तेजप्रताप की बगावत: अनुष्का के साथ मुलाकात, लालू-तेजस्वी को चुनौती, मां राबड़ी बनीं एकमात्र उम्मीद
तेजप्रताप यादव ने अनुष्का के घर जाकर लालू-तेजस्वी को चुनौती दी, ऐश्वर्या से तलाक केस में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। RJD में वापसी का रास्ता मां राबड़ी देवी से हो सकता है।

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने एक बार फिर अपनी निजी जिंदगी और राजनीतिक कदमों से बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। सोमवार को तेजप्रताप अपनी कथित गर्लफ्रेंड अनुष्का यादव के घर पहुंचे और करीब 7 घंटे वहां बिताए। इस मुलाकात को लालू और तेजस्वी यादव के लिए खुली चुनौती के तौर पर देखा जा रहा है। तेजप्रताप ने इस दौरान कहा, "यह मेरा पारिवारिक रिश्ता है, मुझे कोई रोक नहीं सकता।" इस बयान ने RJD और लालू परिवार में तनाव को और गहरा कर दिया है।
तेजप्रताप ने 24 मई 2025 को सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट कर दावा किया था कि वे 12 साल से रिलेशनशिप में हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने इसे हैकिंग का मामला बताकर खारिज करने की कोशिश की। इस पोस्ट के बाद लालू यादव ने तेजप्रताप को RJD से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया और परिवार से भी बाहर का रास्ता दिखा दिया। तेजप्रताप की इस मुलाकात ने एक बार फिर उनके और अनुष्का के रिश्ते को सुर्खियों में ला दिया है।
पटना के लंगरटोली में रहने वाली अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव को तेजप्रताप ने ही छात्र RJD का अध्यक्ष बनवाया था। आकाश अब रालोजपा में प्रवक्ता हैं। अनुष्का के परिवार और तेजप्रताप की नजदीकियां लालू के भतीजे नागेंद्र राय के जरिए बनीं, जो उनकी पत्नी के रिश्तेदार हैं।
ऐश्वर्या से तलाक केस: कानूनी पेंच
तेजप्रताप का अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय के साथ तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा है। 2018 में हुई उनकी शादी एक साल बाद ही टूटने की कगार पर पहुंच गई थी। ऐश्वर्या, पूर्व सीएम दरोगा राय की पोती हैं, और उन्होंने तेजप्रताप पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। तेजप्रताप के मामा सुभाष यादव का कहना है कि यह शादी परिवार के दबाव में हुई थी।
अनुष्का के साथ तेजप्रताप की तस्वीरें और बयान हिंदू मैरिज एक्ट के तहत उनके लिए कानूनी मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं, क्योंकि तलाक के बिना दूसरा रिश्ता गैरकानूनी माना जा सकता है। ऐश्वर्या ने भी सवाल उठाया है कि अगर परिवार को अनुष्का के साथ रिश्ते की जानकारी थी, तो उनकी शादी क्यों कराई गई? यह मामला RJD के लिए चुनावी नुकसान का सबब बन सकता है।
लालू-तेजस्वी को चुनौती?
तेजप्रताप का अनुष्का के घर जाना और खुलकर अपने रिश्ते को स्वीकार करना लालू और तेजस्वी के लिए सीधी चुनौती माना जा रहा है। तेजस्वी ने तेजप्रताप से दूरी बनाते हुए कहा, "वे अपने निजी फैसले लेने के लिए स्वतंत्र हैं, लेकिन पार्टी लालू जी के फैसले के साथ है।" तेजप्रताप ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा, "प्यार करना कोई जुर्म नहीं है। मेरा ध्यान अब बिहार के विकास पर है।" उन्होंने यह भी दावा किया कि जनता उन्हें वापस लाएगी।
सियासी गलियारों में चर्चा है कि तेजप्रताप की बगावत तेजस्वी के नेतृत्व को कमजोर करने की कोशिश हो सकती है। लालू परिवार में पहले भी उत्तराधिकार को लेकर तनाव की खबरें सामने आ चुकी हैं।
पार्टी में वापसी का रास्ता: मां राबड़ी देवी
तेजप्रताप के लिए RJD में वापसी का एकमात्र रास्ता उनकी मां राबड़ी देवी माना जा रहा है। तेजप्रताप ने कई बार कहा है कि उनकी मां से उनकी बात होती रहती है। सूत्रों के मुताबिक, राबड़ी इस मामले में अभी चुप हैं, लेकिन वे तेजप्रताप और लालू के बीच सुलह कराने की कोशिश कर सकती हैं। राबड़ी की चुप्पी और तेजप्रताप का मां का जिक्र इस बात का संकेत देता है कि परिवार में सुलह की गुंजाइश बाकी है।
क्या है तेजप्रताप का अगला कदम?
तेजप्रताप ने हसनपुर सीट से चुनाव लड़ने की बात कही है और दावा किया है कि जनता उनके साथ है। उन्होंने कहा, "पार्टी ने निकाला हो, लेकिन जनता के दिल से कोई नहीं निकाल सकता।" अनुष्का के मामा प्रोफेसर फनी भूषण ने भी लालू के फैसले को जल्दबाजी करार दिया और कहा कि तेजप्रताप और अनुष्का को अपने रिश्ते का हक है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले तेजप्रताप का यह कदम RJD के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है। लालू परिवार की एकता पर सवाल उठ रहे हैं, और तेजप्रताप की बगावत पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है। दूसरी ओर, तेजप्रताप का कहना है कि वे अपने पिता को सर्वोपरि मानते हैं, लेकिन अपनी राह खुद चुनेंगे।