शादी से इनकार पर बेरहम हत्या: 10 महीने फरार आरोपी चाय की दुकान पर बर्तन धोते पकड़ा गया
झुंझुनूं में शादी से इनकार पर पूनम की हत्या करने वाला जयवीर 10 महीने बाद चाय की होटल से गिरफ्तार, साइबर सेल की मदद से पुलिस ने 20 हजार के इनामी बदमाश को पकड़ा।

एक दिल दहला देने वाली घटना में, शादी से इनकार करने पर महिला की चाकू मारकर हत्या करने वाला आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। 10 महीने तक फरार रहा जयवीर, जो कभी मजदूरी करता, तो कभी नाम बदलकर होटलों में बर्तन धोता, को पुलिस ने झुंझुनूं के मंडा रीको इलाके में एक चाय की होटल से गिरफ्तार किया। इस मामले में साइबर सेल की भूमिका अहम रही, जिसने तकनीक के दम पर इस शातिर अपराधी को पकड़ने में मदद की।
10 महीने की फरारी, बार-बार बदली पहचान
पुलिस के मुताबिक, जयवीर पुत्र रेवतराम (39 वर्ष), निवासी तोगड़ा स्वरूप सिंह, ने पिछले साल अक्टूबर में झुंझुनूं की रीको कॉलोनी में पूनम (36) की निर्मम हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह झुंझुनूं रेलवे स्टेशन से जयपुर जाने वाली ट्रेन में सवार होकर फरार हो गया। इसके बाद उसने अपनी लोकेशन और पहचान बार-बार बदली। कभी हरियाणा के रेवाड़ी और गुड़गांव में क्रेन चलाता, तो कभी जयपुर, सीकर और रिंगस में मजदूरी करता। उसने किसी भी रिश्तेदार या परिचित से संपर्क नहीं रखा, ताकि पुलिस की पकड़ से बचा रहे।
जयवीर ने एक परिचित से 10 हजार रुपये उधार लिए और अलग-अलग नामों से काम करता रहा। लेकिन आखिरकार, पुलिस की साइबर सेल ने उसकी गतिविधियों को ट्रेस कर लिया। बुधवार को मंडा रीको इलाके में वीरू टी स्टॉल पर बर्तन धोते हुए उसे धर दबोचा गया।
शादी का वादा और हत्या की साजिश
पुलिस जांच में सामने आया कि जयवीर और पूनम के बीच संबंध थे। पूनम ने जयवीर से 50 हजार रुपये उधार लिए थे और शादी का वादा भी किया था। लेकिन जब जयवीर ने शादी के लिए दबाव बनाया, तो पूनम ने साफ इनकार कर दिया। इससे नाराज जयवीर ने एक पार्टी के दौरान पूनम के सिर पर वार किया और पेट में चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी। पूनम का शव रीको कॉलोनी में मिला था, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की।
पूनम की जिंदगी: एक त्रासदी
पूनम के बारे में जांच से पता चला कि वह खुद को विधवा पेंशनधारी बताती थी और एक फाइनेंस फर्म में नौकरी करने का दावा करती थी। उसकी शादी करीब पांच साल पहले चूरू के राजगढ़ में हुई थी, लेकिन कुछ समय बाद वह अपने पति से अलग हो गई। झुंझुनूं में वह अपने परिवार के साथ रहती थी, लेकिन शराब की लत और अन्य विवादों के चलते परिवार ने भी उसे घर से निकाल दिया था। इसके बाद वह अकेले किराए के मकान में रहने लगी। पूनम का भाई बताता है कि वह शराब की आदी थी और परिवार से उसका संपर्क बहुत कम था।
पुलिस की मेहनत और साइबर सेल का कमाल
हत्या के बाद पुलिस ने जयवीर की तलाश में झुंझुनूं, सीकर, जयपुर और हरियाणा के कई जिलों में छापेमारी की, लेकिन वह हर बार बच निकलता। तत्कालीन एसपी शरद चौधरी ने आरोपी पर 10 हजार रुपये का इनाम रखा था। बाद में वर्तमान एसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय ने इनाम की राशि बढ़ाकर 20 हजार रुपये कर दी। साइबर सेल के जितेंद्र थाकन ने तकनीकी तरीकों से जयवीर की गतिविधियों को ट्रेस किया और आखिरकार उसे पकड़ने में सफलता हासिल की।