मासूम की जान को जोखिम में डालता पिता,वायरल वीडियो ने मचाया हड़कंप.
जोधपुर के झालामंड चौराहे पर एक लापरवाह व्यक्ति ने अपने मासूम बच्चे की जान को जोखिम में डालकर सनसनी मचा दी। दोपहर 1:26 बजे का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक बाइक सवार व्यक्ति लापरवाह अभिभावक को समझाता नजर आया। यह घटना बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती है और समाज को जागरूक करने की जरूरत को दर्शाती है।

जोधपुर, 22 अगस्त 2025: राजस्थान के जोधपुर शहर के झालामंड चौराहे पर आज दोपहर 1:26 बजे एक ऐसी घटना सामने आई, जिसने लापरवाही की सारी हदें पार कर दीं। एक वायरल वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति अपनी लापरवाही के चलते अपने मासूम बच्चे की जान को जोखिम में डाल रहा है। इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को स्तब्ध कर दिया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है।
घटना का विवरण
झालामंड चौराहा, जोधपुर का एक व्यस्त इलाका है, जहां दिनभर वाहनों की आवाजाही रहती है। वायरल वीडियो में देखा गया कि एक व्यक्ति, जिसके साथ एक छोटा बच्चा था, सड़क पर लापरवाही भरे तरीके से व्यवहार कर रहा था। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति बच्चे को सुरक्षित रखने के बजाय ऐसी हरकत कर रहा था, जिससे बच्चे की जान को खतरा हो सकता था। वीडियो में एक बाइक सवार व्यक्ति को इस लापरवाह व्यक्ति को समझाते हुए भी देखा गया, जो उसकी गलती की ओर इशारा कर रहा था।हालांकि, वीडियो में घटना के सटीक कारणों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह लापरवाही बच्चे की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, व्यक्ति ने बच्चे को सड़क पर असुरक्षित स्थिति में छोड़ दिया, जिससे आसपास के लोग हैरान रह गए।
सोशल मीडिया पर हंगामा
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों ने इस लापरवाही पर गहरी नाराजगी जताई। कई यूजर्स ने लिखा कि माता-पिता या अभिभावक की ऐसी गैर-जिम्मेदाराना हरकत बच्चों की जिंदगी को खतरे में डाल सकती है। कुछ लोगों ने टिप्पणी की, "लापरवाही की भी हद होती है, अपने बच्चे की जान के साथ ऐसा खिलवाड़ कैसे कर सकता है कोई?" वहीं, कुछ ने प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
बच्चों की सुरक्षा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठाती है। जोधपुर जैसे शहरों में, जहां सड़कें व्यस्त रहती हैं और यातायात का दबाव रहता है, अभिभावकों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। हाल के दिनों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां लापरवाही के कारण मासूम बच्चों को नुकसान उठाना पड़ा है। उदाहरण के तौर पर, हाल ही में यवतमाल में रेलवे निर्माण स्थल पर पानी से भरे गड्ढे में चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी, जिसके लिए निर्माण कंपनी की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया गया था।
प्रशासन और समाज की जिम्मेदारी
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन के सामने भी कई सवाल खड़े किए हैं। क्या सड़कों पर बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम हैं? क्या अभिभावकों को जागरूक करने के लिए कोई अभियान चलाया जा रहा है? विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए न केवल प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए, बल्कि समाज को भी बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक होने की जरूरत है।
झालामंड चौराहे की यह घटना एक चेतावनी है कि लापरवाही का परिणाम कितना घातक हो सकता है। अभिभावकों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोपरि रखें और ऐसी हरकतों से बचें जो मासूमों की जिंदगी को खतरे में डालें। साथ ही, प्रशासन को भी चाहिए कि वह सड़कों पर सुरक्षा के उपायों को और मजबूत करे और लोगों में जागरूकता फैलाए। यह वीडियो भले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हो, लेकिन यह हमें एक गंभीर संदेश देता है - बच्चों की जान अनमोल है, और इसकी रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है।