अलवर में साइबर ठगी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 5 ठग गिरफ्तार, 4 करोड़ की ठगी का खुलासा

अलवर पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी किराए पर बैंक खाते लेकर 4 करोड़ रुपये की ठगी की राशि का लेन-देन करते थे। मालाखेड़ा थाना पुलिस ने नरेंद्र कुमार मीणा, जगदीश मीणा, सत्येंद्र सैनी, नीरज कुमार और हितेश उर्फ गब्बर को हिरासत में लिया। जांच में 20 से अधिक शिकायतें सामने आई हैं, और पुलिस अब ठगी के पैसे के उपयोग और खातों के संचालन की जांच कर रही है। पुलिस ने जनता से साइबर ठगी से सावधान रहने की अपील की है।

Aug 13, 2025 - 11:35
अलवर में साइबर ठगी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 5 ठग गिरफ्तार, 4 करोड़ की ठगी का खुलासा

अलवर में साइबर ठगी पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 5 ठग गिरफ्तार, 4

 करोड़ की ठगी का खुलासा 

राजस्थान के अलवर जिले में पुलिस ने साइबर ठगी के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए 5 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी किराए पर बैंक खाते लेकर ऑनलाइन ठगी का पैसा ट्रांसफर करते थे। जांच में सामने आया है कि इनके खातों में लगभग 4 करोड़ रुपये की ठगी की राशि का लेन-देन हुआ।

ठगी का जाल: किराए पर बैंक खाते

मालाखेड़ा थाना पुलिस ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसमें पांच आरोपियों—नरेंद्र कुमार मीणा (23), जगदीश मीणा (25), सत्येंद्र सैनी, नीरज कुमार, और हितेश उर्फ गब्बर (25)—को हिरासत में लिया गया। सभी मालाखेड़ा क्षेत्र के निवासी हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि ये ठग किराए पर बैंक खाते लेते थे और उनमें साइबर ठगी की राशि जमा करवाते थे

4 करोड़ का लेन-देन, 20 से अधिक शिकायतें

पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि इन खातों में लगभग 4 करोड़ रुपये का ट्रांजैक्शन हुआ। देश के विभिन्न राज्यों और जिलों में इनके खिलाफ 20 से अधिक शिकायतें दर्ज हैं। आरोपियों ने कमीशन के बदले खाताधारकों को भी राशि दी, जिससे यह गोरखधंधा चल रहा था।

पुलिस की जांच और कार्रवाई

पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि ठगी का पैसा कहां और कैसे इस्तेमाल किया गया। साथ ही, किराए पर लिए गए बैंक खातों के संचालन के तरीके की भी पड़ताल हो रही है। सुधीर चौधरी ने कहा, "मेवात क्षेत्र साइबर ठगी के लिए बदनाम रहा है। हमने इसे जड़ से खत्म करने के लिए विशेष टीम बनाई है।"

जनता को चेतावनी

पुलिस ने आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। अनजान व्यक्तियों या ऑफर्स के जरिए बैंक खाता साझा करने से बचें। साइबर ठगी से बचने के लिए ऑनलाइन लेन-देन में सावधानी बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।