उदयपुर के सलूंबर में दिल दहलाने वाली हत्या: बुजुर्ग गौरी के पैर टुकड़े-टुकड़े, 5 साल के नाती सुरेंद्र की भी बेरहमी से हत्या
राजस्थान के उदयपुर (सलूंबर) जिले के सेमारी थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात बदमाशों ने घर में घुसकर 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला गौरी देवी के पैर टुकड़े-टुकड़े करके और उनके 5 साल के नाती सुरेंद्र की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी। चांदी के कड़े लूटने के बाद हत्यारे फरार हो गए। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
उदयपुर (राजस्थान), 6 दिसंबर 2025: राजस्थान के उदयपुर जिले के सलूंबर क्षेत्र में एक ऐसी क्रूर घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। शुक्रवार की देर रात करीब 11 बजे अज्ञात बदमाशों ने एक गरीब परिवार के घर में घुसकर बुजुर्ग महिला गौरी (65 वर्ष) और उनके 5 वर्षीय नाती सुरेंद्र की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्यारों ने धारदार हथियार से गौरी के पैरों को टुकड़े-टुकड़े कर चांदी के कड़े लूट लिए, जबकि मासूम सुरेंद्र के छोटे शरीर पर पेट, छाती और सिर पर कई घातक वार किए गए। यह वारदात सलूंबर जिला मुख्यालय से मात्र 60 किलोमीटर दूर सेमारी थाना क्षेत्र के गुड़ासर गांव के पास जहात फलां में हुई, जहां एक शांतिपूर्ण रात खून की नदियों में बदल गई।
घटना का क्रमबद्ध विवरण गौरी देवी, जो अपने छोटे से घर में परिवार के साथ रहती थीं। परिवार मजदूरी का काम करता था, और गौरी खुद भी खेतों में हाथ बंटाती थीं। उनका नाती सुरेंद्र (जिसे स्थानीय रूप से दोहिता भी कहा जाता है) कुछ ही दिन पहले अपनी मां के साथ नानी के घर आया था। शुक्रवार की शाम को परिवार पड़ोस में चल रहे सत्संग कार्यक्रम में व्यस्त था, इसलिए गौरी और सुरेंद्र अकेले घर पर थे। दोनों कमरों के आगे बने हॉल में एक चारपाई पर सो रहे थे।रात के सन्नाटे में अचानक घर का दरवाजा तोड़ने की आवाज गूंजी। 2-3 संदिग्ध बदमाश अंदर घुसे और बिना देर किए हमला बोल दिया। चीख-पुकार मच गई। गौरी ने जान बचाने की कोशिश की, लेकिन बदमाशों ने पहले उनके पैरों पर धारदार हथियार (संभवतः कुल्हाड़ी या चाकू) से वार किया। क्रूरता की हद पार करते हुए उन्होंने गौरी के दोनों पैरों को टुकड़े-टुकड़े कर दिया और पैरों से चढ़े चांदी के कड़ों को लूट लिया। सुरेंद्र, जो दादी को बचाने के लिए बीच में आ गया, उसके पेट और छाती पर गहरे घाव किए गए। सिर पर भी भारी चोटें लगीं, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। कमरा खून से लथपथ हो गया, और हत्यारे मौके से फरार हो गए।
पड़ोसियों का सदमा और प्रारंभिक प्रतिक्रिया चीखने-चिल्लाने की आवाजें रात के 11 बजे के आसपास सन्नाटे को चीरती रहीं। देर रात तक शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण जाग उठे। करीब आधी रात को पड़ोसी घटनास्थल पर पहुंचे, तो उनके होश उड़ गए। कमरे में चारपाई पर लहू-लुहान शव पड़े थे—गौरी का क्षत-विक्षत शरीर और सुरेंद्र का छोटा-सा शरीर घावों से छलनी। एक बुजुर्ग पड़ोसी ने बताया, "गौरी बहन हमेशा सबकी मदद करती थीं। सुरेंद्र तो गांव का चहेता बच्चा था, जो हर शाम खेलने आता। यह नजारा देखकर सबके पैरों तले जमीन खिसक गई।" फौरन पुलिस को सूचना दी गई। ग्रामीणों ने रात भर शवों की रखवाली की, क्योंकि इलाका जंगलों से घिरा होने के कारण डर का माहौल था।
पुलिस की तत्काल कार्रवाई और जांच शनिवार सुबह करीब 7 बजे सलूंबर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का सघन मुआयना किया। एसपी , डिप्टी एसपी और फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम ने साक्ष्य संग्रहित किए। सेमारी थानाधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल गठित किया गया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि घर का ताला जबरन तोड़ा गया था, लेकिन अन्य सामान की चोरी के कोई स्पष्ट निशान नहीं मिले। केवल चांदी के कड़े ही लूटे गए, जिससे पुलिस को शक है कि यह सुनियोजित लूट या पुरानी रंजिश का मामला हो सकता है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हत्या के तरीके की पुष्टि हुई—धारदार हथियार से किए गए घातक वार। पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन डेटा और गवाहों के बयानों पर काम कर रही है। कुछ स्थानीय संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है, जिनका परिवार से पुराना विवाद रहा हो। एसपी ने कहा, "हम जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लेंगे। इलाके में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है ताकि ग्रामीण सुरक्षित महसूस करें।" फिलहाल, कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन जांच तेजी से चल रही है।