राजस्थान: अंता विधानसभा उपचुनाव में डरावना मोड़, निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के पिता को रोहित गोदारा गैंग से मिली जानलेवा धमकी

राजस्थान के अंता विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के पिता को रोहित गोदारा गैंग से 10 लाख की फिरौती की धमकी मिली, पत्र वायरल, पुलिस जांच शुरू, चुनावी माहौल तनावपूर्ण।

Oct 31, 2025 - 12:03
राजस्थान: अंता विधानसभा उपचुनाव में डरावना मोड़, निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के पिता को रोहित गोदारा गैंग से मिली जानलेवा धमकी

राजस्थान के बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर चल रहे उपचुनाव ने अब एक भयावह रूप ले लिया है। आम आदमी पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा के पिता को कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग के नाम से एक धमकी भरा पत्र प्राप्त हुआ है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पत्र में 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई है और साफ धमकी दी गई है कि यदि राशि नहीं दी गई तो 2 नवंबर के बाद नरेश मीणा या उनके पूरे परिवार को निशाना बनाया जाएगा। इस घटना ने न केवल चुनावी माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है, लेकिन राजनीतिक हलकों में इसे सियासी साजिश करार दिया जा रहा है।

धमकी पत्र का खुलासा: '10 लाख न दिए तो कत्लेआम'पत्र नरेश मीणा के पिता कल्याण सिंह मीणा को संबोधित है, जिसमें खुद को रोहित गोदारा गैंग का "शूटर" बताने वाले व्यक्ति ने बेहद कठोर भाषा में धमकी दी है।  2 तारीख के बाद नरेश मीणा या परिवार को निशाना बनाएंगे।" यह  किसी सिरफिरे या राजनीतिक विरोधियों की साजिश हो सकती है। पत्र की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हजारों यूजर्स ने इसे शेयर किया, जिसमें #StandWithNareshMeena और #अंता_मांगे_नरेश_मीणा जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।नरेश मीणा ने पत्र मिलते ही स्थानीय पुलिस अधीक्षक (SP) और पुलिस महानिरीक्षक (IG) को शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने तत्काल सुरक्षा की मांग की है और कहा है, "यह धमकी केवल मेरे खिलाफ नहीं, बल्कि लोकतंत्र और गरीब-किसान-दलितों की आवाज के खिलाफ है। हम डरने वाले नहीं, लेकिन सरकार को कानून-व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।" AAP नेता अरविंद केजरीवाल ने भी इसकी निंदा की है और कहा है कि नरेश मीणा की "भ्रष्ट राजनीति के खिलाफ लड़ाई" को पूरा समर्थन है।

अंता उपचुनाव का पृष्ठभूमि: कांटे की टक्कर में तीसरा कोण अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव की पृष्ठभूमि भी उतनी ही रोचक और विवादास्पद है। यह सीट 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के कंवरलाल मीणा ने जीती थी, लेकिन मई 2025 में SDM को पिस्तौल दिखाने के मामले में दोषी साबित होने के बाद उनकी सदस्यता रद्द हो गई। इसके बाद उपचुनाव की घोषणा हुई, जो 11 नवंबर को मतदान और 14 नवंबर को परिणाम के साथ संपन्न होगा।

कांग्रेस का दांव: पार्टी ने हाड़ौती के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया को मैदान में उतारा है। भाया 2023 में कंवरलाल से 5,861 वोटों से हारे थे, लेकिन इस बार वे सहानुभूति और संगठनिक ताकत पर भरोसा कर रहे हैं। 

भाजपा की रणनीति: भाजपा ने कंवरलाल की पत्नी भगवती देवी को टिकट देने की चर्चा की, लेकिन अंततः युवा नेता राजेंद्र गुर्जर को चुना। पार्टी इस सीट को अपना गढ़ मानती है, जहां मीणा समुदाय का वोट बैंक निर्णायक है।

नरेश मीणा का उभार: नरेश मीणा, जो मूल रूप से बारां के कवाई क्षेत्र के रहने वाले हैं, कांग्रेस के बागी नेता के रूप में उभरे हैं। 2024 में देवली-उनियारा उपचुनाव के दौरान SDM को थप्पड़ मारने के मामले में जेल गए थे, लेकिन जुलाई 2025 में रिहा होने के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी। टिकट न मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया, जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। AAP का समर्थन मिलने से उनका अभियान मजबूत हुआ है। मीणा युवाओं, किसानों, आदिवासियों और दलितों के मुद्दों पर जोर दे रहे हैं, जिससे दोनों प्रमुख दलों की नींद हराम हो गई है।

पिछले चुनावों के आंकड़ों से साफ है कि अंता सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है। 2023 में मतदान प्रतिशत 80.35% रहा, जो राज्य औसत से ऊपर था। नरेश मीणा की एंट्री से वोटों का ध्रुवीकरण संभव है, खासकर मीणा समुदाय में।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं: साजिश के आरोपों का दौर इस धमकी ने राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। नरेश मीणा के समर्थकों का आरोप है कि यह भाजपा-कांग्रेस के "गठजोड़" की साजिश है, क्योंकि दोनों दल किसी निर्दलीय को जीतते नहीं देखना चाहते। पूर्व विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "यह राजनीतिक गुंडों की मिलीभगत है। पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।" वहीं, AAP और अन्य छोटे दलों ने नरेश को Z+ सुरक्षा की मांग की है।कांग्रेस नेता प्रमोद जैन भाया ने धमकी की निंदा की, लेकिन कहा, "चुनावी रस्साकशी में ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हम शांति चाहते हैं।" भाजपा ने इसे "व्यक्तिगत दुश्मनी" करार दिया और पुलिस जांच पर भरोसा जताया। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे "लोकतंत्र पर हमला" बताते हुए नरेश के समर्थन में पोस्ट किए, जिसमें एक यूजर ने लिखा, "सच बोलना गुनाह हो गया है? नरेश भाई को कुछ हुआ तो चक्का जाम होगा।"

रोहित गोदारा गैंग का काला इतिहास: राजस्थान में बढ़ती धमकियां रोहित गोदारा, जो कनाडा में रहते हुए भारत के मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों में शुमार है, का नाम राजस्थान में कई हाई-प्रोफाइल अपराधों से जुड़ा है। गैंग ने हाल ही में नागौर में एक व्यापारी की हत्या की, जिससे राज्य में दहशत फैल गई। गोदारा गैंग सियासी हत्याओं और फिरौती के लिए जाना जाता है, लेकिन इस पत्र की प्रामाणिकता पर सवाल उठ रहे हैं। यह गैंग का नाम लेकर स्थानीय गुंडों की करतूत हो सकती है।

पुलिस की कार्रवाई: जांच तेज, सुरक्षा बढ़ाने की तैयारी बारां पुलिस ने पत्र को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। SP बारां ने कहा, "मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। नरेश मीणा को जल्द सुरक्षा प्रदान की जाएगी।" IG जोधपुर रेंज ने भी हाईअलर्ट जारी किया है। राज्य पुलिस मुख्यालय से निर्देश हैं कि चुनावी हिंसा रोकने के लिए विशेष टास्क फोर्स तैनात की जाए। तथा धमकी भरे पत्र भजने वाले बदमाश का पता लगाया जा रहा है।