JEE Advanced 2025: टॉपर्स की पहली पसंद बने IITs, IIT बॉम्बे और दिल्ली सबसे आगे
जेईई एडवांस्ड 2025 के शीर्ष 20 टॉपर्स ने IITs में दाखिला लिया, जिसमें IIT बॉम्बे (7), IIT दिल्ली (6), IIT हैदराबाद (5), IIT कानपुर और खड़गपुर (1-1) उनकी पसंद बने। यह ट्रेंड IITs की प्रतिष्ठा और टॉपर्स के भरोसे को दर्शाता है।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली जेईई एडवांस्ड 2025 की काउंसलिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस बार संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (JoSAA) ने 6 राउंड की काउंसलिंग के जरिए सफल अभ्यर्थियों को देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थानों में दाखिला दिया। इस प्रक्रिया को लेकर आईआईटी कानपुर ने ज्वाइंट इंप्लीमेंटेशन कमेटी की रिपोर्ट हाल ही में जारी की है, जिसमें कई रोचक तथ्य सामने आए हैं। खास बात यह है कि इस साल जेईई एडवांस्ड के शीर्ष 20 टॉपर्स ने देश की शीर्ष IITs में ही दाखिला लेना पसंद किया है।
टॉपर्स की पसंद: IIT बॉम्बे और दिल्ली सबसे आगे
रिपोर्ट के अनुसार, जेईई एडवांस्ड 2025 के शीर्ष 20 टॉपर्स ने देश की 23 IITs में से केवल 5 प्रमुख संस्थानों को चुना। इनमें IIT बॉम्बे सबसे आगे रहा, जहां 7 टॉपर्स ने दाखिला लिया। इसके बाद IIT दिल्ली ने 6 टॉपर्स को आकर्षित किया, जिसमें ऑल इंडिया रैंक 1 और 2 के टॉपर्स भी शामिल हैं। IIT हैदराबाद में 5 टॉपर्स ने प्रवेश लिया, जबकि IIT कानपुर और IIT खड़गपुर में एक-एक टॉपर ने अपनी सीट पक्की की। यह ट्रेंड दर्शाता है कि देश के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग संस्थान अब भी टॉपर्स की पहली पसंद बने हुए हैं।
जेईई एडवांस्ड: दुनिया की दूसरी सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा
जेईई एडवांस्ड को न केवल भारत की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा माना जाता है, बल्कि यह दुनिया की दूसरी सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षा भी है। हर साल औसतन 13 लाख से अधिक छात्र जेईई मेन्स में शामिल होते हैं, जिसमें से केवल ढाई लाख छात्र ही जेईई एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई कर पाते हैं। इनमें से भी सिर्फ 54,000 अभ्यर्थी जेईई एडवांस्ड पास कर पाते हैं, और अंततः लगभग 18,000 छात्रों को ही IITs में दाखिला मिलता है। इस कठिन प्रक्रिया को पार कर टॉप करने वाले छात्रों का IITs को चुनना देश के लिए गर्व की बात है।
प्रतिभा पलायन पर लगाम: टॉपर्स ने दिखाया IITs पर भरोसा
पिछले कुछ सालों में एक चिंताजनक ट्रेंड देखा गया था, जहां कई टॉपर्स विदेशी संस्थानों या अन्य भारतीय संस्थानों में दाखिला ले रहे थे। इसे प्रतिभा पलायन के रूप में देखा जाता था, जिसे विशेषज्ञ खतरनाक मानते हैं। हालांकि, इस साल की रिपोर्ट सुखद खबर लाई है। जेईई एडवांस्ड 2025 के शीर्ष 25 टॉपर्स ने IITs में ही दाखिला लिया है, जो यह दर्शाता है कि देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों पर उनका भरोसा कायम है।