बालोतरा में पहाड़ी पर भयंकर आग: सूखी घास में लगी चिंगारी ने मचाई तबाही, 700 मीटर तक फैली लपटें, 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुझी

बालोतरा के मायलावास सर्किल में रीको एरिया के पीछे वाली पहाड़ी पर सूखी घास में लगी आग ने 700 मीटर तक फैलकर दहशत मचा दी। सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया। कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन पर्यावरण को काफी क्षति पहुंची। मानवीय लापरवाही को आग का संभावित कारण माना जा रहा है।

Oct 24, 2025 - 11:00
बालोतरा में पहाड़ी पर भयंकर आग: सूखी घास में लगी चिंगारी ने मचाई तबाही, 700 मीटर तक फैली लपटें, 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुझी

बालोतरा (राजस्थान), 24 अक्टूबर 2025:  बालोतरा के मायलावास सर्किल स्थित रीको एरिया के पीछे वाली पहाड़ी पर कल शाम को सूखी घास में लगी आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। यह आग इतनी तेजी से फैली कि करीब 700 मीटर के दायरे में फैल गई, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमों ने सात घंटे तक अथक प्रयासों के बाद आग पर काबू पा लिया। इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचा है।आग लगने की शुरुआत और तेजी से फैलावसूत्रों के अनुसार, आग की शुरुआत कल शाम करीब 9 बजे हुई। मायलावास सर्किल के रीको इंडस्ट्रियल एरिया के ठीक पीछे स्थित पहाड़ी पर शुष्क मौसम के कारण सूखी घास जमा हो गई थी। संभवतः किसी सिगरेट की ठूंठ या अनजाने में फेंकी गई चिंगारी से आग लग गई। हवा की तेज गति ने आग को और भड़का दिया, और देखते ही देखते यह पहाड़ी के एक छोर से दूसरे छोर तक फैल गई। आग ने करीब 700 मीटर के क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें सूखी झाड़ियां, घास और छोटे-मोटे पेड़-पौधे जलकर राख हो गए। यह इलाका रीको फैक्ट्री क्षेत्र के निकट होने के कारण औद्योगिक गतिविधियों को भी प्रभावित कर सकता था, लेकिन सौभाग्य से आग फैक्टरियों तक नहीं पहुंची।

प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया और फायर ब्रिगेड की भूमिका आग की सूचना मिलते ही बालोतरा पुलिस थाने की टीम मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की टीम शाम 8 बजे मौके पर पहुंची और आग बुझाने का अभियान शुरू कर दिया। मामले को और जटिल बनाने वाली बात यह थी कि पहाड़ी का इलाका ऊबड़-खाबड़ होने के कारण वाहनों का पहुंचना मुश्किल था। फायरमैनों को पैदल चढ़ना पड़ा और पानी की सप्लाई के लिए स्थानीय टैंकरों का सहारा लेना पड़ा। सात घंटे की मशक्कत के बाद, रात्रि 1

बजे आग पर पूर्ण रूप से काबू पा लिया गया। इस दौरान करीब 20 से अधिक फायरमैन और स्थानीय वॉलंटियर्स ने हिस्सा लिया। जिला कलेक्टर ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हम जागरूकता अभियान चलाएंगे। सूखे मौसम में आग से बचाव के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।" पर्यावरण विभाग के अधिकारियों ने भी मौके का मुआयना किया और नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है।