बाड़मेर में ज्वेलर को नशीला पदार्थ पिलाकर 25 लाख के सोने के गहनों की चोरी: महिला सहित दो आरोपी गिरफ्तार
बाड़मेर में ज्वेलर को नशीला पदार्थ पिलाकर 25 लाख के सोने के गहने चुराने वाली महिला और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
बाड़मेर, 14 नवंबर 2025
: राजस्थान के बाड़मेर शहर में एक सनसनीखेज अपराध का पर्दाफाश हुआ है। हिंगलाज मंदिर के पास रहने वाले एक ज्वेलरी व्यवसायी को नशीला पदार्थ पिलाकर उसके घर से लगभग 25 लाख रुपये मूल्य के सोने के गहने चुराने वाले एक महिला और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना शहरवासियों के बीच दहशत पैदा कर रही है, क्योंकि आरोपी महिला ज्वेलर से शादी समारोह के दौरान परिचित हुई थी और धीरे-धीरे उसके विश्वास को हासिल करके इस वारदात को अंजाम दिया।
घटना का विवरण: विश्वासघात की चालाकी भरी साजिशघटना 12 नवंबर 2025 को दोपहर करीब 4 बजे की है। पीड़ित ज्वेलर, जिनका नाम सवाई सोनी है, हिंगलाज मंदिर क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित ज्वेलरी शॉप चलाते हैं। ज्वेलर से करीब छह माह पहले एक सामाजिक समारोह में मिली थी। महिला ने खुद को एक विधवा के रूप में पेश किया और भावुक बातों के जरिए ज्वेलर का विश्वास जीत लिया। धीरे-धीरे वह उनके घर आने-जाने लगी और नजदीकी रिश्ते का दिखावा करने लगी।पुलिस जांच के अनुसार, 12 नवंबर को महिला ज्वेलर के घर पहुंची। उसने ज्वेलर को चाय या किसी पेय में नशीला पदार्थ मिलाकर परोस दिया। नशीला पदार्थ पीने के बाद ज्वेलर को तेज चक्कर आए और वह बेहोश हो गए। इसी दौरान महिला ने घर के लॉकर से लगभग 20 तोला (करीब 233 ग्राम) सोने के गहने चुरा लिए, जिनकी बाजार मूल्य 25 लाख रुपये से अधिक आंकी गई है। गहनों में हार, चूड़ियां, अंगूठियां और अन्य आभूषण शामिल थे। चोरी करने के बाद महिला मौके से फरार हो गई।जब ज्वेलर को होश आया, तो उनकी हालत बिगड़ गई। उन्होंने तुरंत परिजनों को सूचना दी, जो उन्हें बाड़मेर जिला अस्पताल ले गए। चिकित्सकों ने प्रारंभिक जांच में पदार्थ के प्रभाव की पुष्टि की और उन्हें डिटॉक्सिफिकेशन उपचार दिया गया। ज्वेलर ने अस्पताल से छुट्टी मिलते ही सदर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें महिला का नाम और उसकी शक की परिधि में आने वाले एक अन्य व्यक्ति का उल्लेख किया गया।
पुलिस कार्रवाई: मुखबिरों की सूचना पर त्वरित गिरफ्तारी बाड़मेर सदर थाना प्रभारी ने बताया कि शिकायत मिलते ही एक विशेष टीम गठित की गई। मुखबिरों की सूचना पर पता चला कि आरोपी महिला अपने साथी के साथ जोधपुर हाईवे पर फरार होने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने नेशनल हाईवे-15 पर नाकाबंदी की और बुधवार रात को एक संदिग्ध कार को रोका। तलाशी में कार से चुराए गए गहने बरामद हो गए।गिरफ्तार आरोपी महिला के अलावा एक 32 वर्षीय पुरुष को भी हिरासत में लिया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि विक्रम महिला का साथी था और चोरी की साजिश का मुख्य सूत्रधार। दोनों जोधपुर के रहने वाले हैं और पहले भी छोटे-मोटे अपराधों में शामिल रहे हैं। पुलिस को महिला के पास से नशीली दवाओं की एक शीशी भी बरामद हुई, जो चोरी के लिए इस्तेमाल की गई थी। आरोपी दंपति गहनों को जोधपुर के बाजार में बेचने की योजना बना रहा था।पुलिस ने दोनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303 (चोरी), 315 (धोखाधड़ी) और 318 (आपराधिक विश्वासघात) के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा, नशीली दवाओं के इस्तेमाल के लिए NDPS एक्ट की भी जांच की जा रही है। दोनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पीड़ित का बयान: "विश्वास ने धोखा दिया"अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद ज्वेलर ने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि कोई इतनी चालाकी से विश्वास तोड़ सकता है। वह मेरी मददगार बनी घूमती थी, लेकिन नीयत में कुछ और ही था। डॉक्टरों ने बताया कि नशीला पदार्थ घातक हो सकता था। सौभाग्य से मैं बच गया, लेकिन यह घटना सबक है कि सतर्क रहना जरूरी है।" ज्वेलर की पत्नी ने भी बताया कि महिला अक्सर घर आती थी और कभी-कभी बच्चों के साथ खेलती भी थी, जिससे कोई शक नहीं हुआ।