गार्गी पुरस्कार की राशि अटकी? 10 अगस्त तक शाला दर्पण पर सही दस्तावेजों के साथ करें आवेदन
राजस्थान में 6,000 से अधिक छात्राओं को गार्गी और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार की राशि नहीं मिली, जिसके लिए बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने शाला दर्पण पोर्टल पर 10 अगस्त 2025 तक दोबारा आवेदन का मॉड्यूल शुरू किया है। पात्र छात्राओं को जन-आधार से लिंक सही बैंक विवरण के साथ आवेदन करना होगा।

राजस्थान में मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए दी जाने वाली गार्गी पुरस्कार और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार की राशि 6,000 से अधिक छात्राओं के बैंक खातों में जमा नहीं हो पाई है। इस समस्या के समाधान के लिए बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने शाला दर्पण पोर्टल पर एक विशेष ऑनलाइन मॉड्यूल शुरू किया है, जिसके माध्यम से पात्र छात्राएं 10 अगस्त 2025 तक अपने दस्तावेजों के साथ दोबारा आवेदन कर सकती हैं।
पुरस्कार राशि जमा न होने का कारण
बालिका शिक्षा फाउंडेशन की सचिव डॉ. अरुणा शर्मा ने बताया कि कई छात्राओं के बैंक खातों की जानकारी गलत होने के कारण पुरस्कार राशि उनके खातों में ट्रांसफर नहीं हो पाई। कुछ छात्राओं के खाते जन-आधार कार्ड से लिंक नहीं हैं, कुछ के बैंक खातों का IFSC कोड गलत दर्ज है, तो कहीं खाता संख्या ही गलत है। इस वजह से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से राशि जमा करने में बाधा आई। इस समस्या को दूर करने के लिए फाउंडेशन ने शाला दर्पण पोर्टल पर नया मॉड्यूल शुरू किया है, ताकि छात्राएं अपनी जानकारी सही कर पुरस्कार राशि प्राप्त कर सकें।
गार्गी पुरस्कार और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार
गार्गी पुरस्कार राजस्थान सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहित कर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देना है। यह पुरस्कार उन छात्राओं को दिया जाता है, जिन्होंने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा आयोजित 10वीं कक्षा की परीक्षा में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हों। पुरस्कार राशि दो किस्तों में प्रदान की जाती है:
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पहली किस्त: 10वीं कक्षा पास करने के बाद।
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दूसरी किस्त: 11वीं या 12वीं कक्षा में पढ़ाई जारी रखने पर।
इसके अतिरिक्त, बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार भी मेधावी छात्राओं को उनकी शैक्षिक उपलब्धियों के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया और जन-आधार की अनिवार्यता
पात्र छात्राओं को गार्गी पुरस्कार और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त करने के लिए शाला दर्पण पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन करना होता है। आवेदन प्रक्रिया के दौरान जन-आधार कार्ड अनिवार्य है, जिसमें छात्रा का नाम, जन्मतिथि और अन्य विवरण सही होने चाहिए। बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने स्पष्ट किया है कि जिन छात्राओं के आवेदन 17 अक्टूबर 2024 से 20 जनवरी 2025 के बीच प्राप्त हुए थे, उनकी पुरस्कार राशि DBT के माध्यम से जमा कर दी गई थी। हालांकि, तकनीकी खामियों के कारण कुछ छात्राओं को राशि नहीं मिल पाई।
दोबारा आवेदन की प्रक्रिया
डॉ. अरुणा शर्मा ने बताया कि जिन छात्राओं के खातों में राशि जमा नहीं हो पाई है, उन्हें अपने बैंक खाते की जानकारी, IFSC कोड और जन-आधार कार्ड के विवरण को सही करते हुए शाला दर्पण पोर्टल पर 10 अगस्त 2025 तक आवेदन करना होगा। इस मॉड्यूल के माध्यम से छात्राएं अपने दस्तावेज अपलोड कर सकती हैं और पुरस्कार राशि प्राप्त करने की प्रक्रिया को पूरा कर सकती हैं।
गार्गी पुरस्कार और बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार जैसी योजनाएं राजस्थान सरकार की उन पहलों का हिस्सा हैं, जो बालिकाओं को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। इन योजनाओं का लक्ष्य न केवल छात्राओं की शैक्षिक उपलब्धियों को सम्मानित करना है, बल्कि उन्हें उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना भी है।