सोने-चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड: 1 सितंबर को कीमतें नई ऊंचाई पर, जानें कारण

1 सितंबर 2025 को सोना 2,404 रुपए बढ़कर 1,04,792 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 5,678 रुपए बढ़कर 1,23,250 रुपए प्रति किलो के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। वैश्विक तनाव और मांग बढ़ने से कीमतों में उछाल आया है।

Sep 1, 2025 - 13:05
सोने-चांदी ने तोड़े सारे रिकॉर्ड: 1 सितंबर को कीमतें नई ऊंचाई पर, जानें कारण

आज, 1 सितंबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतों ने नया इतिहास रच दिया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोने की कीमत में 2,404 रुपए की उछाल आई है, जिसके बाद 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,04,792 रुपए पर पहुंच गया है। यह पिछले बंद भाव 1,02,388 रुपए से कहीं अधिक है। वहीं, चांदी ने भी 5,678 रुपए की तेजी दिखाई और अब यह 1,23,250 रुपए प्रति किलो के स्तर पर कारोबार कर रही है, जो पहले 1,17,572 रुपए थी।

प्रमुख शहरों में सोने-चांदी की कीमतें

देश के विभिन्न शहरों में सोने और चांदी की कीमतें इस प्रकार हैं:

  • दिल्ली: 24 कैरेट सोना - ₹1,06,030, 22 कैरेट सोना - ₹97,200

  • मुंबई: 24 कैरेट सोना - ₹1,05,880, 22 कैरेट सोना - ₹97,050

  • कोलकाता: 24 कैरेट सोना - ₹1,05,880, 22 कैरेट सोना - ₹97,050

  • चेन्नई: 24 कैरेट सोना - ₹1,05,880, 22 कैरेट सोना - ₹97,050

  • भोपाल: 24 कैरेट सोना - ₹1,05,910, 22 कैरेट सोना - ₹97,100

इस साल कीमतों में जबरदस्त उछाल

इस साल की शुरुआत से यानी 1 जनवरी 2025 से अब तक सोने और चांदी की कीमतों में भारी वृद्धि देखी गई है। 24 कैरेट सोना, जो साल की शुरुआत में 76,162 रुपए प्रति 10 ग्राम था, अब 28,630 रुपए की बढ़ोतरी के साथ 1,04,792 रुपए पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी की कीमत 86,017 रुपए प्रति किलो से 37,233 रुपए बढ़कर 1,23,250 रुपए हो गई है। पिछले साल 2024 में भी सोने की कीमत में 12,810 रुपए की वृद्धि दर्ज की गई थी।

क्यों बढ़ रही हैं कीमतें?

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, वैश्विक और घरेलू कारणों ने सोने और चांदी की कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है।

1. भू-राजनीतिक तनाव

अमेरिका के टैरिफ और संभावित व्यापार युद्ध की आशंका ने वैश्विक अनिश्चितता को बढ़ाया है। ऐसे में निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देख रहे हैं, जिससे इसकी मांग में तेजी आई है।

2. केंद्रीय बैंकों की खरीदारी

चीन और रूस जैसे देश बड़े पैमाने पर सोना खरीद रहे हैं, जिससे वैश्विक बाजार में सोने की मांग बढ़ी है। यह कीमतों में उछाल का एक प्रमुख कारण है।

3. युद्ध और अस्थिरता

रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे वैश्विक तनावों ने निवेशकों को सोने और चांदी जैसे सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर आकर्षित किया है।

4. महंगाई और ब्याज दरें

मुद्रास्फीति का डर और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की कम ब्याज दरों ने सोने को और आकर्षक बना दिया है।

5. रुपये की गिरावट

डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में कमजोरी ने भी सोने और चांदी की कीमतों को बढ़ाने में योगदान दिया है।

अजय केडिया का अनुमान है कि इस साल सोने की कीमत 1,08,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है, जबकि चांदी 1,30,000 रुपए प्रति किलो तक पहुंच सकती है। यह निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है, लेकिन विशेषज्ञ सलाह लेना भी जरूरी है।

खरीदारी में सावधानी जरूरी

सोना खरीदते समय हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) का हॉलमार्क वाला सोना ही चुनें। हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर (HUID) जैसे कि AZ4524, सोने की शुद्धता की गारंटी देता है। यह 6 अंकों का अल्फान्यूमेरिक कोड होता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि सोना कितने कैरेट का है।

Yashaswani Journalist at The Khatak .