अजमेर के नामी स्कूल में शर्मनाक घटना: बिजनेसमैन के बेटे को सहपाठियों ने पीटा, कपड़े उतरवाए और अश्लील वीडियो बनाकर वायरल किया

अजमेर के एक नामी स्कूल में 12वीं के तीन छात्रों ने सहपाठी (बड़े बिजनेसमैन का 17 साल का बेटा) को पीटा, कपड़े उतरवाए, अश्लील हरकतें करवाईं और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अक्टूबर में हुई इस घटना की FIR दर्ज, तीनों आरोपी हिरासत में।

Nov 18, 2025 - 13:30
अजमेर के नामी स्कूल में शर्मनाक घटना: बिजनेसमैन के बेटे को सहपाठियों ने पीटा, कपड़े उतरवाए और अश्लील वीडियो बनाकर वायरल किया

अजमेर, 18 नवंबर 2025: राजस्थान के अजमेर शहर के एक प्रतिष्ठित स्कूल में एक बेहद शर्मनाक और दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां के 12वीं कक्षा के एक 17 वर्षीय छात्र को उसके ही तीन सहपाठियों ने न केवल जमकर पीटा, बल्कि उसके कपड़े उतारकर अश्लील हरकतें करवाईं और उनका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इस घटना ने न केवल स्कूल की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि किशोरों के बीच बढ़ रही हिंसा और साइबर बुलिंग की समस्या को भी उजागर कर दिया है। पीड़ित छात्र एक प्रमुख बिजनेसमैन का इकलौता बेटा है, जिसके कारण मामला और भी संवेदनशील हो गया है।

घटना का पूरा विवरण: अक्टूबर की वो काली शाम घटना पिछले महीने, अक्टूबर 2025 की है। अजमेर के एक नामी प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले 12वीं कक्षा के छात्रों के बीच कुछ पुरानी दुश्मनी थी। सूत्रों के अनुसार, यह विवाद क्लास में हुई मामूली बहस से शुरू हुआ था, जो धीरे-धीरे व्यक्तिगत हो गया। एक शाम स्कूल के परिसर में ही, आरोपी छात्रों ने पीड़ित छात्र को घेर लिया। पहले तो उन्होंने उसे गाली-गलौज देकर उकसाया, फिर अचानक हमला बोल दिया।पीड़ित छात्र को जमीन पर पटक दिया गया और उसके तीनों सहपाठियों ने मिलकर उसे लातों-घूसों से पीटना शुरू कर दिया। मारपीट के दौरान आरोपी छात्रों ने पीड़ित के साथ अश्लील हरकतें भी कीं। उन्होंने उसके कपड़े उतार दिए और उसे नग्न अवस्था में "उठक-बैठक" करवाई, जो एक तरह की अपमानजनक सजा थी। इस दौरान, एक आरोपी ने अपना मोबाइल फोन निकाला और पूरी घटना का वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी। वीडियो में पीड़ित छात्र को डरते हुए माफी मांगते हुए दिखाया गया है, जहां आरोपी उसे बार-बार "सॉरी" बोलने पर मजबूर कर रहे थे।वीडियो की लंबाई करीब 2-3 मिनट की बताई जा रही है, जिसमें अश्लील दृश्यों के साथ-साथ पीड़ित की बेबसी साफ झलक रही है। आरोपी छात्रों ने इस वीडियो को उसी रात सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अपलोड कर दिया, जिससे यह तेजी से वायरल हो गया। वीडियो को देखने वालों में स्कूल के अन्य छात्र, स्थानीय लोग और यहां तक कि शहर के कुछ प्रभावशाली लोग भी शामिल हो गए। इसने पीड़ित छात्र के परिवार को गहरा आघात पहुंचाया।

पीड़ित छात्र और आरोपी: एक ही क्लास के साथी, लेकिन दुश्मनी की शिकार पीड़ित छात्र, जिनकी उम्र 17 वर्ष है, अजमेर के एक बड़े बिजनेसमैन के बेटे हैं। उनके पिता शहर में निर्माण और व्यापार के क्षेत्र में सक्रिय हैं, और परिवार सामाजिक रूप से भी जाना-पहचाना है। छात्र पढ़ाई में औसत लेकिन खेलकूद में सक्रिय बताया जाता है। वह इस स्कूल में पिछले चार वर्षों से पढ़ रहा है और कभी किसी विवाद में नहीं पड़ा था। इस घटना के बाद वह मानसिक रूप से टूट चुका है; परिवार के अनुसार, वह स्कूल जाने से डर रहा है और रातों को नींद नहीं आती।आरोपी तीनों छात्र भी इसी स्कूल के 12वीं कक्षा के हैं और उनकी उम्र 16-17 वर्ष के बीच है। ये छात्र अमीर परिवारों से ताल्लुक रखते हैं, लेकिन उनके पिता की पहचान गोपनीय रखी गई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी छात्रों के बीच पहले से ही गुटबाजी चल रही थी, और पीड़ित को निशाना बनाने का प्लान उन्होंने क्लास के बाद बनाया था। एक आरोपी छात्र कथित तौर पर स्कूल का "बुली" माना जाता है, जो पहले भी छोटे-मोटे झगड़ों में शामिल रहा है।

परिवार की शिकायत: थाने पहुंचा मामला घटना के एक सप्ताह बाद, जब वीडियो परिवार के संज्ञान में आया, तो पीड़ित के पिता ने तुरंत अजमेर के रामसागर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 323 (मारपीट), 354 (महिला के साथ अश्लीलता, हालांकि यहां अपवाद के रूप में), 506 (धमकी), 66E (IT एक्ट के तहत प्राइवेसी का उल्लंघन) और 67 (IT एक्ट के तहत अश्लील सामग्री प्रसार) के तहत केस दर्ज किया गया। परिवार ने स्कूल प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया है, क्योंकि घटना स्कूल परिसर में हुई थी और निगरानी कैमरों में इसका कुछ हिस्सा कैद हो गया था।पुलिस ने तीनों आरोपी छात्रों को हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। एसपीएच ने बताया, "यह एक गंभीर मामला है। हम आरोपी छात्रों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। साथ ही, वीडियो को सोशल मीडिया से हटाने के लिए साइबर सेल को निर्देश दिए गए हैं। पीड़ित छात्र को काउंसलिंग उपलब्ध कराई जा रही है।" पुलिस ने स्कूल को भी नोटिस जारी किया है और जांच में सहयोग मांगा है।

स्कूल प्रशासन ने इस मामले पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। सूत्रों के अनुसार, प्रिंसिपल ने आरोपी छात्रों के परिवारों से बात की है, लेकिन कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया। यह स्कूल अजमेर का एक प्रमुख संस्थान है, जहां सैकड़ों छात्र पढ़ते हैं और यह CBSE से संबद्ध है। घटना के बाद अभिभावकों में आक्रोश फैल गया है, और कई ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन की धमकी दी है।यह घटना किशोरों के बीच बढ़ती बुलिंग, साइबर क्राइम और मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में तत्काल काउंसलिंग और कानूनी सजा जरूरी है, वरना पीड़ित जीवन भर के लिए आघातग्रस्त हो सकता है। पीड़ित परिवार ने कहा, "हमारा बेटा निर्दोष है। हम न्याय चाहते हैं, ताकि कोई अन्य बच्चा इसकी शिकार न बने।"