तहसीलदार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया, ACB की बड़ी कार्रवाई

ACB ने तहसीलदार विनोद मीणा को नामांतरण फाइल खोलने के लिए 80 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। ACP अमित सिंह की अगुवाई में कार्रवाई, DG स्मिता श्रीवास्तव और DIG राजेश सिंह के निर्देश पर।

Sep 20, 2025 - 12:54
तहसीलदार रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया, ACB की बड़ी कार्रवाई

राजस्थान के भरतपुर जिले के नदबई में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तहसीलदार विनोद मीणा को 80 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई नामांतरण फाइल खोलने के बदले रिश्वत मांगने की शिकायत के आधार पर की गई। ऑपरेशन का नेतृत्व ACP अमित सिंह ने किया, जो कार्यवाहक महानिदेशक (DG) स्मिता श्रीवास्तव और उपमहानिरीक्षक (DIG) राजेश सिंह के निर्देशों पर काम कर रहे थे।

शिकायत और ACB की कार्रवाई

ACB को एक शिकायत मिली थी कि नदबई तहसील में तहसीलदार विनोद मीणा ने एक व्यक्ति से उसकी जमीन के नामांतरण फाइल को खोलने और आगे की प्रक्रिया के लिए 80 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि विनोद मीणा ने रिश्वत की मांग स्पष्ट रूप से की और पैसे देने पर ही फाइल पर काम करने का आश्वासन दिया।

शिकायत की पुष्टि के बाद, ACB ने एक जाल बिछाया। ACP अमित सिंह की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने सटीक योजना के साथ तहसीलदार को रंगे हाथों पकड़ने की रणनीति बनाई। जैसे ही विनोद मीणा ने शिकायतकर्ता से 80 हजार रुपये की रिश्वत स्वीकार की, ACB की टीम ने तुरंत कार्रवाई की और उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की राशि को भी बरामद कर लिया गया।

भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा रुख

इस कार्रवाई को भ्रष्टाचार के खिलाफ राजस्थान ACB की एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। कार्यवाहक DG स्मिता श्रीवास्तव ने कहा, "हमारा उद्देश्य भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना है। इस तरह की कार्रवाइयां उन लोगों के लिए सख्त संदेश हैं जो सरकारी पदों का दुरुपयोग कर अवैध लाभ कमाने की कोशिश करते हैं।" DIG राजेश सिंह ने भी इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए कहा कि ACB भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को और सख्त करेगी।

तहसीलदार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई

विनोद मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। ACB ने उनके कार्यालय और आवासीय परिसरों में तलाशी शुरू की है ताकि अन्य संभावित भ्रष्टाचार के सबूतों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि विनोद मीणा पहले भी इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं, जिसके लिए गहन जांच की जा रही है।

भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में कदम

यह कार्रवाई राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है। हाल के महीनों में ACB ने कई बड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा है, जिसमें पुलिस अधिकारी, राजस्व अधिकारी और यहाँ तक कि ACB के ही कुछ कर्मचारी शामिल हैं। यह घटना न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई को दर्शाती है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।

भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की जानकारी बिना डर के उनके साथ साझा करें

ACB ने जनता से अपील की है कि वे भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की जानकारी बिना डर के उनके साथ साझा करें। कार्यवाहक DG स्मिता श्रीवास्तव ने कहा, "हमारी हेल्पलाइन और शिकायत तंत्र पूरी तरह गोपनीय और पारदर्शी है। जनता का सहयोग ही हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई में और मजबूत बनाएगा।"

Yashaswani Journalist at The Khatak .