगातार हो रही बारिश में वह करीब तीन घंटे तक भीगता रहा, लेकिन उसकी जीवटता ने उसे जिंदा रखा।

खेतों से आई रोने की आवाज

यह हृदयविदारक घटना रविवार सुबह उस समय सामने आई जब स्थानीय लोगों ने गणेश डूंगरी से आचार्य मोहल्ला रोड पर एक खेत के पास बच्चे के रोने की आवाज सुनी। पास जाकर देखने पर एक नवजात शिशु प्लास्टिक और हरे रंग की बेडशीट में लिपटा मिला, जिसके सीने पर लगभग 10 किलो का पत्थर रखा था, मानो उसे जानबूझकर मृत्यु के मुंह में धकेलने की कोशिश की गई हो। एक राहगीर, महेंद्र आचार्य, ने तुरंत इसकी सूचना सामाजिक कार्यकर्ता कोमल सोनी और अन्य स्थानीय लोगों को दी। कोमल ने बच्चे को अपनी गोद में लिया और तत्काल बोरावड़ के राजकीय अस्पताल पहुंचाया।

अस्पताल में मिला जीवनदान

अस्पताल में डॉ. सुनील विश्नोई ने नवजात का प्राथमिक उपचार शुरू किया। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची का शरीर ठंड से अकड़ चुका था, लेकिन उसकी सांसें चल रही थीं। उसे तुरंत वार्मिंग थेरेपी दी गई और लेबर रूम के आईसीयू में भर्ती किया गया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि नवजात का वजन करीब 700 ग्राम है और वह समय से जन्मी प्रतीत होती है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की डिलीवरी संभवतः 5-6 घंटे पहले हुई थी। गहन चिकित्सा और देखभाल के बाद बच्ची की हालत अब स्थिर है, और उसे आगे के इलाज के लिए अजमेर के हाई सेंटर रेफर किया गया है।

पुलिस ने शुरू की जांच

घटना की सूचना मिलते ही बोरावड़ थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और नवजात को अस्पताल पहुंचाने में सहायता की। पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बच्ची को इस क्रूर तरीके से क्यों और किसने छोड़ा। पुलिस आसपास के क्षेत्रों में पूछताछ कर रही है और संदिग्धों का सुराग जुटाने के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच भी शुरू कर दी है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .