पीड़ित परिवार के दर्द में शामिल गहलोत, सरकार की खामोशी पर निशाना

जोधपुर में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने जा रहे बच्चे की दुर्घटना में मौत के बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात की और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर संवेदनशीलता न दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने वोट चोरी के मुद्दे पर भी इलेक्शन कमीशन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।

Aug 20, 2025 - 17:17
पीड़ित परिवार के दर्द में शामिल गहलोत, सरकार की खामोशी पर निशाना

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल होने जा रहे एक बच्चे की सड़क दुर्घटना में हुई दुखद मौत के बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात कर मानवीय संवेदनशीलता का परिचय दिया। जोधपुर पहुंचने के बाद उन्होंने सीधे पीड़ित परिवार के निवास पर जाकर परिजनों को ढांढस बंधाया और इस दुखद घड़ी में अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं। इस दौरान उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उनकी सरकार पर संवेदनहीनता और लापरवाही का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला।

मुख्यमंत्री को थी मानवता दिखाने की जरूरत

जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर पीड़ित परिवार से न मिलने के लिए कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री को इस दुखद घटना के बाद पीड़ित परिवार से मिलकर उनकी संवेदना व्यक्त करनी चाहिए थी। पता नहीं उनके सलाहकार कौन हैं, जो उन्हें ऐसी सलाह देते हैं। रूट बदलकर निकल जाना कहां की मानवता है?" गहलोत ने आगे कहा कि इस घटना से जनता में आक्रोश बढ़ा है, क्योंकि बच्चा स्वतंत्रता दिवस जैसे महत्वपूर्ण अवसर पर हिस्सा लेने जा रहा था।

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि इस हादसे के बाद न तो कोई ठोस कार्रवाई हुई और न ही किसी की जिम्मेदारी तय की गई। "यह बेहद गंभीर मामला है। हर गलती की कीमत चुकानी पड़ती है," गहलोत ने सख्त लहजे में कहा।

वोट चोरी का मुद्दा: गांव-गांव तक पहुंची बात

वोट चोरी के मुद्दे पर गहलोत ने कहा कि यह समस्या अब गांव-गांव तक चर्चा का विषय बन चुकी है। उन्होंने बताया कि कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हो जाते हैं, और मतदान के समय उन्हें इसकी जानकारी मिलती है। "आज टेक्नोलॉजी इतनी उन्नत है कि एक बटन दबाने से सारी जानकारी सामने आ सकती है। फिर भी वोटर लिस्ट में गड़बड़ी क्यों?" उन्होंने इलेक्शन कमीशन के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका व्यवहार ठीक नहीं है।

गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि एक स्पष्ट और पारदर्शी वोटर लिस्ट तैयार की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, "हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक यह मामला पहुंच चुका है। सरकार को तुरंत चुनाव की घोषणा करनी चाहिए और इस समस्या का समाधान करना चाहिए।"

मुख्यमंत्री के सलाहकारों की नाकामी

स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे बच्चे की सुबह 5:30 बजे दुर्घटना में मौत को गहलोत ने विशेष रूप से दुखद बताया। उन्होंने कहा, "अगर मुख्यमंत्री के सलाहकार सही सलाह देते, तो वे पीड़ित परिवार से जरूर मिलते। यह मानवता का तकाजा था। अगर मुख्यमंत्री परिवार से मिलकर संवेदना जताते, तो जनता का आधा गुस्सा शांत हो जाता और लोगों को लगता कि सरकार उनके दुख में शामिल है।"

विपक्ष का रुख और जनता की उम्मीदें

विपक्ष द्वारा महाभियोग लाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि इस मुद्दे पर सभी विपक्षी दल मिलकर फैसला लेंगे। राजस्थान में वोट चोरी की स्थिति पर उन्होंने मीडिया से कहा, "आप लोग इसकी जांच करें और जहां कहीं ऐसी घटनाएं हुई हैं, उनकी जानकारी जनता तक पहुंचाएं। लोग सच जानना चाहते हैं।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .