प्रेमी-प्रेमिका ने एक फंदे से लगाई फांसी, 9 दिन बाद जंगल में मिले शव....
बरेली के फरीदपुर थाना क्षेत्र के झंडूली गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। एक प्रेमी जोड़ा, जो 9 दिन से लापता था, जंगल में एक पेड़ पर एक ही फंदे से लटका मिला। दोनों ने कथित तौर पर आत्महत्या की, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। लड़की के परिवार ने युवक पर अपहरण का आरोप लगाया था, जबकि युवक के परिजन इसे साजिश बता रहे हैं। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू कर दी है। यह दुखद कहानी प्रेम, सामाजिक दबाव और तनाव की त्रासदी को उजागर करती है।
7 अक्टूबर 2025:उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। झंडूली गांव के पास एक जंगल में गन्ने के खेतों के बीच एक पेड़ पर प्रेमी-प्रेमिका के शव एक ही रस्सी से लटके हुए पाए गए। दोनों ने कथित तौर पर एक साथ फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। यह घटना 6 अक्टूबर 2025 को उस समय उजागर हुई, जब स्थानीय ग्रामीणों ने पेड़ पर लटके शवों को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी।
घटना का विवरण:
पुलिस के अनुसार, मृतक प्रेमी युगल पिछले 9 दिनों से लापता था। 27 सितंबर 2025 को लड़की के परिजनों ने फरीदपुर थाने में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि युवक उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। शिकायत में अपहरण का मामला दर्ज किया गया था, और पुलिस दोनों की तलाश में जुटी हुई थी। इस दौरान कई जगहों पर छानबीन की गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। नौवें दिन, झंडूली गांव के पास जंगल में ग्रामीणों ने एक पेड़ पर दोनों के शव लटके हुए देखे। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि दोनों ने एक ही रस्सी से फांसी लगाई थी, और उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी।
प्रेम प्रसंग और परिवारों का विरोध:
जांच में सामने आया कि मृतक युवक और युवती के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे। दोनों एक-दूसरे से शादी करना चाहते थे, लेकिन लड़की के परिवार ने इस रिश्ते का कड़ा विरोध किया था। लड़की के परिजनों का कहना है कि युवक ने उनकी बेटी को गलत तरीके से अपने साथ ले गया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज की। दूसरी ओर, युवक के परिवार ने उल्टा आरोप लगाया है कि लड़की के परिजनों ने दोनों की हत्या कर शवों को पेड़ पर लटकाया ताकि इसे आत्महत्या का रूप दिया जा सके। युवक के पिता ने दावा किया कि उनका बेटा निर्दोष था और प्रेम संबंधों के चलते उसे निशाना बनाया गया।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलते ही फरीदपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में मौत का कारण फांसी लगाना बताया गया है। बरेली के एसपी (सिटी) मनुष पारेक ने बताया कि यह प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला प्रतीत होता है, लेकिन हत्या की आशंका को भी खारिज नहीं किया जा सकता। पुलिस ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए हैं और मामले की गहराई से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है, जो इस मामले में और स्पष्टता ला सकते हैं।
गांव में तनाव का माहौल:
इस घटना के बाद झंडूली गांव में दोनों परिवारों के बीच तनाव की स्थिति बन गई है। लड़की और युवक के परिजन एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने गांव में अतिरिक्त फोर्स तैनात की है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। स्थानीय लोग भी इस घटना से सदमे में हैं और प्रेम प्रसंगों को लेकर सामाजिक दबाव की चर्चा कर रहे हैं।
सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पहलू:
यह घटना एक बार फिर समाज में प्रेम संबंधों को लेकर परिवारों और सामाजिक दबावों को उजागर करती है। मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में युवाओं को भावनात्मक समर्थन और काउंसलिंग की जरूरत होती है। परिवारों को भी इस तरह की संवेदनशील परिस्थितियों में समझदारी और संयम से काम लेना चाहिए। बरेली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई ऐसी स्थिति हो, जहां मानसिक तनाव या दबाव हो, तो वे हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।
यह दुखद घटना न केवल दो युवाओं की जिंदगी की त्रासदी है, बल्कि यह समाज के सामने एक गंभीर सवाल भी खड़ा करती है। प्रेम और परिवार के बीच की खाई को पाटने के लिए संवाद और समझ की जरूरत है। पुलिस इस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है, और उम्मीद है कि जल्द ही इस घटना का पूरा सच सामने आएगा।