अलीपुर हत्याकांड: पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर रची पति की हत्या की साजिश, 1 साल बाद मोबाइल फोन ने खोला राज.
दिल्ली के अलीपुर में एक सनसनीखेज हत्याकांड में पत्नी सोनिया ने प्रेमी रोहित और बहन के देवर विजय के साथ मिलकर अपने पति प्रीतम प्रकाश की हत्या की साजिश रची। नशे की लत और मारपीट से तंग सोनिया ने 50 हजार रुपये की सुपारी देकर 5 जुलाई 2024 को प्रीतम की हत्या करवा दी। शव को हरियाणा के गन्नौर में नाले में फेंका गया। हत्या के बाद प्रीतम का मोबाइल प्रेमी रोहित को दिया गया, जिसके ऑन होने पर पुलिस ने तकनीकी जांच से साजिश का खुलासा किया। तीनों आरोपी गिरफ्तार, मामला दर्ज।

दिल्ली के अलीपुर इलाके में एक सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है। इस मामले में एक पत्नी ने अपने प्रेमी और अपनी बहन के देवर के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची और उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद सबूत मिटाने की कोशिश की गई, लेकिन एक मोबाइल फोन ने इस खौफनाक साजिश का पर्दाफाश कर दिया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस एक साल पुराने हत्याकांड को सुलझाते हुए मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हत्या की साजिश और उसका खुलासा
मामला जुलाई 2024 का है, जब हरियाणा के सोनीपत जिले के गन्नौर क्षेत्र में अगवानपुर गांव के पास एक नाले में प्रीतम प्रकाश नामक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। प्रीतम प्रकाश, जो अलीपुर थाने का घोषित अपराधी और भगोड़ा था, कई आपराधिक मामलों में वांछित था। उसकी पत्नी सोनिया (34), जो तीन बच्चों की मां है, अपने पति की आपराधिक गतिविधियों और नशे की लत से तंग आ चुकी थी। इस दौरान सोनिया की मुलाकात सोनीपत के जाजी गांव निवासी रोहित (28) से हुई, जो खुद हत्या और हथियार रखने जैसे चार संगीन मामलों में शामिल रहा था। दोनों के बीच अवैध संबंध बन गए और वे शादी करने की योजना बनाने लगे।
प्रीतम को रास्ते से हटाने के लिए सोनिया ने पहले अपने प्रेमी रोहित को हत्या की सुपारी देने की कोशिश की, लेकिन पैसे की कमी के कारण यह योजना विफल हो गई। इसके बाद सोनिया ने अपनी बहन के देवर विजय को 50 हजार रुपये में इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के लिए राजी कर लिया।
हत्या का अंजाम और शव का ठिकाना
5 जुलाई 2024 की रात को सोनिया ने अपने पति प्रीतम को सोनीपत के गन्नौर में अपनी बहन के घर बुलाया। वहां सोनिया और विजय ने प्रीतम को शराब पिलाई और रात में सोते समय विजय ने उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को अगवानपुर गांव के पास एक नाले में फेंक दिया गया। इस बीच, सोनिया ने पुलिस को गुमराह करने के लिए 20 जुलाई 2024 को अलीपुर थाने में प्रीतम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें दावा किया कि उसका पति 5-6 जुलाई से लापता है।
10 जुलाई 2024 को गन्नौर पुलिस को नाले से एक अज्ञात शव मिला, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी। लावारिस समझकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया, हालांकि पोस्टमॉर्टम के दौरान डीएनए नमूने सुरक्षित रखे गए, जो बाद में जांच में महत्वपूर्ण साबित हुए।
मोबाइल फोन बना साजिश का पर्दाफाश करने वाला सुराग
हत्या के बाद सोनिया ने प्रीतम का मोबाइल फोन अपने प्रेमी रोहित को दे दिया और उसे नष्ट करने को कहा। लेकिन रोहित ने फोन को नष्ट करने के बजाय उसमें नया सिम डालकर इस्तेमाल शुरू कर दिया। एक साल बाद, जब यह फोन ऑन हुआ, तो दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच, जो प्रीतम को एक अन्य मामले में ढूंढ रही थी, ने तकनीकी जांच के जरिए फोन की लोकेशन ट्रेस की। यह लोकेशन सोनीपत के जाजी गांव में रोहित के पास मिली। पूछताछ में रोहित ने पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती के बाद उसने हत्या की साजिश कबूल कर ली और सोनिया का नाम उजागर किया।
सोनिया ने पुलिस पूछताछ में बताया कि प्रीतम की शराबखोरी और मारपीट से तंग आकर उसने यह कदम उठाया। सोशल मीडिया के जरिए रोहित से उसकी दोस्ती हुई थी, और दोनों शादी करना चाहते थे। प्रीतम के इस रिश्ते का विरोध करने पर सोनिया ने उसे रास्ते से हटाने का फैसला किया।
इंस्टाग्राम पर भेजा गया शव का वीडियो
हैरान करने वाली बात यह है कि हत्या के बाद विजय ने सोनिया को इंस्टाग्राम पर प्रीतम के शव का वीडियो और फोटो भेजकर अपने पैसे की मांग की। सोनिया ने प्रीतम का ऑटो रिक्शा 4.5 लाख रुपये में बेचकर 50 हजार रुपये विजय को और कुछ राशि रोहित को दी। इस बीच, विजय को हरियाणा पुलिस ने एक चोरी के मामले में पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
प्रेम विवाह से टूटा रिश्ता
सोनिया और प्रीतम ने लगभग 15 साल पहले प्रेम विवाह किया था। उनके तीन बच्चे हैं, जिनमें एक 16 साल का बेटा और दो बेटियां शामिल हैं। लेकिन प्रीतम की शराब की लत, मारपीट और आपराधिक गतिविधियों ने सोनिया को तंग कर दिया था। 2 जुलाई 2024 को एक झगड़े के बाद सोनिया रोहित की टैक्सी से अपनी बहन के घर गन्नौर चली गई थी, जहां उसने इस साजिश को अंजाम दिया।
पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इस मामले में सोनिया और रोहित को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि विजय पहले से ही हरियाणा पुलिस की हिरासत में है। तीनों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और सबूत मिटाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी हर्ष इंदौरा के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच ने इस जटिल मामले को सुलझाने के लिए तकनीकी और जमीनी जांच का सहारा लिया। शव की अंतिम पहचान के लिए डीएनए नमूनों का उपयोग किया जाएगा।
यह हत्याकांड न केवल एक पारिवारिक त्रासदी को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि अवैध संबंध और आपराधिक मंशा कितने खतरनाक परिणाम ला सकते हैं। सोनिया ने अपने प्रेमी और रिश्तेदार के साथ मिलकर जो साजिश रची, वह पुलिस की सतर्कता और एक छोटी सी गलती—मोबाइल फोन के इस्तेमाल—ने उजागर कर दी। इस मामले ने एक बार फिर दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रेम प्रसंग से जुड़े हत्याकांडों पर ध्यान खींचा है।