भारी बारिश में मकान ढहने से दो की मौत, स्थानीय लोगों ने घायलों को पहुंचाया JLN अस्पताल
नागौर में भारी बारिश के कारण रज्जाक खान का मकान ढहने से नेपाल के प्रमोद और मध्य प्रदेश के महादेव उर्फ टिंकू की मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने घायलों को JLN अस्पताल पहुंचाया, प्रशासन ने राहत कार्य शुरू किए।

राजस्थान के नागौर जिले में रविवार सुबह भारी बारिश ने तबाही मचाई, जब पुराना बस स्टैंड के खान साहबों के मोहल्ले में रज्जाक खान का जर्जर मकान ढह गया। इस हादसे में दो लोगों, नेपाल के रहने वाले प्रमोद और मध्य प्रदेश के महादेव उर्फ टिंकू की दर्दनाक मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायलों को नागौर के JLN अस्पताल पहुंचाया, लेकिन दोनों ने दम तोड़ दिया।
लगातार बारिश के कारण नागौर शहर में कई जगहों पर जलभराव और जर्जर मकानों के गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। रविवार सुबह खान साहबों के मोहल्ले में रज्जाक खान के मकान का एक हिस्सा अचानक ढह गया। मलबे में दबने से प्रमोद और महादेव उर्फ टिंकू गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत मलबे को हटाकर दोनों को बाहर निकाला और JLN अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे में अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। नागौर पुलिस और प्रशासन ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। ASP सुमित कुमार और कोतवाली थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों की निगरानी की। SDRF की टीम ने भी मलबे से शवों को निकालने में सहायता की।
बारिश ने बिगाड़े हालात
नागौर में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग के अनुसार, नागौर में 173 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसके कारण शहर के निचले इलाकों जैसे पुराना बस स्टैंड, शिवबाड़ी, बच्चा खाड़ा, और व्यास कॉलोनी में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। कई जगहों पर 6-7 फीट तक पानी भर गया, जिससे सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं।
शहर में बिजली के ट्रांसफार्मर गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। गिनाणी तालाब के पास एक ट्रांसफार्मर टूटकर तालाब में गिर गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई।
प्रशासन का राहत कार्य
नागौर प्रशासन ने जलभराव से प्रभावित लोगों के लिए सर्किट हाउस, रैन बसेरा, और नागौर टाउन हॉल में अस्थायी ठहरने की व्यवस्था की है। SDRF और NDRF की टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। नागौर तहसीलदार नरसिंह टाक ने घटनास्थल का दौरा किया और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
मृतकों के परिवार को मुआवजा
आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के अनुसार, मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। प्रशासन ने लोगों से जर्जर मकानों में रहने से बचने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के कारण अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। नागौर सहित कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से सावधानी बरतने और निचले इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।