स्पा सेंटर पर पुलिस का छापा, 9 थाईलैंड युवतियों समेत 17 गिरफ्तार
'वन मोर स्पा' सेंटर पर पुलिस ने छापा मारकर अवैध देह व्यापार का पर्दाफाश किया। थाईलैंड की 9 युवतियों समेत 17 लोग गिरफ्तार, जिसमें 5 युवक और 3 स्थानीय युवतियां शामिल हैं। सेंटर बिना वैध रजिस्ट्रेशन के चल रहा था, और विदेशी नागरिकों का अवैध ठहराव भी पाया गया। पुलिस ने संदिग्ध सामग्री जब्त की, और BNS की धारा 370 (मानव तस्करी) के तहत केस दर्ज किया। यह कार्रवाई जोधपुर में स्पा सेंटर्स के काले कारोबार पर नकेल कसने की दिशा में बड़ा कदम है।

जोधपुर में एक बार फिर अवैध गतिविधियों का काला चेहरा सामने आया है। सरदारपुरा थाना इलाके के नौवीं रोड पर स्थित 'वन मोर स्पा' सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार और अन्य अनैतिक कारोबार पर पुलिस ने बुधवार को धावा बोल दिया। मुखबिर की गुप्त सूचना पर की गई इस छापेमारी में थाईलैंड की 9 युवतियों समेत कुल 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई न केवल अवैध स्पा संचालन को झकझोरने वाली है, बल्कि विदेशी नागरिकों के अवैध ठहराव और मानव तस्करी के गंभीर सवाल भी खड़े कर रही है।
बिना किसी वैध रजिस्ट्रेशन के विदेशी युवतियों को रखा जा रहा
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट को पिछले कुछ दिनों से सरदारपुरा क्षेत्र में स्पा सेंटर्स के नाम पर अनैतिक गतिविधियों की शिकायतें मिल रही थीं। विशेष रूप से 'वन मोर स्पा' पर संदेह गहरा गया था, जहां बिना किसी वैध रजिस्ट्रेशन या विदेशी पंजीयन के विदेशी युवतियों को रखा जा रहा था। उच्च अधिकारियों के सख्त निर्देश पर एसीपी छवि शर्मा के नेतृत्व में सरदारपुरा थाना प्रभारी विश्राम सिंह मीणा की एक विशेष टीम ने बुधवार दोपहर को सेंटर पर अचानक दबिश दी।कार्रवाई के दौरान सेंटर के अंदर का नजारा देखकर पुलिसकर्मी भी स्तब्ध रह गए। वहां 12 युवतियां और 5 युवक मौजूद पाए गए, जो स्पा मसाज के बहाने ग्राहकों को लुभाने और अवैध सेवाएं प्रदान करने में लगे थे। जांच में पता चला कि इनमें से 9 युवतियां थाईलैंड की मूल निवासी हैं, जिन्हें बिना विदेशी रजिस्ट्रेशन एक्ट (FRRO) के नियमों का पालन किए अवैध रूप से गेस्ट हाउस में ठहराया जा रहा था। संचालक अनिल कुमार (श्याम नगर पाल रोड निवासी) ने विदेशी पंजीयन अधिकारी को सूचना दिए बिना इस कारोबार को चला रखा था। पुलिस ने सेंटर से संदिग्ध सामग्री, मोबाइल फोन और दस्तावेज जब्त किए, जो अवैध गतिविधियों की पुष्टि करते हैं।थाना प्रभारी विश्राम मीणा ने बताया, "यह कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देश पर की गई। सेंटर पर अवैध स्पा संचालन, विदेशी नागरिकों का अवैध ठहराव और अनैतिक कार्यों की पुष्टि हुई।
सभी आरोपी BNS (भारतीय न्याय संहिता) की धारा 370 (मानव तस्करी) और 126 (आपराधिक साजिश) के तहत गिरफ्तार किए गए हैं। थाईलैंड की युवतियों को सखी सेंटर (महिला संरक्षण केंद्र) भेज दिया गया है, जबकि अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया।" एसीपी छवि शर्मा ने भी पुष्टि की कि यह छापा स्पा सेंटर्स पर लगातार निगरानी का हिस्सा है, और आगे भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।
कौन-कौन फंसे जाल में?
पुलिस ने कुल 17 व्यक्तियों को हिरासत में लिया, जिनमें शामिल हैं:
9 थाईलैंड की युवतियां: उम्र 20-25 वर्ष के बीच, अवैध रूप से भारत में प्रवेश या ठहराव का संदेह।
5 युवक: स्थानीय निवासी, जो संचालन और ग्राहक लाने में सहयोगी थे। इनमें संचालक अनिल कुमार मुख्य आरोपी।
3 अन्य युवतियां: संभवतः स्थानीय या अन्य राज्यों की, जो स्पा में काम करने का दावा कर रही थीं।
सभी को सरदारपुरा थाने ले जाया गया, जहां से कोर्ट में पेश किया जाएगा। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह सेंटर पिछले कई महीनों से सक्रिय था और सोशल मीडिया के जरिए ग्राहक जुटाए जा रहे थे।
जोधपुर में स्पा सेंटर्स का बढ़ता काला कारोबार
यह घटना जोधपुर में स्पा सेंटर्स के नाम पर चल रहे अवैध धंधों की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर करती है। जनवरी 2025 की शुरुआत में ही सरदारपुरा सी रोड पर एक अन्य स्पा पर छापा मारकर थाईलैंड की 2 युवतियों और 1 युवक को पकड़ा गया था। जून 2024 में भी एक सेंटर से मैनेजर और महिला समेत 20 युवकों-युवतियों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार, ये सेंटर्स हेयर सैलून या मसाज पार्लर के बहाने चलाए जाते हैं, जहां पीटा एक्ट (प्रिवेंशन ऑफ इमोरल ट्रैफिकिंग एक्ट) के उल्लंघन के साथ-साथ शांतिभंग और तस्करी के मामले दर्ज होते हैं।जोधपुर पुलिस कमिश्नर डॉ. राजेंद्र सिंह ने कहा, "शहर में ऐसी गतिविधियों पर सख्त नजर है। मुखबिर नेटवर्क मजबूत किया गया है, और विदेशी पर्यटकों के आवागमन पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है।" विशेषज्ञों का मानना है कि पर्यटन नगरी जोधपुर में विदेशी पर्यटकों की आमद के साथ ऐसे कारोबार पनप रहे हैं, जो महिलाओं के शोषण और सामाजिक नैतिकता को चुनौती देते हैं।
आगे की कार्रवाई और संदेश
पुलिस ने सेंटर को सील कर दिया है और संचालक के खिलाफ FRRO नियमों के उल्लंघन का अलग केस दर्ज किया है। थाईलैंड की दूतावास को सूचित करने की प्रक्रिया चल रही है। यह घटना समाज को सतर्क करती है कि 'रिलैक्सेशन' के नाम पर चलने वाले स्पा सेंटर्स की पृष्ठभूमि की जांच जरूरी है। यदि आपको ऐसी किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी हो, तो तुरंत स्थानीय थाने या हेल्पलाइन 1098 पर संपर्क करें।जोधपुर पुलिस की यह साहसिक कार्रवाई न केवल अपराधियों को सबक सिखाएगी, बल्कि शहर की छवि को भी साफ रखने में मददगार साबित होगी।