कच्चा कुंडा में अतिक्रमण हटाओ अभियान: ड्रेनेज सिस्टम और फोर-लेन रोड की तैयारी, स्थानीयों ने खुद तोड़े मकान
भरतपुर के कच्चा कुंडा में नगर निगम ने अतिक्रमण हटाया, स्थानीयों ने खुद मकान तोड़े; फोर-लेन रोड और ड्रेनेज सिस्टम की तैयारी शुरू।
भरतपुर, 12 नवंबर 2025 – भरतपुर नगर निगम के सड़क चौड़ीकरण मिशन के तहत कच्चा कुंडा इलाके में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। इस कार्रवाई में सड़क के दोनों किनारों से 25-25 फुट चौड़ी पट्टी को खाली कराया गया, जिससे इलाके में ड्रेनेज सिस्टम को मजबूत करने और फोर-लेन रोड बनाने का रास्ता साफ हो गया। खास बात यह रही कि निगम के नोटिस मिलने के बाद स्थानीय निवासियों ने खुद ही अपने मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया, जिससे अभियान बिना किसी विरोध या टकराव के सुचारु रूप से पूरा हुआ।
अभियान की शुरुआत और तैयारी; भरतपुर नगर निगम ने शहर के विकास को गति देने के लिए सड़क चौड़ीकरण मिशन शुरू किया है, जिसमें कच्चा कुंडा जैसे घनी आबादी वाले इलाकों को प्राथमिकता दी गई है। कच्चा कुंडा क्षेत्र लंबे समय से अतिक्रमण की समस्या से जूझ रहा था, जहां सड़क किनारे बने मकान, दुकानें और अन्य निर्माणों ने रोड की चौड़ाई को बेहद संकरा कर दिया था। इससे न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या बढ़ रही थी, बल्कि बारिश के मौसम में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह चरमरा जाता था, जिससे जलभराव और बीमारियों का खतरा बना रहता था।निगम अधिकारियों के अनुसार, इस अभियान की योजना कई महीनों से चल रही थी। सबसे पहले स्थानीय निवासियों को नोटिस जारी किए गए, जिसमें उन्हें अतिक्रमण हटाने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। नोटिस में स्पष्ट किया गया कि सड़क के दोनों तरफ 25 फुट की पट्टी को मुक्त कराना आवश्यक है, ताकि फोर-लेन रोड का निर्माण हो सके। साथ ही, नई ड्रेनेज लाइन बिछाने की योजना भी शामिल है, जो इलाके को बाढ़ और जलभराव से मुक्ति दिलाएगी।
स्थानीयों का सहयोग: खुद तोड़े मकान अभियान की सबसे सराहनीय पहलू यह रहा कि स्थानीय लोगों ने निगम के नोटिस का पालन करते हुए खुद ही कार्रवाई शुरू कर दी। कई परिवारों ने अपने मकानों के सामने के हिस्से को तोड़ना शुरू किया, जबकि कुछ ने पूरी दीवारें गिरा दीं। एक स्थानीय निवासी राम सिंह ने बताया, "हमें पता था कि यह विकास के लिए जरूरी है। निगम ने हमें समझाया कि फोर-लेन रोड बनने से आने-जाने में आसानी होगी और ड्रेनेज सही होने से बारिश में पानी नहीं भरेगा। इसलिए हमने खुद ही तोड़ना शुरू कर दिया, ताकि कोई विवाद न हो।"निगम की टीम ने भी लोगों की मदद की। जेसीबी मशीनों और मजदूरों की सहायता से उन हिस्सों को तोड़ा गया, जहां लोग खुद नहीं कर पा रहे थे। निगम आयुक्त ने मौके पर पहुंचकर लोगों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि अतिक्रमण हटने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जाएगा। अधिकारियों ने समझाइश दी कि यह कार्रवाई शहर के समग्र विकास के लिए है और इसमें जनता की भागीदारी जरूरी है।
विकास की बड़ी योजना; इस अतिक्रमण हटाओ अभियान के पीछे भरतपुर नगर निगम की महत्वाकांक्षी योजना है। कच्चा कुंडा से गुजरने वाली सड़क को फोर-लेन में बदलने से न केवल ट्रैफिक की रफ्तार बढ़ेगी, बल्कि शहर के अन्य हिस्सों से कनेक्टिविटी मजबूत होगी। साथ ही, नई ड्रेनेज प्रणाली से वर्षा जल का निकास सुगम होगा, जिससे इलाके में स्वच्छता और स्वास्थ्य सुधार आएगा। निगम के इंजीनियरों के मुताबिक, काम जल्द ही शुरू हो जाएगा और कुछ महीनों में रोड का नया स्वरूप दिखाई देने लगेगा।
; इस अभियान में जनता की सक्रिय भागीदारी ने एक मिसाल कायम की है। आमतौर पर अतिक्रमण हटाओ कार्रवाइयों में विरोध और प्रदर्शन होते हैं, लेकिन यहां लोगों ने विकास को प्राथमिकता दी। निगम अधिकारियों ने इसे "जनता और प्रशासन के सहयोग का उत्कृष्ट उदाहरण" बताया। भविष्य में शहर के अन्य इलाकों जैसे जवाहर नगर, कृष्णा नगर और पुरानी भरतपुर में भी इसी तरह के अभियान चलाए जाएंगे।