जहर खाकर युवक ने की आत्महत्या, परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही के लगाए गंभीर आरोप
26 वर्षीय रवि नामा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली, उनका शव रेलवे ट्रैक के पास मिला। परिजनों ने सांगानेर सदर थाने के ड्यूटी ऑफिसर पर लापरवाही का आरोप लगाया, दावा किया कि समय पर मदद मिलती तो रवि की जान बच सकती थी। पुलिस सुसाइड के कारणों की जांच कर रही है।

राजधानी जयपुर के मुहाना इलाके में शुक्रवार दोपहर एक दुखद घटना सामने आई, जहां 26 वर्षीय रवि नामा ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। उसका शव रेलवे ट्रैक के पास मिला। मृतक ने मरने से पहले अपने बड़े भाई को फोन पर बताया था कि उसने जहर खा लिया है और वह मरने जा रहा है। परिजनों ने सांगानेर सदर थाने के ड्यूटी ऑफिसर पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है, दावा किया कि समय पर मदद मिलती तो रवि की जान बच सकती थी।
सुसाइड से पहले भाई को किया कॉल
सांगानेर सदर के गोविंदपुरा निवासी रवि नामा (26) फाइनेंस एजेंट का काम करते थे। उनके पिता की मृत्यु के बाद वह अपने दो भाइयों के साथ रहते थे। शुक्रवार सुबह करीब 7 बजे रवि अपनी बाइक लेकर काम के लिए घर से निकले थे। दोपहर करीब 1:30 बजे उन्होंने अपने बड़े भाई गणेश को फोन कर कहा, "मैंने जहर खा लिया है, मैं मरने जा रहा हूं। मैं सब छोड़कर जा रहा हूं।" इसके बाद रवि ने फोन काट दिया। गणेश ने कई बार कॉल करने की कोशिश की, लेकिन रवि ने फोन नहीं उठाया। इसके बाद गणेश ने परिवार और रिश्तेदारों को सूचित किया, और सभी रवि की तलाश में जुट गए।
सांगानेर सदर थाने पर लापरवाही का आरोप
मृतक के जीजा भावेश ने बताया कि दोपहर करीब 3:30 बजे वे सांगानेर सदर थाने पहुंचे और ड्यूटी ऑफिसर ASI रामावतार को रवि के सुसाइड कॉल की जानकारी दी। उन्होंने रवि को ढूंढने में मदद मांगी, लेकिन ASI रामावतार ने कथित तौर पर कहा, "मर जाए तब आ जाना, पोस्टमॉर्टम करवा देंगे।" परिजनों का आरोप है कि ड्यूटी ऑफिसर ने उनकी मदद करने की बजाय उन्हें धमकाकर थाने से भगा दिया। कुछ देर बाद रवि का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो गया।
रेलवे ट्रैक के पास मिला शव
शाम करीब 4:30 बजे मालपुरा गेट थाना पुलिस को सूचना मिली कि मुहाना मोड़ वाली पुलिया के पास रेलवे ट्रैक पर एक युवक का शव पड़ा है। क्षेत्राधिकार से बाहर होने के कारण मालपुरा गेट थाना पुलिस ने मुहाना थाना पुलिस को सूचित किया। रवि की बाइक शव से कुछ दूरी पर खड़ी मिली। शव की पहचान होने के बाद परिजनों को सूचना दी गई। जीआरपी थाना पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए महात्मा गांधी हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया।
पुलिस की प्रतिक्रिया और जांच
जीआरपी थाना SHO अरुण चौधरी ने बताया कि रवि के परिजनों ने सांगानेर सदर थाने के ड्यूटी ऑफिसर ASI रामावतार पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अगर समय रहते लोकेशन उपलब्ध कराई जाती, तो रवि को बचाया जा सकता था। पुलिस ने शनिवार सुबह पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया शुरू की और सुसाइड के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
वहीं, सांगानेर सदर थाने के SHO अनिल जैमिनी ने बताया कि परिजनों ने मौखिक रूप से घटना की जानकारी दी थी। ASI रामावतार ने परिजनों को अपने स्तर पर रवि को ढूंढने की सलाह दी थी। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन निकालने की कोशिश की, लेकिन फोन स्विच ऑफ होने के कारण लोकेशन नहीं मिली। फिर भी, आखिरी लोकेशन की जानकारी परिजनों को दी गई थी।
सुसाइड के कारणों की तलाश
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि रवि ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। परिजनों और रिश्तेदारों से पूछताछ के साथ-साथ रवि के मोबाइल रिकॉर्ड और अन्य सुरागों की जांच की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं, और परिजनों का गुस्सा उनकी कथित लापरवाही के खिलाफ है।