बीकानेर में भीषण सड़क हादसा: दो कारों की टक्कर में 5 की मौत, 4 गंभीर रूप से घायल
बीकानेर के नेशनल हाईवे-11 पर दो कारों की टक्कर में 5 लोगों की मौत, 4 गंभीर रूप से घायल; घायलों को पीबीएम ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया।

राजस्थान के बीकानेर जिले में सोमवार देर रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो कारों की आमने-सामने की टक्कर में पांच लोगों की जान चली गई और चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह दर्दनाक घटना नेशनल हाईवे-11 पर जयपुर रोड के सिखवाल उपवन के पास रात करीब 11 बजे हुई। हादसे की भयावहता इतनी थी कि दोनों कारें पूरी तरह चकनाचूर हो गईं, और कुछ लोग कार के शीशों को तोड़ते हुए सड़क पर जा गिरे।
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह हादसा श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में हुआ, जब दो स्विफ्ट डिजायर कारें खाटूश्याम मंदिर से दर्शन कर लौट रही थीं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक कार में सवार चार लोगों—अभयसिंह पुरा निवासी करण, बिग्गा निवासी दिनेश जाखड़, श्रीडूंगरगढ़ निवासी मदन सारण और मनोज जाखड़—की मौके पर ही मौत हो गई। दूसरी कार में सवार नापासर निवासी मल्लू उर्फ महालचंद भार्गव की भी मौके पर मौत हो गई। मनोज जाखड़ ने अस्पताल ले जाए जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।
दूसरी कार में सवार चार अन्य लोग—संतोष कुमार, जितेंद्र, लालचंद और सुरेंद्र—गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तत्काल पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रेफर किया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। स्थानीय लोगों और बचाव दल को शवों और घायलों को कारों से निकालने के लिए इलेक्ट्रिक कटर का इस्तेमाल करना पड़ा। एक शव को निकालने में करीब एक घंटे का समय लगा, जिससे हादसे की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पुलिस जांच और प्रारंभिक जानकारी
श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी जितेंद्र स्वामी ने बताया कि हादसे की प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और सामने से आ रही कारों की भिड़ंत को हादसे का मुख्य कारण माना जा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद नेशनल हाईवे पर कुछ समय के लिए यातायात भी बाधित रहा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क पर बिखरे शवों और कारों के मलबे का मंजर देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “टक्कर की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। कारों का हाल देखकर लग रहा था कि कोई जिंदा नहीं बचेगा।”
यह हादसा एक बार फिर नेशनल हाईवे पर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नेशनल हाईवे-11 पर अक्सर तेज रफ्तार के कारण हादसे होते रहते हैं। इस हादसे ने प्रशासन और पुलिस के सामने सड़क सुरक्षा को और सख्त करने की चुनौती पेश की है।
घायलों का हाल , प्रशासन का बयान
पीबीएम अस्पताल में भर्ती घायलों का इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, घायलों की स्थिति गंभीर है, और उन्हें बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। मृतकों के परिजनों में शोक की लहर है। खाटूश्याम मंदिर से दर्शन कर लौट रहे इन परिवारों के लिए यह यात्रा जीवन का आखिरी सफर बन गई।
बीकानेर पुलिस ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सड़क पर वाहन चलाते समय सावधानी बरतें और तेज रफ्तार से बचें। साथ ही, हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों की जांच की जा रही है।