बाड़मेर में 1.50 करोड़ की नकबजनी का सनसनीखेज खुलासा: सनिया उर्फ समीर कंजर गैंग के चार शातिर अपराधी चढ़े पुलिस के हत्थे
बाड़मेर पुलिस ने शोभाला जेतमाल गांव में हुई 1.50 करोड़ रुपये की सनसनीखेज नकबजनी की वारदात का पर्दाफाश कर अपराध जगत में हड़कंप मचा दिया है। विशेष अभियान "ऑपरेशन खुलासा" के तहत पुलिस ने कुख्यात सनिया उर्फ समीर कंजर गैंग के चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है।

बाड़मेर, 19 मई 2025: बाड़मेर पुलिस ने शोभाला जेतमाल गांव में हुई 1.50 करोड़ रुपये की सनसनीखेज नकबजनी की वारदात का पर्दाफाश कर अपराध जगत में हड़कंप मचा दिया है। विशेष अभियान "ऑपरेशन खुलासा" के तहत पुलिस ने कुख्यात सनिया उर्फ समीर कंजर गैंग के चार शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बाड़मेर पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बड़ी सफलता की जानकारी साझा की, जिसने न केवल स्थानीय लोगों में राहत की सांस दी, बल्कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना भी की जा रही है।
वारदात का विवरण: 1.50 करोड़ की लूट ने मचाया था तहलका
शोभाला जेतमाल गांव में कुछ समय पहले एक बड़े व्यापारी के घर नकबजनी की वारदात ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी थी। अपराधियों ने सुनियोजित तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें 113 तोला सोना, 4.8 किलो चांदी और 3 लाख रुपये नकद चुराए गए। इस चोरी की कुल कीमत करीब 1.50 करोड़ रुपये आंकी गई। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई थी, और पुलिस पर मामले को जल्द सुलझाने का दबाव बढ़ गया था।
"ऑपरेशन खुलासा": पुलिस की रणनीति और मेहनत लाई रंग
बाड़मेर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विशेष अभियान "ऑपरेशन खुलासा" शुरू किया। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसमें क्राइम ब्रांच और स्थानीय थाना पुलिस शामिल थी। टीम ने सीसीटीवी फुटेज, मुखबिरों की सूचना, और तकनीकी संसाधनों का सहारा लेकर अपराधियों तक पहुंचने की रणनीति बनाई।
लंबी छानबीन और कई जिलों में छापेमारी के बाद पुलिस ने चितौड़गढ़ और भीलवाड़ा से चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान सनिया उर्फ समीर, अनिल कंजर, रमेशचन्द्र गंवार, और बसन्त कुमार सोनी के रूप में हुई है। ये सभी कुख्यात कंजर गैंग के सक्रिय सदस्य हैं, जो राजस्थान और पड़ोसी राज्यों में चोरी और नकबजनी की कई वारदातों में शामिल रहे हैं।
बरामदगी: चोरी का माल और सबूत जब्त
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चोरी का अधिकांश माल बरामद कर लिया है, जिसमें 113 तोला सोना, 4.8 किलो चांदी, और 3 लाख रुपये नकद शामिल हैं। इसके अलावा, वारदात में इस्तेमाल किए गए औजार, वाहन, और अन्य सबूत भी जब्त किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में वारदात को अंजाम देने की पूरी योजना का खुलासा किया है। गैंग ने रेकी करने के बाद सुनसान समय का फायदा उठाकर इस नकबजनी को अंजाम दिया था।
गैंग का आपराधिक इतिहास: कई राज्यों में वारदातों का जाल
सनिया उर्फ समीर कंजर गैंग का आपराधिक इतिहास लंबा और खतरनाक है। यह गैंग राजस्थान, मध्य प्रदेश, और गुजरात जैसे राज्यों में चोरी, नकबजनी, और लूट की वारदातों में शामिल रहा है। गैंग के सदस्य शातिर तरीके से रेकी करते हैं और फिर सुनियोजित ढंग से वारदात को अंजाम देते हैं। पुलिस अब इस गैंग के अन्य सदस्यों और उनके नेटवर्क की तलाश में जुट गई है, ताकि भविष्य में ऐसी वारदातों को रोका जा सके।
पुलिस अधीक्षक की अपील: जनता से सहयोग की मांग
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस अधीक्षक नरेंद्र सिंह मीणा ने जनता से अपील की कि वे अपने घरों और दुकानों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करें। उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगाने, रात में ताले की जांच करने, और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "पुलिस जनता के सहयोग से ही अपराध पर अंकुश लगा सकती है। इस मामले में भी स्थानीय लोगों की सतर्कता और सूचनाओं ने हमें सफलता दिलाई।"
जनता में राहत, पुलिस की तारीफ
इस खुलासे के बाद शोभाला जेतमाल गांव और आसपास के इलाकों में राहत की लहर है। स्थानीय व्यापारी समुदाय ने बाड़मेर पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मामले की जांच अभी जारी है, और पुलिस को उम्मीद है कि गैंग के अन्य सदस्यों और चोरी के माल के खरीददारों तक जल्द पहुंचा जा सकेगा। इसके साथ ही, बाड़मेर पुलिस ने जिले में अपराध रोकने के लिए विशेष निगरानी और गश्त बढ़ाने का फैसला किया है।