राजस्थान HC ने SI भर्ती रद्द की, हनुमान बेनीवाल समर्थकों संग नाचकर मनाया जश्न
राजस्थान हाईकोर्ट ने 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा रद्द की, जिसे युवाओं और नेताओं ने अपनी मेहनत की जीत बताया। किरोड़ीलाल मीणा ने फिर से परीक्षा की मांग की, जबकि लोकेश शर्मा ने गहलोत सरकार पर फर्जीवाड़े का आरोप लगाया।

राजस्थान हाईकोर्ट ने 2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द करने का ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। इस फैसले ने लंबे समय से आंदोलन कर रहे युवाओं और नेताओं में खुशी की लहर दौड़ा दी है। जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे युवाओं ने इसे अपनी मेहनत और एकजुटता की जीत बताया। वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने समर्थकों के साथ नाचकर इस फैसले का जश्न मनाया।
हनुमान बेनीवाल का तीखा तंज: "कौन लड़ा, कौन भागा, सबको पता है"
RLP सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस फैसले को युवाओं की एकता और उनकी पार्टी के अथक प्रयासों का नतीजा बताया। उन्होंने कहा, "हमने शुरू से ही इस भर्ती में हुई धांधली के खिलाफ आवाज उठाई। कई नेता और अधिकारी नहीं चाहते थे कि यह भर्ती रद्द हो, लेकिन हाईकोर्ट ने सच को सामने ला दिया।" बेनीवाल ने बीजेपी और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "जब पेपर लीक की बात सामने आई, तब बड़े-बड़े वादे करने वाले नेता चुप हो गए। RLP ने युवाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन किया, जेल भरो आंदोलन चलाया और राज्यपाल तक अपनी बात पहुंचाई।"
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, "अगर हाईकोर्ट का फैसला इसके विपरीत आता, तो हम दिल्ली कूच करते। यह लड़ाई माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ थी, और हम इसमें डटकर लड़े। अब कई नेता क्रेडिट लेने के लिए दौड़ेंगे, लेकिन जनता जानती है कि कौन उनके साथ खड़ा रहा और कौन पीठ दिखाकर भागा।"
एसआई भर्ती परीक्षा रद्द होने पर RLP सांसद हनुमान बेनीवाल ने समर्थकों के साथ नाचकर जश्न मनाया।
किरोड़ीलाल मीणा ने भी जताई खुशी
राज्य के कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने इस फैसले का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर भर्ती परीक्षा को जल्द दोबारा आयोजित करने की मांग की। उन्होंने कहा, "मैंने पिछले पांच साल से इस भर्ती को रद्द करने के लिए सड़कों पर संघर्ष किया। मेरे पास दस्तावेज थे, जिनके आधार पर मैंने दावा किया था कि 50% से ज्यादा चयनित अभ्यर्थी फर्जी थे। अगर ऐसे लोग पुलिस सेवा में शामिल हो जाते, तो प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति भयावह हो सकती थी।" मीणा ने इस फैसले को देर से आए, लेकिन सही दिशा में उठाए गए कदम के रूप में देखा।
लोकेश शर्मा का बड़ा खुलासा
लोकेश शर्मा ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "2021 की सब-इंस्पेक्टर भर्ती में सारा खेल पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की जानकारी में और उनकी नाक के नीचे हुआ। मैं उम्मीद करता हूं कि हर भर्ती में न्याय होगा और बड़े मगरमच्छ भी अंजाम तक पहुंचेंगे।" उनके इस बयान ने गहलोत सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं और इस मामले में आगे की जांच की मांग को बल दिया है।
युवाओं का हौसला और जश्न
जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे युवाओं ने हाईकोर्ट के फैसले को सुनते ही खुशी में नारे लगाए और एक-दूसरे को गले लगाया। एक प्रदर्शनकारी ने भावुक होकर कहा, "चार साल की मेहनत रंग लाई। यह न केवल हमारी जीत है, बल्कि भ्रष्टाचार और तानाशाही के खिलाफ एक बड़ा कदम है।" युवाओं ने मांग की कि नई भर्ती परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी हो और भविष्य में ऐसी गड़बड़ियां न हों।