बाड़मेर की सरहद पर जोराराम कुमावत का जोशीला दौरा: हौसले, हथियार और हकीकत की पड़ताल!

राजस्थान के मंत्री जोराराम कुमावत ने बाड़मेर के सीमावर्ती गांवों का दौरा कर पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीणों के हौसले की सराहना की, पीएम मोदी और सीएम शर्मा की निगरानी का आश्वासन दिया, और भारत की सैन्य ताकत पर जोर दिया। कुमावत ने ग्रामीणों से संवाद किया, सेडवा सीएचसी का निरीक्षण किया, और स्थानीय समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाया।

May 13, 2025 - 19:35
बाड़मेर की सरहद पर जोराराम कुमावत का जोशीला दौरा: हौसले, हथियार और हकीकत की पड़ताल!

बाड़मेर, 13 मई 2025: राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में मंगलवार को पशुपालन, डेयरी व देवस्थान विभाग के कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी जोराराम कुमावत ने सरहदी गांवों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। यह दौरा सिर्फ औपचारिक नहीं, बल्कि हौसले और हकीकत से भरा हुआ था। मंत्री ने चौहटन उपखंड के सीमावर्ती गांवों में ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और कहा, “भारत हर आपात स्थिति के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा स्वयं इसकी निगरानी कर रहे हैं।”

जोराराम कुमावत ने जसाई, सेडवा, दीपला, खारा और परू जैसे गांवों में ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने दो टूक कहा, “सीमा पर शांति है, लेकिन पाकिस्तान की किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम तैयार हैं।” उन्होंने बताया कि तीनों सेनाएं मिलकर पाक प्रायोजित आतंकवाद से निपट रही हैं। खास बात यह रही कि मंत्री ने सेना में सेवारत युवाओं के परिवारों से भी मुलाकात की और उनकी हिम्मत की तारीफ की। प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत एवं सांसद दामोदर अग्रवाल ने जसाई, सेडवा, दीपला, खारा और परू सहित सीमावर्ती गांवों में ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने जसाई मिलट्री स्टेशन पर कर्नल विक्रमजीत सिंह, कर्नल शिवाजी वारघड़े के साथ बैठक कर सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर चर्चा की। बैठक में भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, समाजसेवी अजीत मुण्डन, अनन्तराम बिश्नोई, देवीलाल कुमावत,  गोपालसिंह राजपुरोहित, ईश्वर नवल एवं  आर्मी स्टाफ मौजूद रहे।   
प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने सीमावर्ती गांव खारा में ग्रामवासियों से भारत-पाक के बीच तनाव में भी डटे रहने पर उनकी हौसला अफजाई की। उन्हें आपातकालीन परिस्थितियों में प्रशासन से हरसंभंव मदद का भरोसा दिया। खारा में सरपंच चेतनराम, ग्रामवासी देवीसिंह, रेवंत सिंह ने राज्य सरकार की ओर से दी जा रही मदद को लेकर मंत्री का आभार जताया।इसी तरह गांव दीपला एवं सेडवा में प्रभारी मंत्री कुमावत ने ग्रामवासियों से संवाद कर आपातकालीन स्थिति में राज्य सरकार की ओर से की गई सुरक्षा व्यवस्था से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाके के लोगों के साथ राज्य सरकार कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। यहां समाजसेवी देवीलाल, सीमाजन कल्याण समिति, सेडवा के तहसील अध्यक्ष भारूराम चौधरी, तहसील मंत्री मदन बिश्नोई, दीपला गांव के सामाजिक कार्यकर्ता कासुराम, मेरूसिंह मोसेरी मौजूद थे। 

युद्ध जैसे हालात में भी अडिग ग्रामीण

मंत्री ने ग्रामीणों के जज्बे को सलाम किया, जो युद्ध जैसे हालात, ब्लैकआउट और हवाई हमले के सायरन के बावजूद डटे रहे। उन्होंने कहा, “बाड़मेर के सरहदी गांवों के लोग न सिर्फ घरों में रहे, बल्कि बेखौफ होकर बाहर बैठकर एक-दूसरे से बात करते नजर आए। यह हौसला काबिले-तारीफ है।” कुमावत ने ग्रामीणों से अफवाहों और सोशल मीडिया की फर्जी खबरों से बचने की अपील भी की।

जसाई मिलिट्री स्टेशन पर कर्नल विक्रमजीत सिंह और कर्नल शिवाजी वारघड़े के साथ बैठक में कुमावत ने सुरक्षा इंतजामों की गहन समीक्षा की। इस दौरान भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल, समाजसेवी अजीत मुण्डन, अनंतराम बिश्नोई और अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।

खारा में हौसला, सेडवा में सुविधाओं की जांच

खारा गांव में कुमावत ने ग्रामीणों की हिम्मत की सराहना की और आपात स्थिति में हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। सरपंच चेतनराम और ग्रामीणों ने राज्य सरकार की मदद के लिए आभार जताया। सेडवा और दीपला में भी मंत्री ने ग्रामीणों से संवाद कर उन्हें सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी।

सेडवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण भी कुमावत के दौरे का हिस्सा रहा। उन्होंने उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण विश्नोई से चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली और आपदा से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए।

सेडवा में किसान प्रतिनिधियों ने मंत्री को ज्ञापन सौंपकर 132 के.वी. जीएसएस और आदान-अनुदान की बाकी राशि के लिए बजट की मांग की। कुमावत ने तुरंत अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। पुलिस प्रशासन से भी उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति जानी।

पांच घंटे का दौरा, जयपुर रवानगी

करीब पांच घंटे तक सरहदी गांवों का दौरा करने और बाड़मेर-बालोतरा की स्थिति की समीक्षा करने के बाद जोराराम कुमावत दो दिवसीय दौरे को पूरा कर जयपुर के लिए रवाना हो गए।

  • ग्रामीणों का हौसला: युद्ध जैसे हालात में भी सरहदी गांवों के लोग अडिग रहे।
  • मंत्री का संदेश: भारत आत्मनिर्भर है, ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों की ताकत दुनिया ने देखी।
  • सुरक्षा की गारंटी: केंद्र और राज्य सरकार सीमा पर हर स्थिति से निपटने को तैयार।
  • जनता से सीधा संवाद: कुमावत ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और त्वरित समाधान के निर्देश दिए।

यह दौरा न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा था, बल्कि सरहदी गांवों के लोगों के जज्बे और सरकार के संकल्प का प्रतीक भी बना। बाड़मेर की सरहद पर निगाहें सतर्क हैं, और हौसले बुलंद!

Ashok Shera "द खटक" एडिटर-इन-चीफ