अहमदाबाद विमान हादसा: विश्वास रमेश ने दी भाई को अंतिम विदाई, बिलख-बिलख कर रोए
अहमदाबाद विमान हादसे में बचे विश्वास रमेश ने अपने भाई अजय को अंतिम विदाई दी, बिलख-बिलख कर रोए। 12 जून 2025 को हुए इस हादसे में 265 लोगों की मौत हुई, लेकिन विश्वास चमत्कारिक रूप से बच गए।

गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे में चमत्कारिक रूप से जिंदा बचे विश्वास कुमार रमेश ने अपने भाई अजय रमेश को अंतिम विदाई दी। इस दौरान विश्वास अपने आंसुओं को नहीं रोक पाए और बिलख-बिलख कर रोते दिखे। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जा रही थी, टेकऑफ के महज 30 सेकंड बाद मेघानी नगर के बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस हादसे में 265 लोगों की जान चली गई, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
विश्वास रमेश, जो भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक हैं, इस हादसे में सीट नंबर 11A पर बैठे थे और आपातकालीन द्वार से कूदकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। हालांकि, उन्हें सीने, आंखों और पैरों में गंभीर चोटें आईं और वे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं। उनके भाई अजय, जो उसी फ्लाइट में दूसरी पंक्ति में बैठे थे, इस हादसे में नहीं बच पाए।
18 जून 2025 को दीव में अजय रमेश के अंतिम संस्कार के दौरान विश्वास का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे अपने भाई के ताबूत को देखकर बुरी तरह रोते और सहारा लेते नजर आए। विश्वास ने बताया, "जब मैं संभला तो मेरे चारों ओर शव बिखरे थे। मैं बहुत डर गया था। मैं खड़ा हुआ और दौड़ने लगा। मेरे चारों ओर विमान का मलबा था। किसी ने मुझे पकड़ा और एंबुलेंस में बिठाया।" उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि वे इस भयावह हादसे में कैसे बच गए।
विश्वास ने अपने बयान में उस पल का जिक्र किया जब विमान ने उड़ान भरी थी। उन्होंने कहा, "विमान उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद रुक गया। हरी और सफेद बत्तियां जल उठीं। सब कुछ मेरी आंखों के सामने हुआ। मुझे लगा कि मैं भी मरने वाला हूं, लेकिन जब आंख खुली तो मैं जिंदा था।"
इस हादसे में विमान के 242 यात्रियों और क्रू मेंबर में से केवल विश्वास ही जीवित बचे। इसके अलावा, क्रैश साइट पर मेडिकल कॉलेज के 5 एमबीबीएस छात्रों सहित 29 अन्य लोगों की भी मौत हुई। हादसे की जांच के लिए भारत का एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और ब्रिटेन की एयर एक्सीडेंट्स इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) संयुक्त रूप से काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने घटनास्थल का दौरा किया और विश्वास से मुलाकात की। टाटा समूह ने मृतकों के परिवारों के लिए 1-1 करोड़ रुपये की सहायता राशि की घोषणा की है।
सोशल मीडिया पर विश्वास की कहानी वायरल हो रही है, जहां लोग उनके बचने को "चमत्कार" बता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "विश्वास का बचना उम्मीद की किरण है, लेकिन उनके भाई के लिए प्रार्थना करते हैं।"