श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु पर गंभीर आरोप, राज्यपाल ने उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश

जोबनेर के श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु के खिलाफ राज्यपाल ने गंभीर आरोपों पर पांच सदस्यीय समिति से उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। शिकायतों में भर्ती अनियमितता, महिला उत्पीड़न और प्रशासनिक गड़बड़ियां शामिल हैं।

Sep 19, 2025 - 13:39
श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु पर गंभीर आरोप, राज्यपाल ने उच्च स्तरीय जांच के दिए आदेश

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान रखने वाले श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर के कुलगुरु के खिलाफ राजस्थान के राज्यपाल ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश जारी किए हैं। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. बलराज सिंह के खिलाफ गंभीर शिकायतों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। सूत्रों के अनुसार, राज्यपाल को प्राप्त एक गुमनाम पत्र में विश्वविद्यालय प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिन्हें गंभीरता से लेते हुए जांच समिति का गठन किया गया है।

पांच सदस्यीय जांच समिति का गठन

राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागड़े ने कुलगुरु के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए तीन विभागों के प्रमुखों सहित पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है। इस समिति का नेतृत्व शासन सचिव (कृषि) को सौंपा गया है। समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वह सभी आरोपों की गहन जांच कर जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपे। सूत्रों के अनुसार, समिति ने हाल ही में विश्वविद्यालय के जोबनेर मुख्यालय का दौरा किया और जांच से संबंधित आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए। इस दौरान कुलगुरु को भी तलब किया गया ताकि उनका पक्ष सुना जा सके।

क्या हैं आरोप?

राज्यपाल को प्रेषित शिकायत पत्र में कई गंभीर मुद्दों का उल्लेख किया गया है, जिनमें शामिल हैं:

  • शैक्षणिक पदों पर भर्ती में अनियमितता: वर्ष 2023 में विश्वविद्यालय में शैक्षणिक पदों पर हुई भर्तियों में नियमों का उल्लंघन और पक्षपात के आरोप लगे हैं।

  • पूर्व अनुसंधान निदेशक की मृत्यु: पूर्व अनुसंधान निदेशक डॉ. जायसवाल की मौत को लेकर उठे सवाल भी जांच के दायरे में हैं।

  • चहेतों को अनुचित लाभ: कुलगुरु पर अपने चहेतों को नियमों के खिलाफ जाकर लाभ पहुंचाने का आरोप है।

  • महिला उत्पीड़न की शिकायत: विश्वविद्यालय में महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें भी जांच के केंद्र में हैं।

  • प्रशासनिक अनियमितताएं: विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यों में वित्तीय और अन्य अनियमितताओं की शिकायतें भी सामने आई हैं।

जांच समिति की कार्रवाई

सूत्रों के अनुसार, जांच समिति ने विश्वविद्यालय मुख्यालय का दौरा कर दस्तावेजों का संग्रह शुरू कर दिया है। समिति ने कुलगुरु प्रो. बलराज सिंह से उनके खिलाफ लगे आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगा है। समिति को 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। इस जांच के परिणाम के आधार पर कुलगुरु के खिलाफ आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।

विश्वविद्यालय प्रशासन की स्थिति

श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर, राजस्थान सरकार द्वारा 2013 में स्थापित किया गया था और यह जयपुर, सीकर, अलवर, दौसा, टोंक, अजमेर, भरतपुर और धौलपुर जिलों में कृषि शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार गतिविधियों के लिए जिम्मेदार है। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. बलराज सिंह की अगुवाई में यह संस्थान हाल के वर्षों में कई उपलब्धियां हासिल कर चुका है, जैसे कि हाल ही में 13वें स्थापना दिवस का आयोजन और बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कार्यक्रम। हालांकि, इन आरोपों ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए हैं।

राज्यपाल की सख्ती

राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने हाल के महीनों में राजस्थान के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। इससे पहले, स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर के कुलगुरु डॉ. अरुण कुमार को 26 अगस्त 2025 को पद से हटा दिया गया था। जोधपुर के कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ भी जांच समिति गठित की गई थी। राज्यपाल का यह कदम दर्शाता है कि विश्वविद्यालयों में प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ उनकी जीरो टॉलरेंस नीति है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .