जैसलमेर सैंड ड्यून्स में जीप सफारी हादसा, नासिक की पर्यटक की मौत, ड्राइवर की लापरवाही ने छीनी जिंदगी।

जैसलमेर के सम सैंड ड्यून्स में जीप सफारी के दौरान तेज रफ्तार जीप पलटने से नासिक की 62 वर्षीय महिला पर्यटक आशा नेहरा की मौत हो गई, और तीन अन्य पर्यटक घायल हो गए। हादसे का कारण ड्राइवर की लापरवाही और नियमों का उल्लंघन बताया जा रहा है। जीप में क्षमता से अधिक नौ पर्यटक सवार थे, जबकि नियम अधिकतम छह की अनुमति देते हैं। ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है, और पुलिस जांच कर रही है। यह घटना पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा मानकों की कमी को उजागर करती है।

Jul 23, 2025 - 21:59
Jul 24, 2025 - 07:08
जैसलमेर सैंड ड्यून्स में जीप सफारी हादसा, नासिक की पर्यटक की मौत, ड्राइवर की लापरवाही ने छीनी जिंदगी।

जैसलमेर : राजस्थान के मशहूर पर्यटक स्थल सम सैंड ड्यून्स में मंगलवार शाम एक दुखद हादसे ने पर्यटकों के बीच हड़कंप मचा दिया। रेतीले टीलों पर तेज रफ्तार से दौड़ रही एक जीप अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसके परिणामस्वरूप महाराष्ट्र के नासिक से घूमने आए पर्यटक दल में शामिल 62 वर्षीय महिला आशा नेहरा की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे में तीन अन्य पर्यटक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत जैसलमेर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

क्या हुआ हादसे के दौरान?

कोतवाली थाना पुलिस के जवान राजकुमार के अनुसार, नासिक से आए पर्यटकों का एक समूह सम सैंड ड्यून्स में कैंपिंग और जीप सफारी का आनंद लेने पहुंचा था। यह दल एक निजी कैंप के माध्यम से बुक की गई जीप में सफारी कर रहा था। जीप में क्षमता से अधिक, लगभग नौ पर्यटक सवार थे, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन था। हादसा उस समय हुआ जब जीप तेज गति से एक ऊंचे रेतीले टीले पर चढ़ रही थी। अचानक संतुलन बिगड़ने से जीप पीछे की ओर फिसली और तेजी से पलट गई। हादसे के दौरान जीप में सवार पर्यटक नीचे गिरे और कुछ इसके नीचे दब गए। आशा नेहरा जीप के नीचे बुरी तरह फंस गईं, और उन्हें निकालने में काफी समय लग गया। दुर्भाग्यवश, उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। अन्य घायलों को स्थानीय लोगों और कैंप स्टाफ की मदद से जीप के नीचे से निकाला गया और तुरंत एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया। घायलों में तीन महिलाएं शामिल हैं, जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

ड्राइवर की लापरवाही बनी हादसे का कारण? 

प्रत्यक्षदर्शियों और पर्यटक दल के सदस्यों ने ड्राइवर की लापरवाही को हादसे का प्रमुख कारण बताया। उनका आरोप है कि ड्राइवर को कई बार धीमे चलाने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन वह तेज रफ्तार और स्टंट दिखाने की कोशिश में मशगूल था। इस अति आत्मविश्वास और लापरवाही के चलते यह भीषण हादसा हुआ। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई, और चीख-पुकार के बीच स्थानीय लोग और कैंप कर्मचारी बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर ड्राइवर को हिरासत में ले लिया और उससे पूछताछ शुरू कर दी है।

नियमों की अनदेखी: पर्यटन निगम के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन 

स्थानीय लोगों और सूत्रों के अनुसार, सम सैंड ड्यून्स में जीप सफारी के दौरान राजस्थान पर्यटन निगम के दिशा-निर्देशों की लगातार अनदेखी की जा रही है। निगम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक जीप में अधिकतम छह पर्यटक ही सवार हो सकते हैं, सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य है, और केवल प्रशिक्षित ड्राइवरों को ही वाहन चलाने की अनुमति है। हालांकि, इस हादसे में जीप में नौ पर्यटक सवार थे, और सीट बेल्ट के उपयोग या ड्राइवर की योग्यता पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसी लापरवाही पहले भी कई बार देखी गई है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। 

पुलिस जांच शुरू, पर्यटन सुरक्षा पर सवाल

हादसे के बाद कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। ड्राइवर से पूछताछ के साथ-साथ यह भी जांच की जा रही है कि कैंप संचालकों और जीप ऑपरेटरों ने सुरक्षा नियमों का पालन क्यों नहीं किया। यह हादसा न केवल एक दुखद घटना है, बल्कि जैसलमेर जैसे प्रमुख पर्यटक स्थल पर सुरक्षा मानकों की कमी को भी उजागर करता है। सम सैंड ड्यून्स अपनी प्राकृतिक सुंदरता और रोमांचक जीप सफारी के लिए देश-विदेश में मशहूर है, लेकिन इस तरह के हादसे पर्यटकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।

इस हादसे ने स्थानीय प्रशासन और पर्यटन निगम पर सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने का दबाव बढ़ा दिया है। पर्यटकों और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि जीप सफारी के लिए कड़े नियम बनाए जाएं और उनकी पालना सुनिश्चित की जाए। साथ ही, प्रशिक्षित ड्राइवरों और उचित सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

जैसलमेर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे इस तरह के हादसों को रोकने के लिए नियमों का पालन करें और किसी भी लापरवाही की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना के साथ, इस घटना ने एक बार फिर पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के महत्व को रेखांकित किया है।